सार :
भारत में अलग अलग वेदर सिस्टम देखने को मिल रहे है जिसके कारण देश में 2 तरह का मौसम भी देखने को मिल रहा है कही बारिश तो कही प्रचंड गर्मी| वैसे तो देश में गर्मी का मौसम चल रहा है लेकिन कई राज्यों में चक्रवाती परिसंचरण का और निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है जिसकी वजह से यहां मौसम में लगातार बदलाव देखे जा रहे हैं। जिसकी वजह से बारिश की गतिविधियों के साथ-साथ हवाओं की रफ्तार भी बढ़ गई है। आईए जानते हैं पूरी ख़बर विस्तार में।
विस्तार :
देश में चक्रवाती परिसंचरण का छेत्र बन हुआ है जिसकी वजह से कही राज्यों में मौसम में लगातार बदलाव देखने ओ मिल रहा है। जिन राज्यों में पर चक्रवर्ती परिसंचरण का निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है वहां पर बारिश देखी जा रही है तो देश के अन्य राज्यों जहां इसका असर नहीं है वहां गर्मी का प्रचंड रूप देखने को मिल रहा है और तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। उत्तर भारत के राज्यों में चक्रवती परिसंचरण का प्रभाव देखने को नहीं मिल रहा है, तो यहां गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है। वैसे तो देश में गर्मी का मौसम चल रहा है लेकिन कई राज्यों में चक्रवाती परिसंचरण का और निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है जिसकी वजह से यहां मौसम में लगातार बदलाव देखे जा रहे हैं। जिसकी वजह से बारिश की गतिविधियों के साथ-साथ हवाओं की रफ्तार भी बढ़ गई है। और गर्मी के मौसम में भी बारिश के मौसम का अहसास बना हुआ है। देश के पहाड़ी राज्यों मैं बर्फबारी हो रही है तो कहीं बारिशकी गतिविधियां देखी जा रही है। और यह बारिश की गतिविधियां मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मध्य भारत के अन्य राज्यों में देखी जा रही हैं। जिसकी वजह से यहां का मौसम सुहावना बना हुआ है।
देश की राजधानी दिल्ली में गर्मी ने अपना प्रचंड रूप दिखा शुरू कर दिया है| भारत मौसम विभाग ने राजधानी में आने वाले दिनों में तापमान में और अधिक बढ़ोत्तरी हो की संभबना जताई है। आम गर्मियों की तरह दिल्ली में इस सप्ताह भी पारा तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसके अलावा पूरे सप्ताह के दौरान मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई गई थी। वहीं, कुछ दिनों में छिटपुट बादल छाए रहने की भी संभावना है। मध्य प्रदेश में तो मौसम बनता बिगड़ता नजर आ रहा है कभी अचानक तेज धूप निकलने लगती है तो कभी अचानक आसमान में बादल छा जाते हैं। कभी बूंदाबांदी देखी जाती है। वहीं अगर मॉनसून की दस्तक की बात करें तो केरल में मानसून आने की सामान्य तिथि एक जून होती है। लेकिन भारतीय मौसम विभाग ने मॉनसून को लेकर बड़ी अपडेट दी थी, मौसम विभाग ने मानसून पूर्वानुमान को लेकर बताया कि तिथि में चार दिन कम या ज्यादा होने की संभावना है।
दिल्ली में मौसम के हालात :
अगर हम राजधानी दिल्ली के मौसम पूर्वानुमान की बात करें तो यहां 17 मई को दिल्ली का तापमान 42 डिग्री तक दर्ज किया गया और दिन के समय तेज़ व गर्म सतही हवाएं चलने से लोगों का दिन के समय घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। शुक्रबार को अधिकतम और न्यूनतम दोनों तापमान सामान्य औसत से अधिक रहे हैं। अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 42.5 और न्यूनतम तापमान 1.6 डिग्री सेल्सियस अधिक 27.6 डिग्री रहा। 18 मई तक तापमान शुष्क रहेगा। आनेवाले दिनों में अधिकतम तापमान तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। भारत मौसम विभाग ने राजधानी में आने वाले दिनों में तापमान में और अधिक बढ़ोत्तरी हो की संभावना जताई है और कहा है की दिल्ली में तापमान 45 के पार जा सकता है, आने वाले 4 से 5 दिनों तक उत्तर पश्चिम भारत के राज्यो में मौसम विभाग द्वारा लू चलने की चेतावनी जारी की गई है। वही मौसम विभाग ने दिल्ली, हरियाणा, पंजाब ,राजस्थान लू और गरम लपटें चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
उत्तर भारत में मौसम के हालात :
भारत में अलग अलग वेदर सिस्टम देखने को मिल रहे है जिसके कारण देश में 2 तरह का मौसम भी देखने को मिल रहा है कही बारिश तो कही प्रचंड गर्मी| देश में चक्रवाती परिसंचरण का छेत्र बन हुआ है जिसकी वजह से कही राज्यों में मौसम में लगातार बदलाव देखने ओ मिल रहा है। जिन राज्यों में पर चक्रवर्ती परिसंचरण का निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है वहां पर बारिश देखी जा रही है तो देश के अन्य राज्यों जहां इसका असर नहीं है वहां गर्मी का प्रचंड रूप देखने को मिल रहा है। इसका सबसे ज्यादा असर पंजाब, हरियाना, दिल्ली और राजस्थान के कुछ हिस्सों पर पढ़ सकता है मौसम विभाग ने लोगों को चेतावनी दी है कि जिन लोगों को बाहर मेहनत का काम करना होता है जैसे मजदूर वर्ग और अन्य वर्गों को इस मौसम में अपना ध्यान रखना होगा।
किन राज्यों में हुई बारिश और आज कहा होगी :
मध्य प्रदेश में तो मौसम बनता बिगड़ता नजर आ रहा है कभी अचानक तेज धूप निकलने लगती है तो कभी अचानक आसमान में बादल छा जाते हैं। कभी बूंदाबांदी देखी जाती है तो कभी गर्मी लगता है। मध्यप्रदेश मैं अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेंटीग्रेड है तो वहीं न्यूनतम तापमान 28 डिग्री के आसपास बना हुआ है। हवाओं की रफ्तार 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा है। यहां भी तापमान में बढ़ोतरी दर्ज कीजा सकती है और तापमान 42 के पार जा सकता है। बारिश होने की संभावना कम है लेकिन आसमान में बादल छाए रहेंगै। अगर हम मध्य प्रदेश में आने वाले चार-पांच दिनों की बात करें तो तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी और अधिकतम तापमान 43 डिग्री तक जा सकता है। 19 मई तक इसी तरह का मौसम रहने की संभावना है।
किस राज्य में मॉनसून कब करेगा एंट्री ?
इस महीने की शुरुआत में भी मई के महीने में सामान्य से अधिक बारिश की भविष्यवाणी की थी. वहीं अगले दो दिनों तक दक्षिणी राज्यों तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल में आंधी और बारिश जारी रहने की संभावना है। देश में अल नीनो प्रणाली कमजोर हो रही है और ला नीना स्थितियां सक्रिय हो रही हैं, जो इस साल अच्छे मॉनसून के लिए अनुकूल है। केरल में मानसून आने की सामान्य तिथि एक जून होती है। लेकिन भारतीय मौसम विभाग ने मॉनसून को लेकर बड़ी अपडेट दी थी, मौसम विभाग ने मानसून पूर्वानुमान को लेकर बताया कि तिथि में चार दिन कम या ज्यादा होने की संभावना है। ज्यादा सम्भावना मॉनसून के जल्दी आने की है। ऐसे में 28 मई से तीन जून के बीच मानसून प्रवेश करेगा।बंगाल की खाड़ी में अंडमान सागर और द्वीप समूह पर मानसून को 19 मई को पहुंचने की संभावना है। वहां दस्तक देने की सामान्य तिथि 21 मई है।
वैसे 15 जून को ये गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार पर पहुंचता है। वहीं, 20 जून को ये गुजरात के आंतरिक इलाकों, एमपी के मध्य हिस्सों और उत्तर प्रदेश में दस्तक देता है। अभी मौसम विभाग ने इन राज्यों में मॉनसून के पहुंचने की कोई तारीख नहीं बताई है। इस बार इसके एक दिन पहले ही भारत में एंट्री लेने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, तीन से पांच सप्ताह में ला-नीना की परिस्थितियां पैदा होने के आसार हैं। ऐसे में इस वर्ष सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना जताई जा रही है।