सार :

पहाड़ों से मैदानों तक देश में बारिश का कहर शुरू हो गया है। बारिश से तबाही सिर्फ मुंबई में नहीं है, बिहार, यूपी, उत्तराखंड और गोवा तक इससे कोहराम मची हुई है। गोवा में इतना पानी बरसा की एयरपोर्ट पर पानी भर गया, बिहार और यूपी में फिर नदियां उफान पर आ गई हैं, कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। बिहार में गंडक और बागमती नदी यहां उफान पर आ गई हैं। देश के लगभग हर राज्य का यही हाल है और बारिश का दौर चालू है। आईए जानते हैं मौसम की ताज़ा ख़बर विस्तार से।

विस्तार :

देश में मैदानी इलाकों के साथ पहाड़ों पर भी पानी का प्रकोप दिखने लगा है। उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के बाद कई जिलों में बारिश का रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। देशभर में इस वक्त मॉनसूनी हवा के साथ बारिश की फुहार पड़ रही है। जिसमें दिल्ली एनसीआर से लेकर यूपी- बिहार के लोग छई छपा करके इस मौसम का खूब आनंद उठा रहे हैं। भारतीय मौसम विभाग ने देश की राजधानी दिल्ली समेत लगभग 11 राज्यों में अगले 5 दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई है। दिल्ली के साथ साथ कई राज्यों में अच्छी बारिश का सिलसिला शाम और रात में देखने को मिल रहा है दिन के समय हल्की बारिश ही देखी जाती है। नेपाल में हो रही मूसलाधार बारिश से बाढ़ की वजह से बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी नदियां उफान पर आ गई हैं। बिहार के बगहा में गंडक नदी उफान पर आ गई है। वाल्मीकि नगर बैराज से साढ़े 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद निचले इलाकों के डूबने का खतरा मंडरा रहा है।

अभी भी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने दिल्ली और आस पास के क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, तो वहीं देश के पूर्वी राज्यों असम, अरुणाचल प्रदेश समेत अन्य राज्यों में बाढ़ से स्थिति भयावह होती जा रही है। भारतीय मौसम विभाग ने राजधानी दिल्ली के साथ साथ मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र में लगभग 2 दिनों तक भारी बारिश और उसके बाद 3 दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया है। बारिश से उत्तराखंड की 200 से ज्यादा सड़कें बंद हैं. नैनीताल, पिथौरागढ़, बागेश्वर जिले में सरकारी और गैर सरकारी सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई हैं, अगले तीन दिनों में उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान, उत्तरी मध्यप्रदेश, दक्षिणी हरियाणा, दक्षिणी पंजाब में भारी बारिश होने की संभावना है।

देश में मॉनसून हुआ फुल एक्टिव :

देश में मॉनसून पूरी तरह अपने स्वरूप में आ चुका है। देश में पहाड़ों से लेकर मैदानों तक बारिश चालू है। देश में ही नहीं पड़ोसी देशों में भी मॉनसून सक्रिय है जिससे देश के कई राज्य प्रभावित हो रहे हैं, नेपाल में बाढ़ की वजह से बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी नदियां उफान पर आ गई हैं। बिहार के बगहा में गंडक नदी उफान पर है। भारतीय मौसम विभाग ने मौसम की जानकारी देते हुए कहा कि 10 जुलाई तक अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग द्वारा अगले 5 दिनों तक देश के लगभग सभी राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है ऐसे में अगले 2 दिनो तक तेज बारिश और उसके बाद हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के गोपालगंज, बेतिया, बगहा, सुपौल और शिवहर जैसे जिलों में बाढ़ से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। बारिश से तबाही सिर्फ मुंबई में नहीं है, बिहार, यूपी, उत्तराखंड और गोवा तक इससे कोहराम मची हुई है। गोवा में इतना पानी बरसा की एयरपोर्ट पर पानी भर गया, बिहार और यूपी में फिर नदियां उफान पर आ गई हैं, कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। लगातार बारिश से ज्यादातर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। रिहायशी इलाकों को पानी ने अपनी चपेट में ले लिया है।

पहाड़ी राज्यों में हो रहा भूस्खलन, बाढ़, कई रास्ते बंद :

पूरे देश में मॉनसून छाया हुआ है, अगर हम पहले पहाड़ी राज्यों की बात करें तो बारिश से उत्तराखंड का सबसे बुरा हाल है यहां 200 से ज्यादा सड़कें बंद हैं। नैनीताल, पिथौरागढ़, बागेश्वर जिले में सरकारी और गैर सरकारी सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई हैं प्रशासन सैलानियों से लगातार अपील कर रहा है कि नदियों किनारे संभलकर जाएं। बता दें कि नेपाल में बाढ़ की वजह से बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी नदियां उफान पर आ गई हैं। बिहार के बगहा में गंडक नदी उफान पर है। नेपाल में लगातार बारिश के बाद आई बाढ़ ने बिहार और यूपी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। वाल्मीकिनगर बैराज से साढ़े 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद निचले इलाकों पर डूबने का खतरा मंडरा रहा है। गंडक के तराई वाले इलाकों में सैलाब का कब्जा दिखाई दे रहा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के गोपालगंज, बेतिया, बगहा, सुपौल और शिवहर जैसे जिलों में बाढ़ से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं।

हालत यह है कि नेपाल में काठमांडू, ललितपुर और भक्तपुर जैसे शहर पूरी तरह जलमग्न नजर आ रहे हैं। भारत-नेपाल बॉर्डर पर वाल्मीकिनगर के गंडक बैराज के 36 गेट खोले जा चुके हैं। जिससे निचले इलाकों के डूबने का खतरा मंडरा रहा है। लगातार बारिश से ज्यादातर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. रिहायशी इलाकों को पानी ने अपनी चपेट में ले लिया है. बारिश के बाद हुए हादसों और लैंडस्लाइड में अब तक करीब 50 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। बगहा में खेतों में काम करने गए 150 किसान बाढ़ में फंस गए हालांकि, गनीमत रही कि घंटों तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद किसानों को सुरक्षित बचा लिया गया। पहाड़ों और अन्य राज्यों में हो रही ऐसी बारिश से कई यातायात के मार्ग प्रभावित हुए हैं। काठमांडू की जिन सड़कों पर गाड़ियां फर्राटा भरती दिखती थीं, वहां अब सैलाब का बसेरा दिख रहा है। सैलानियों से गुलजार रहने वाला काठमांडू इन दिनों पानी-पानी नजर आ रहा है जिसका असर भारत में भी साफ़ नज़र आ रहा है।

इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट :

आज भी बारिश का अलर्ट है। मौसम विभाग ने इसके अलावा, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश के बाद देश के कई राज्यों में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। जलभराव जैसा ही हाल उत्तराखंड का भी है। वहां पर भी कई जगहों पर जलभराव की स्थिति देखी गई। ऐसे में भारी बारिश की आशंका के चलते देश भर के लगभग 15 राज्यों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। भारतीय मौसम विभाग ने भारी बारिश का अनुमान जताया है। मौसम विभाग के अनुसार आज भी दिल्ली नोएडा में बारिश का अलर्ट है। वहीं यूपी- बिहार के भी कई शहरों में आज भारी बारिश हो सकती है। पहाड़ी राज्यों की बात करें तो उत्तराखंड और हिमाचल में बारिश तो अच्छी हो रही है। 15 जुलाई तक तो मौसम विभाग द्वारा बारिश का अनुमान जता दिया गया है और 15 जुलाई तक अच्छी बारिश होती रहेगी।

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