सार :

देश की राजधानी दिल्ली समेत सभी राज्यों में चिलचिलाती गर्मी का दौर शुरू हो चुका है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, 12 अप्रैल तक देश की राजधानी में आसमान साफ रहेगा। हालांकि, 13 अप्रैल को गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। भारत मौसम विभाग के अनुसार, इस पूरे हफ्ते दिल्ली का अधिकतम तापमान 36 से 38 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। आईए जाने कैसा रहेगा मौसम का मिजाज।

विस्तार :

देश में प्रचंड गर्मी का आगमन हो चुका है लगभग हर मैदानी राज्य में तापमान तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है। लेकिन कुछ राज्यों में मौसम विभाग के अनुसार आज यानी 8 अप्रैल को मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में तेज हवाओं के साथ बारिश होने के आसार हैं। वहीं, भारत के दक्षिणी राज्यों में हीटवेव का अलर्ट जारी किया गया है। देश के कुछ राज्यों में हीटवेव की स्थिति देखने को मिल रही है, तो वहीं, उत्तर पूर्वी भारत के राज्यों में बारिश की गतिविधियां जारी हैं। पश्चिमी विक्षोभ मध्य और ऊपरी क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में अपनी धुरी के साथ समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर लगभग 73 डिग्री पूर्व देशांतर से लेकर 28 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर तक बना हुआ है। मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, गंगीय पश्चिम बंगाल, पूर्वी असम और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश संभव है।

दिल्ली, घाटी समेत उत्तर भारत के राज्यों का मौसम पूर्वानुमान :

देश में दो अलग अलग तरह के मौसम सिस्टम देखने को मिल रहे हैं। नई दिल्ली में तेज हवाएं चलेंगी और तापमान में कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिलेगा।घाटी में गिलगित-बाल्टिस्तान के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में मौसम विभाग द्वारा बर्फबारी होने की जानकारी दी है।भारतीय मौसम की जानकारी के अनुसार राजधानी दिल्ली में आज यानी कि 7 और 8 अप्रैल को बादल छाए रहने और कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। बता दें कि 5 अप्रैल को पश्चिमी हिमालय पर एक नए पश्चिमी विक्षोभ आ गया है जिसके कारण राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में कुछ दिनों तक बारिश हो सकती है। इसके बाद यहां तापमान बढ़ सकता है।

पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पाकिस्तान और पंजाब के आसपास के हिस्सों में औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर स्थित है, मध्य और ऊपरी क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक निम्न दबाव की रेखा बनी हुई है। देश के कुछ राज्यों में हीटवेव की स्थिति देखने को मिल रही है, तो वहीं, उत्तर पूर्वी भारत के राज्यों में बारिश की गतिविधियां जारी हैं। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, 12 अप्रैल तक देश की राजधानी में आसमान साफ रहेगा। 13 अप्रैल को गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है

मध्य प्रदेश के मौसम का पूर्वानुमान :

मध्य प्रदेश में भी सुबह से बादल छाए रहने और कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग की मानें तो आज यानी 08 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश से बर्फबारी की गतिविधियां देखने को मिलेंगी। आज राजस्थान के भी कुछ इलाकों में भी बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। वहीं, पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, ओडिशा, बिहार, छत्तीसगढ़ और मध्य महाराष्ट्र में छिटपुट गरज, बिजली और तेज़ हवाओं लगभग 40-50 किमी प्रति घंटे के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। अप्रैल के बाद से मौसम साफ हो जाएगा और तापमान में 8 अप्रैल के बाद कुछ बढ़ोतरी दर्ज होने लगेगी। नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का असर हर राज्य में देखने को मिल रहा है बात करें मध्य भारत के राज्यों की तो मध्य प्रदेश में अचानक मौसम का मिजाज बदला है। वहीं एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर राज्यों दक्षिणी असम और आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किमी ऊपर है।

उत्तर पूर्वी राज्यों में मौसम का पूर्वानुमान :

पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पाकिस्तान और पंजाब के आसपास के हिस्सों में औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर स्थित है, मध्य और ऊपरी क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक निम्न दबाव की रेखा बनी हुई है। बता दें कि 08 अप्रैल को पश्चिमी हिमालय पर एक नए पश्चिमी विक्षोभ आ गया है जिसके कारण राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में कुछ दिनों तक बारिश हो सकती है। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान जताया है। मौसम विभाग की मानें तो आज यानी 08 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश से बर्फबारी की गतिविधियां देखने को मिलेंगी।

नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का असर हर राज्य में देखने को मिल रहा है बात करें उत्तर भारत के राज्यों की तो राजधानी दिल्ली में अचानक मौसम का मिजाज बदला है। उत्तर भारत के पहाड़ी पट्टी उत्तर से लेकर पूर्व तक के राज्य गर्मी से अछूते हैं। इन राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि देखने को मिल रही है। इसीलिए यहां का तापमान लगातार नीचे जा रहा है। इतना ही नहीं बर्फबारी के चलते देशभर से पर्यटक इन राज्यों में छुट्टियां मनाने जा रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार अच्छी खबर यह है कि मानसून के आखिरी दो महीने में अच्छी बारिश होने की संभावना है। इसके पीछे यह वजह बताई जा रही है कि अल नीनो के कारण गर्मी में ज्यादा इलाकों में अधिक दिनों तक हीट वेव चलने और कम बारिश की आशंका है।

उत्तर भारत के पहाड़ी पट्टी उत्तर से लेकर पूर्व तक के राज्य गर्मी से अछूते हैं। इन राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि देखने को मिल रही है। इसीलिए यहां का तापमान लगातार नीचे जा रहा है। इतना ही नहीं बर्फबारी के चलते देशभर से पर्यटक इन राज्यों में छुट्टियां मनाने जा रहे हैं। अपने परिवार के साथ इन पहाड़ी राज्यों में गर्मियां बिताने औरबर्फबारी का मजा लेने पहुंच रहे हैं इन दोनों पहाड़ी राज्यों मे पर्यटकों का अंबार लगा हुआ है जिससे यहां के स्थानीय लोगों को आर्थिक मजबूती प्रदान हो रही है। और व्यापार के नए अवसर मिल रहे हैं। जहां देश के मैदानी राज्यों मैं प्रचंड गर्मी पड़ने लगी है वही पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी लोगोंको राहत पहुंचा रही है।

अप्रैल माह में कैसा रहेगा मौसम :

अगर हम अप्रैल महीने के मौसम की बात करें तो पहले हफ़्ते में उत्तर भारत तक रहने वाले बेस्ट डिस्टर्बेंस के प्रभाव के कारण तापमान में उतार चढ़ाव होने की संभावना है 1 2 दिन में तापमान डिग्री के आस पास पहुँच सकता है इस दौरान बादल छाए रहने और तेज हवाएँ चलने की संभावना है। वही अप्रैल के दूसरे हफ़्ते की शुरुआत में भी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का प्रभाव देखने को मिलेगा 2 या तीन दिन बाद तापमान 41 डिग्री तक पहुँच सकता है। तो अप्रैल के तीसरे हफ़्ते में दिन का तापमान 42 डिग्री और उसके ऊपर भी पहुँच सकता है एक या दो दिन लू चलने की संभावना भी है तेज हवाएँ यह एक दो दिन आँधी भी चल सकती है और वहीं अप्रैल के चौथे हफ़्ते में नर तापमान बढ़ने का ट्रेंड पहले दिन से ही शुरू हो सकता है शुरुआती 2 तीन दिन लोग भी चल सकती है दिन का तापमान डिग्री और उससे भी ज़्यादा होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

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