सार :

देश के कई राज्यों में प्री मानसून की घटनाएं देखने को भी मिलने लगी है। देशभर में अलग-अलग जगह बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेगी। कहीं अभी भी गर्मी देखने को मिल रही है तो कहीं मॉनसून की दस्तक हो गई है। देश के कई राज्यों में प्री मानसून की घटनाएं देखने को भी मिलने लगी है। बीते दिन राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में धूल भरी आंधी के साथ बारिश की घटनाएं देखने को मिली है तो वही मध्यप्रदेश और आसपास के राज्यों में भी प्री मानसून की घटनाएं रफ्तार पकड़ रही हैं। आईए जानते हैं मौसम की पूरी ख़बर विस्तार में।

विस्तार :

देश के कई हिस्सों में प्री-मॉनसून गतिविधियां देखने को मिल सकती है, जिसके तहत शुक्रवार तक उत्तर पश्चिम भारत में बारिश, तूफान, महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक में शनिवार से बारिश, शुक्रवार तक उत्तर भारत में धूल भरी आंधी और ओलावृष्टि की संभावना है। वही महाराष्ट्र में मानसून ने इंट्री ले ली है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि अगले तीन से चार दिनों में मुंबई सहित महाराष्ट्र के अधिक हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। मानसून के इस बार देश में जल्दी आने की संभावना जताई गई थी सामान्यतः मानसून केरल में 31 मई को दस्तक के बाद दस्तक दे देता है। इस बार 31 में के को मानसून के आने की संभावना जताई गई थी वहीं उत्तर और मध्य भारत में 15 जून से 21 जून के बीच आ जाता है और पूरे देश पर जून के महीने में छा जाता है।

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून कर्नाटक, दक्षिण महाराष्ट्र, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में पहुंचने के बाद अब उत्तरी राज्यों की ओर आगे बढ़ रहा है। जल्द ही यह मध्य प्रदेश, गुजरात में एंट्री ले लेगा। मौसम विभाग ने अब इन राज्यों के कई जिलों के लिए बारिश की चेतावनी जारी कर दी है। मॉनसून की एंट्री से पहले ही इन राज्यों में प्री मानसून बारिश होने लगी है है जिससे भीषण गर्मी से राहत मिलेगी। मॉनसून के आगमन से पहले ही कुछ राज्यों में बारिश जैसा माहौल बन चुका है, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र बना हुआ है, तो वहीं दक्षिण गुजरात के ऊपर भी चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है इन चक्रवाती परिसंचरण की वजह से इन राज्यों में बारिश जैसा माहौल बन गया है। मौसम विभाग ने गुजरात के कई जिलों में अगले 7 दिनों के लिए बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।

महाराष्ट्र पहुंचा मॉनसून, मौसम हुआ सुहावना :

इस बार मानसून ने देश में 2 दिन पहले ही एंट्री ले ली है वहीं अब यह आगे की ओर बढ़ रहा है और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में पहुंच चुका है जल्द ही इसके मध्य प्रदेश और गुजरात के कई इलाकों में पहुंचने की संभावना है। इन राज्यों में प्री मानसून की घटना घटनाएं देखी जाने लगी है। जल्द ही मानसूनकी एंट्री से यहां गर्मी से पूरी तरह राहत मिलने लगेगी जैसा कि महाराष्ट्र में देखा जाने लगा है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में, कर्नाटक, केरल के कुछ हिस्सों, लक्षद्वीप, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, दक्षिण गुजरात, जम्मू कश्मीर, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की गतिविधियां होने की संभावना जताई है। वहीं मानसून तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। मुंबई में अगले 3 से 4 दिनों में मॉनसून की एंट्री होने की संभावना है। इसके अलावा मॉनसून कर्नाटक के अधिकांश हिस्सों में, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र के अधिक हिस्सों में, 3-4 दिनों में पूरे कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश में पहुंचने की संभावना है।

उत्तर के राज्यों की ओर तेज़ी से बढ़ रहा मॉनसून :

उत्तर भारत के कई राज्यों में अभी भी गर्मी का सितम जारी है अब इस गर्मी से निजात मानसून ही दिला सकता है जो कि उत्तर भारत की ओर तेजी से बढ़ रहा है यह महाराष्ट्र तक पहुंच चुका है एवं मध्य प्रदेश गुजरात में प्री मानसून की वर्षा भी शुरू हो चुकी है। 20 से 25 जून तक यह उत्तर प्रदेश, बिहार समेत देश के उत्तरी राज्यों को कवर कर लेगा। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ गया है, कर्नाटक के अधिकांश भाग, महाराष्ट्र, तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्से, पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिकांश भाग और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ भाग में मॉनसून की एंट्री हो चुकी है। मुंबई में अगले 3 से 4 दिनों में मॉनसून की एंट्री होने की संभावना है। इसके अलावा मॉनसून कर्नाटक के अधिकांश हिस्सों में, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र के अधिक हिस्सों में, 3-4 दिनों में पूरे कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश में पहुंचने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि अगले तीन से चार दिनों में मुंबई सहित महाराष्ट्र के अधिक हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। इस बार 31 में के को मानसून के आने की संभावना जताई गई थी वहीं उत्तर और मध्य भारत में 15 जून से 21 जून के बीच आ जाता है और पूरे देश पर जून के महीने में छा जाता है। इस बार भी ऐसी उम्मीद लगाई जा रही है कि मानसून 1 से 2 दिन जल्दी आ सकता है।

मध्य प्रदेश, गुजरात में प्री मानसून बारिश जारी :

जहां मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे में बारिश की गतिविधियां दर्ज की गई है वहां तापमान में तेजी से गिरावट भी हुई है और तेज गर्मी से रहा राहत मिली है। दोपहर एक बजे के करीब भोपाल का तापमान 38 डिग्री दर्ज किया गया है। जबकि एक दिन पहले इसी समय 42 डिग्री से ज्यादा दर्ज किया गया था। आसमान में बादल छाए हुए हैं, जिससे लोगों को आने-जाने में ज्यादा परेशानी नहीं आ रही है। मॉनसून के आगमन से पहले ही कुछ राज्यों में बारिश जैसा माहौल बन चुका है, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र बना हुआ है, तो वहीं दक्षिण गुजरात के ऊपर भी चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है इन चक्रवाती परिसंचरण की वजह से इन राज्यों में बारिश जैसा माहौल बन गया है। मौसम विभाग ने गुजरात के कई जिलों में अगले 7 दिनों के लिए बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। फिलहाल मध्य प्रदेश में प्री मानसून की घटनाएं देखने को मिली। जिसके चलते तेज आंधी तूफान के साथ तेज बारिश भी हुई। इस पूरे हफ्ते इसी तरह का मौसम रहने की संभावना है और तापमान में धीरे-धीरे गिरावट दर्ज की जाती रहेगी अभी लू चलने और गर्म हवाएं चलने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है।

कुछ राज्यों में गर्मी का सितम जारी :

बताया जा रहा है कि पश्चिम से आ रही गर्म हवाओं के प्रभाव से यहां का तापमान फिर एक बार बढ़ने वाला है। यहां का अधिकतम तापमान 44 से 43 डिग्री तक जा सकता है। हालत यह बन गए हैं कि वह मौसम वैज्ञानिकों ने यहां गर्मी का येलो अलर्ट तक जारी कर दिया है झारखंड की राजधानी रांची में बीते दिन अधिकतम तापमान 39 से 40 डिग्री तक रहा और इसके ज्यादा बढने के आसार नजर आ रहे हैं। मौसम विभाग ने झारखंड के पूर्वोत्तर हिस्से को छोड़कर अन्य जिलों में गर्मी का और गर्म हवाओं का अगले 4 से 5 दिनों तक येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं उत्तर भारत के कई राज्यों में अभी भी गर्मी का सितम जारी है मौसम विभागने कुछ राज्यों में गर्म हवाएं चलने का अलर्ट भी जारी किया है।

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