सार :
मौसम ने अपने तेवर फिर से बदल दिए हैं 4 से 5 दिनों की लगातार बारिश और आंधी तूफान के बाद अब मौसम में स्थिरता आने वाली है। उत्तर भारत के राज्यों में तो गर्मी ने अपना विराट रूप दिखाना शुरू कर दिया है। जिसके चलते लोगों का घरों से बाहर निकलना दुश्वार हो गया है। उत्तर भारत के राज्यों में लू जैसी स्थिति बन चुकी है और मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भारत के लगभग आधे से ज्यादा हिस्से के लू की चपेट में आने की आशंका जताई है। आईए जानते हैं पूरी ख़बर विस्तार में।
विस्तार :
राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों और उत्तर भारत के राज्यों में अब गर्मी परेशान करने वाली है। अब उत्तर भारत और राजधानी दिल्ली में बारिश का दौर खत्म हो चुका है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अभी पारा और उछलेगा। तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। राजस्थान के थार मरुस्थल की गर्म हवाओं के साथ अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी भी आ रही है। इससे तपिश बढ़ गई है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी किया है कि उत्तर भारत के राज्यों में पांच दिन में हल्के बादल छाएंगे। वर्षा की संभावना नहीं है। पश्चिमी हवाओं की गति सामान्य रहेगी। तो वहीं दूसरी ओर मध्य भारत के राज्यों पर चक्रवती परिसंचरण का दबाव देखने को मिल रहा है, जिसकी वजह से मौसम में अचानक बदलाव दिखाई देने लगता है। लेकिन अब मौसम में स्थिरता देखने को मिल रही है धीरे-धीरे तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। एक बार फिर गर्मी का तांडव देखने को मिलेगा। आनेवाले दिनों में अधिकतम तापमान तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है, यानि तापमान 43 से 45 डिग्री के बीच रहने की संभावना है।
देश के अलग-अलग राज्यों में मौसम भी अलग-अलग देखने को मिल रहाहै कहानी भीषण गर्मी से लोगों का बुरा हाल है। तो कहीं अचानक आंधी और तूफान के साथ बारिश हो रही है इस बीच मौसम विभाग ने मानसून की के जल्द आने की संभावना भी जताई है। अगर ऐसा होता है तो देश में लोगों को तेज गर्मी से जल्द राहत मिलेगी। लेकिन अभी कुछ दिनों तक प्रचंड गर्मी का सामना करना होगा और लू जैसी स्थितियां का भी सामना करने के लिए तैयार रहना होगा। दिन के समय तेज़ व गर्म सतही हवाएं चलने की संभावना है। सप्ताह के अंत तक तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। आम गर्मियों की तरह इस सप्ताह भी पारा तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। इसके अलावा पूरे सप्ताह के दौरान मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
राजधानी दिल्ली में कैसा रहेगा मौसम ?
आम गर्मियों की तरह दिल्ली में इस सप्ताह भी पारा तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। इसके अलावा पूरे सप्ताह के दौरान मौसम शुष्क रहने की संभावना है। वहीं, कुछ दिनों में छिटपुट बादल छाए रहने की भी संभावना है। 16 मई को दिल्ली का तापमान 42 डिग्री जा सकता है और दिन के समय तेज़ व गर्म सतही हवाएं चलने की संभावना है। सप्ताह के अंत तक तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। देश में कई स्थानों पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना है लेकिन उसका असर उत्तर भारत के परिक्षेत्र पर नहीं पड़ेगा। गर्मी के बढ़ने का दौर चालू रहेगा। बुधवार को अधिकतम और न्यूनतम दोनों तापमान सामान्य औसत से अधिक रहे हैं। अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 41.8 और न्यूनतम तापमान 1.6 डिग्री सेल्सियस अधिक 25.6 डिग्री रहा। आज भी उत्तर भारत के राज्यों में गरमी से राहत के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। रात और दिन दोनों में गर्मी बढ़ गई है।
दिल्ली में इस हफ्ते तापमान 44 के पार जाएगा और तेज़ व गर्म सतही हवाएं चलने की संभावना है, जिससे ‘लू’ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. इस सप्ताह मौसम की स्थिति शुष्क रहने की संभावना है। पिछले दिनों दिल्ली में कभी बादल, तेज हवाएं तो कभी बूंदाबांदी ने मौसम में नर्मी बनाई हुई थी लेकिन अब गर्मी का सितम शुरू होने वाला है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों की माने तो 15 मई को कुछ राज्यों में आंशिक बादल रहेगा। इसके बाद तापमान बढ़ेगा। 18 मई तक तापमान शुष्क रहेगा। आनेवाले दिनों में अधिकतम तापमान तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है।
मध्य भारत में कैसा रहेगा मौसम ?
मध्य प्रदेश में कहीं बारिश हो रही है तो कहीं गर्मी से लोग परेशान हैं। प्रदेश की कुछ जगहों पर पिछले 24 घंटों में बारिश के साथ आंधी और तूफान दर्ज किया गया है। वहीं कुछ क्षेत्रों में 42 डिग्री तक तापमान पहुंच गया है। बुधवार को सुबह से तेज धूप निकल ली रही दोपहर तक धूप के कारण अधिकतम 40 डिग्री के ऊपर पहुंच गया लेकिन इसके बाद धूप का असर कमजोर होने लगा और धीरे-धीरे मौसम बदलने लगा शाम होते-होते घने बादल छा गए। मौसम ने अपने तेवर फिर से बदल दिए हैं 4 से 5 दिनों की लगातार बारिश और आंधी तूफान के बाद अब मौसम में स्थिरता आने वाली है। मौसम विभाग द्वारा अगले दो दिनों तक मध्यप्रदेश में बारिश का येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है। 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेगी। इस साल मानसून सामान्य तारीख से एक दिन पहले ही केरल दस्तक दे सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक, 31 मई को मानसून केरल पहुंचेगा। जिससे एमपी में भी मॉनसून के जल्द आने की पूरी सम्भावना है।
पहाड़ों पर मौसम के मिजाज बदले :
जिस तरह पूरे देश भर में मौसम आंख मिचोली खेल रहा है। इस तरह पहाड़ी राज्यों में भी मौसम के यही हाल है कुछ दिनों पहले ही पहाड़ी राज्यों में भारी बर्फबारी हुई जिससे यहां का मौसम सुहाबना बन गया था अभी मौसम शुष्क बना हुआ है, कहीं-कहीं बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही है। इसी बीच जीरो डिग्री टेंपरेचर मैं चार धाम यात्रा शुरू कर दी गई है बीते शुक्रवार से केदारनाथ धाम के पट खुल चुके हैं और चार धाम यात्रा शुरू हो चुकी है। लेकिन आए दिन यहां चार धाम यात्रा में अव्यवस्थाओं की खबरें सामने आ रही हैं। इस बीच चार धाम यात्रा में मौसम कभी भी खलल डाल सकता है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश के कुछ जिलों में बारिश की गए गतिविधियां देखने को मिल रही है तो वहीं उत्तर पूर्वी पहाड़ी राज्यों पर हल्की बर्फबारी देखी जा रही है।
प्रचंड गर्मी के बीच मॉनसून आगमन की ख़बर से मिलेगी राहत :
मौसम विभाग के मुताबिक, 31 मई को मानसून केरल पहुंचेगा। जिससे एमपी में भी मॉनसून के जल्द आने की पूरी सम्भावना है। मॉनसून इस बार खुशखबरी लेकर आ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक मॉनसून इस साल समय से पहले दस्तक देने वाला है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक, 19 मई को मॉनसून के अंडमान निकोबार में पहुंचने की संभावना है। उसके बाद मॉनसून देश के अन्य हिस्सों की तरफ बढ़ेगा। इस महीने की शुरुआत में भी मई के महीने में सामान्य से अधिक बारिश की भविष्यवाणी की थी. वहीं अगले दो दिनों तक दक्षिणी राज्यों तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल में आंधी और बारिश जारी रहने की संभावना है। देश में अल नीनो प्रणाली कमजोर हो रही है और ला नीना स्थितियां सक्रिय हो रही हैं, जो इस साल अच्छे मॉनसून के लिए अनुकूल है। वैसे 15 जून को ये गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार पर पहुंचता है। वहीं, 20 जून को ये गुजरात के आंतरिक इलाकों, एमपी के मध्य हिस्सों और उत्तर प्रदेश में दस्तक देता है। अभी मौसम विभाग ने इन राज्यों में मॉनसून के पहुंचने की कोई तारीख नहीं बताई है। इस बार इसके एक दिन पहले ही भारत में एंट्री लेने की उम्मीद है।