रविवार को अफगानिस्तान के दूतावास ने भारत में काम बंद कर दिया है। दूतावास की ओर से जारी एक प्रेस रिलीज में काम बंद करने के बारे में जानकारी दी है और कारण बताया है कारण बताते हुए अफगानिस्तान ने मेजबान देश भारत से सहयोग नहीं मिलने का आरोप लगा दिया है।
बता दे कि अफगानिस्तान में अब तालिबान राज चल रहा है जिसके चलते भारत ने अफगानिस्तान की तालिबान सरकार को मान्यता नहीं दी है। तालिबान आने के बाद से भारत में कोई नया राजदूत नहीं था और पूर्व राजदूत फरीद मामुंडेजे 18 जून से अनुपस्थित बने हुए थे। शासन और स्टाफ में समन्वय नहीं होने के कारण कामकाज में बाधा आ रही थी, दूसरी तरफ तालिबान के कार्यवाहक उच्च शिक्षा मंत्री नेता मोहम्मद नदीम ने बगलान विश्वविद्यालय में एक संबोधन के दौरान महिलाओं को लेकर चिंताजनक टिप्पणी दे दी थी।
उनके इस बयान के बाद महिलाओं के अधिकारों के लिए चिंता बढ़ गई थी। नदीम ने दावा किया है कि पुरुष और महिलाएं बराबर नहीं है। इस्लाम की नजर में पुरुष प्रमुख है और महिलाएं उसके अधीन है।
वही एक और कारण बताया जा रहा है कि अफगान दूतावास ने यह बयान में कहा है कि वह बहुत ही दुख और निराशा के साथ नई दिल्ली में अफगानिस्तान दूतावास में अपना कामकाज बंद करने के लिए ऐलान कर रहे हैं। दूतावास ने मिशन को प्रभारी तरीके से नहीं चला पाने के कुछ कारण बताए हैं। दूतावास ने अफगानी जनता की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरने की बात कही है।