सार :
अभी देश में दो अलग-अलग मौसम देखने को मिल रहे हैं। कहीं बारिश तो कहीं गर्मी का तांडव जारी है। आधे भारत को मानसून ने अपने कब्जे में ले लिया है। जिससे इन राज्यों का मौसम सुहावना हो गया है और जमकर मानसून की बारिश हो रही है तो वही उत्तर भारत में मौसम के हालत बेहाल है। उत्तर प्रदेश के भी कई जिलों में प्रचंड गर्मी के साथ ही लू का भी सितम झेलना पड़ रहा है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले चार पांच दिन तक लू से किसी भी तरह की राहत नहीं मिलने वाली है। तो आईए जानते हैं मौसम की पूरी जानकारी विस्तार में।
विस्तार :
देश में दक्षिण राज्यों के रास्ते दक्षिण पश्चिम मानसून ने दस्तक दे दी है। यह महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ तक पहुंच चुका है। जिससे इन राज्यों का मौसम सुहावना हो गया है और इन्हें भीषण गर्मी से राहत मिल चुकी है। इस सप्ताह के दौरान उत्तर भारत के मैदानी इलाके गर्मी की चपेट में रहेंगे। वहीं, कुछ इलाकों में भीषण हीटवेव का असर होगा। भारतीय मौसम विभाग ने 13 जून तक दिल्ली, उत्तर प्रदेश, जम्मू, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, ओडिशा, बिहार और झारखंड में लू का अलर्ट जारी किया है। दिल्ली के नरेला और उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अधिकतम तापमान 47.1 डिग्री सेल्सियस तक रहा। मौसम विभाग ने हीट वेव तक का अलर्ट जारी कर दिया है जिसमें 12 जून से लेकर 17 जून के बीच हीट वेव का असर देखने को मिल सकता है और पारा 45 डिग्री के पार पहुंच जाएगा। इतनी भीषण गर्मी को देख लोगों ने दिन के समय घरों के बाहर निकलना बंद कर दिया है। डॉक्टरों की सलाह है कि हीट वेव के दौरान घरों से बिल्कुल ना निकलें और ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं ताकि डिहाइड्रेशन का शिकार ना हो पाएं।
फिलहाल अभी देश में दो अलग-अलग मौसम देखने को मिल रहे हैं। 16 जून तक उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और झारखंड के कुछ हिस्सों में हीटवेव चलने की आशंका है. वहीं,13 जून को अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय,कर्नाटक, तेलंगाना और महाराष्ट्र में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। दिल्ली में हीटवेव का दौर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। मौसम विभाग ने 18 जून तक दिल्ली में लू की चेतावनी जारी की है। इस दौरान तीखी धूप सताएगी और दिन का पारा 45 डिग्री तक पहुंचने की आशंका है। मानसून की उत्तरी सीमा और चक्रवाती परिसंचरण की मौजूदा स्थिति से आगामी दिनों में भी विभिन्न प्रकार की मौसमी गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।
मध्य प्रदेश में लेट हुआ मॉनसून :
बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की ब्रांच कमजोर पड़ने की वजह से मध्य प्रदेश में मानसून दो दिन लेट हो गया है। सामान्य रूप से मध्य प्रदेश में मानसून पहुंचने का समय 15 जून है। अभी देश में दो अलग-अलग मौसम देखने को मिल रहे हैं। कहीं बारिश तो कहीं गर्मी का तांडव जारी है। आधे भारत को मानसून ने अपने कब्जे में ले लिया है। जिससे इन राज्यों का मौसम सुहावना हो गया है और जमकर मानसून की बारिश हो रही है तो वही उत्तर भारत में मौसम के हालत बेहाल है।मध्य प्रदेश में प्री मानसून की बारिश जारी है, जबकि आधे प्रदेश में भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। बुधवार को रायसेन-सागर, छिंदवाड़ा, राजगढ़ समेत कई जिलों मे बारिश हुई। वहीं खजुराहो प्रदेश का सबसे गर्म शहर रहा। छतरपुर, रीवा, सतना, सिंगरौली में भीषण गर्मी रही। यहां आकाशीय बिजली गिरने और 50 किमी प्रतिघंटा तक आंधी चलने का अनुमान है। वहीं बालाघाट, अशोकनगर, छिंदवाड़ा, उदयगिरि, राजगढ़, अलीराजपुर, धार, सागर, दमोह, अनूपपुर के अमरकंटक, रायसेन और बड़वानी जिलों में रात के समय हल्की गरज के साथ बिजली गिरने की आशंका है। 2023 की बात करें तो मानसून एमपी में करीब सात दिन की देरी से 24 जून को पहुंचा था।
मध्य प्रदेश के कई जिलों में गुरूवार यानि आज प्री मानसून में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। कई जिलों में हवा की रफ्तार भी 60 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। मध्य प्रदेश के रीवा में पिछले 24 घंटे में राज्य का सबसे अधिक तापमान 44.6 डिग्री दर्ज किया गया है। उत्तर पश्चिमी शुष्क हवाओं का असर गंगा के मैदानी भागों में होता रहेगा, जब बंगाल की खाड़ी से मॉनसून वाली हवाएं आना शुरू होंगी तब मौसम में थोड़ा बदलाव हो सकता है। उत्तर प्रदेश में 20 जून के बाद मॉनसून की एंट्री होने की संभावना है, तब तक लोगों को इसी तरह गर्मी की मार झेलनी पड़ेगी। इसके साथ ही, दक्षिण ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, दक्षिण गुजरात, और दक्षिण-पूर्व राजस्थान में हल्की बारिश की संभावना है। चार दिनों तक पूर्वी भारत और उत्तर-पश्चिम में तीव्र गर्मी की स्थिति की भविष्यवाणी की है।
उत्तर भारत में अभी और करना होगा इंतज़ार :
उत्तर प्रदेश के भी कई जिलों में प्रचंड गर्मी के साथ ही लू का भी सितम झेलना पड़ रहा है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले चार पांच दिन तक लू से किसी भी तरह की राहत नहीं मिलने वाली है। देश में दक्षिण राज्यों के रास्ते दक्षिण पश्चिम मानसून ने दस्तक दे दी है। यह महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ तक पहुंच चुका है। जिससे इन राज्यों का मौसम सुहावना हो गया है। राजस्थान के थार मरुस्थल से होकर आ रहीं उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाओं की वजह से उत्तर भारत के राज्यों का पारा लगातार हाई बना हुआ है। गुरुवार को महानगर का अधिकतम और न्यूनतम तापमान प्रदेश में सबसे अधिक रहा है। शहरियों ने दिन भर लू के थपेड़े झेले। इस वजह से गर्मी बनी हुई है। चार-पांच दिन अभी यही स्थिति बने रहने का पूर्वानुमान है। बताया कि अभी कोई चक्रवाती क्षेत्र भी नहीं बना है। हवाओं का चक्रवाती क्षेत्र बनने पर मानसूनी पूर्वी हवाओं की रफ्तार बढ़ेगी।
में मानसून के प्रवेश करने के बादभी इन राज्यों में अभी भी भीषण गर्मी देखने को मिल रही है। इस सप्ताह दिल्ली का अधिकतम तापमान 44 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच और न्यूनतम तापमान 30 से 31 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। दिल्ली में एक बार फिर हीटवेव की स्थिति बन गई है। इस दौरान, जनता को सचेत रहने और मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनियों का पालन करने की सलाह दी जाती है। मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली में चिलचिलाती गर्मी का यह दौर इस पूरे हफ्ते जारी रहने की संभावना है।