सार :
देश के लगभग सभी राज्यों में लगातार मौसम में बदलाव देखने को मिल रहे हैं दिन के समय तेज धूप के साथ तापमान अपने चरम पर होता है तो शाम होते होते आंधी तूफान और बारिश देखने को मिलती है। जिससे लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिलती है लेकिन तापमान में कोई कमी नहीं आती। यह मौसम में बदलाव कुछ दिनों तक और चलेगा। 12 मई के बाद मौसम में कुछ स्थिरता आना शुरू होगी। बीते दिन भी मौसम के कुछ यही मिजाज़ देखे गए। कई राज्यों में जिसमें उत्तर भारत के राज और मध्य भारत के राज्य शामिल है। शाम के समय हल्की से मध्यम बारिश और आंधी तूफान देखा गया है आईए जानते हैं पूरी खबर विस्तार में।
विस्तार :
देश के मौसम में बदलाव लगभग 17 राज्यों से ज्यादा राज्यों में देखा जा रहा है। जब कुछ दिनों पहले पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी और बारिश का दौर चालू था तब देश के मैदानी राज्यों में भीषण गर्मी की शुरुआत हो चुकी थी। यहां लोगों का घरों से बाहर निकलना तक दुश्वार हो गया था। देश के मैदानी राज्यों को लू लपट और भीषण गर्मी ने अपनी चपेट में ले लिया था। तब देश के पहाड़ी राज्यों पर मौसम सुहावना बना हुआ था लेकिन अब इस बदलाव ने मैदानी राज्यों की ओर रुख कर लिया है और इन राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि की शुरुआत हो गई है। बीते कई दिनों से या हम कहें कि 8 मई से मैदानी राज्यों में आंधी तूफान और हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां देखी जा रही हैं।
अगर हम स्टेट वाइज मौसम की बात करें तो मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने राजधानी दिल्ली में 10 से 12 मई तक गरज-चमक के साथ बारिश की गतिविधियां होने की संभावना जताई है। इस दौरान यहां दिन के तापमान में कुछ गिरावट देखने को मिल सकती है लेकिन तापमान में ज्यादा कमी आने की संभावना नहीं है। वहीं अगर अन्य राज्यों की बात करें तो उत्तराखंड, पूर्वोत्तर भारत, पूर्वी यूपी के कुछ हिस्सों, पूर्वी मध्य प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां देखी जा सकती हैं। वहीं मध्य भारत के राज्यों और गुजरात, राजस्थान और पश्चिम मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में लू चलने जैसी स्थिति बन सकती है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।
यूपी, बिहार समेत मध्य प्रदेश में 2 दिन और बरसेंगे बादल :
चक्रवाती परिसंचरण और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की वजह से इनका असर बारिश और आंधी तूफान के रूप में देश के लगभग हर राज्य में देखने को मिल रहा है।मौसम में यह बदलाव देश के सभी राज्यों में देखा जा रहा है। जिसमें मध्य भारत के राज्यों में यह सबसे ज्यादा असर दिख रहा है और उत्तर भारत भी इससे अछूता नहीं है उत्तरभारत के राज्यों में भी बारिश, आंधी तूफान और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी हो चुका है, तो वही अन्य राज्यों में भी बारिश का दौर चालू है। अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, असम, मेघालय और त्रिपुरा में कई जगहों पर भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बारिश और तेज हवाओं का दौर चल रहा है। इससे तापमान में भी गिरावट आई है। पूर्वी यूपी के इलाकों के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम पूर्वानुमान विभाग स्काईमेट के मुताबिक, छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों पर एक चक्रवाती परिसंचरण की संभावना बनी हुई है।
बता दे कि पिछले 24 घंटे से ही बारिश का दौर शुरू है और बीते 24 घंटे में 17 जिलों में आंधी तूफान बारिश और ओलावृष्टि हुई है। दिन के समय तेज धूप के साथ तापमान अपने चरम पर होता है तो शाम होते होते आंधी तूफान और बारिश देखने को मिलती है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार यह मौसम 10 से 12 मई तक देखने को मिलेगा। जिसमें गरज-चमक के साथ बारिश की गतिविधियां होने की संभावना जताई है। इस दौरान यहां दिन के तापमान में कुछ गिरावट देखने को मिल सकती है लेकिन तापमान में ज्यादा कमी आने की संभावना नहीं है।
बारिश के चलते भीषण गर्मी से थोड़ी राहत :
जैसा कि हम जानते हैं, कि देश में भीषण गर्मी की शुरुआत हो चुकी है और लू लपट ने देश के कई राज्यों को अपनी चपेट में भी ले लिया था लेकिन मौसम में हुए अचानक बदलाव के कारण यह कुछ दिनों तक थम गया है। भीषण गर्मी से लोगों को कुछ दिनों तक के लिए राहत मिल गई है। बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं के चलने की वजह से तापमान में कुछ डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। जिससे मौसम कुछ सुहावना हो गया है। सुबह से दोपहर तक तेज धूप निकलने से तापमान में बढ़ोतरी होती है तो शाम होते होते मौसम सुहावना हो जाता है। आंधी तूफान के चलने से और हवाओं की रफ्तार तेज होने (30 से 40 km/hrs) से वातावरण में थोड़ी ठंडक तो आती है और मौसम सुहावना हो जाता है। बीते दिन भी कुछ ऐसा ही देखा गया। अगर हम मध्य प्रदेश की बात करें तो शाम के समय यहां आंधी तूफान के साथ बारिश हुई, जिससे मौसम सुहावना हो गया और लोगों को घर से बाहर निकलते हुए देखा। कई लोग मौसम का लुफ्त उठाने लॉन्ग ड्राइव पर निकले तो कई बाजार में घूमते हुए नजर आए। इस बारिश ने लोगों को गर्मी से कुछ राहत तो पहुंचाई है।
क्या है इस बेमौसम बरसात का कारण :
मौसम में बदलाव का कारण पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय होना बताया जा रहा है। मौसम विभाग स्काईमेट के मुताबिक, उत्तर पूर्वी असम और इससे जुड़े इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। बता दें कि बांग्लादेश के ऊपर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। जिसके कारण बंगाल, झारखण्ड, बिहार का पूर्वी हिस्सा बारिश से भीग चुका है। वहीं उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों पर भी एक चक्रवाती परिसंचरण है, जो समुद्र तल से 1.5 ऊपर है। वहीं 9 मई से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के करीब पहुंच चुका है। इसके अलावा एक ट्रफ रेखा उत्तरी आंतरिक ओडिशा से दक्षिण-पूर्व राजस्थान तक, दक्षिणी छत्तीसगढ़, विदर्भ और दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश होकर गुजर रही है, जिससे बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। पूर्वी विदर्भ से लेकर दक्षिणी तमिलनाडु तक, तेलंगाना और आंतरिक कर्नाटक से गुजरते हुए एक ट्रफ/हवा का विच्छेदन मौजूद है। वहीं 9 मई से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के करीब पहुंचने की उम्मीद है।
इस बार कब तक आयेगा मॉनसून ?
मौसम विभाग की मानें तो देश के कुछ इलाकों को छोड़कर बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहने की संभावना हैं। वहीं भारत के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर न्यूनतम तापमान भी सामान्य से ऊपर रह सकता है। भारतीय मौसम विभाग ने मई के महीने में देश में 91-109 % बारिश होने की संभावना जताई है। भारतीय मौसम विभाग ने कल रिपोर्ट जारी करते हुए इसकी जानकारी दी। विभाग के मुताबिक, मई के महीने में पश्चिमी भारत में लू की स्थिति 5-8 दिन तक बनी रहेगी। विभाग के मुताबिक, मई के महीने में पश्चिमी भारत में लू की स्थिति 5-8 दिन तक बनी रहेगी। जबकि राजधानी दिल्ली समेत हरियाणा, पंजाब में सामान्य से 2-4 दिन अधिक लू चल सकती है। और अगर पूरे भारत में लू चलने की बात कही जाए तो 20 दिन से ज्यादा पूरे भारत में लू चलने की संभावना है।