सार :
मध्य प्रदेश समेत देश के लगभग हर राज्य में बारिश का सिलसिला चालू है। लेकिन अगर हम मध्य प्रदेश की बात करें तो मध्य प्रदेश में हर जिले में माध्यम से भारी बारिश का दौर चालू हो चुका है और यह 24 से ज्यादा चलने की संभावना है। बीते 24 घंटे से प्रदेश में अच्छी खासी बारिश हो चुकी है तो वही आज सुबह से भी तेज बारिश का दौरा शुरू है। तो आईए जानते हैं की मौसम विभाग द्वारा मध्य प्रदेश के मौसम के बारे में क्या पूर्वानुमान जारी किया गया है।
विस्तार :
देश के हर राज्य में बारिश का दौर शुरू हो चुका है पिछले 24 घंटे में लगभग हर राज्य में अच्छी खासी बारिश हो चुकी है और अभीभी यह जारी है कुछ राजू में तो मौसम विभाग द्वारा बारिश कराड अलर्ट जारी कर दिया गया है। बीते 24 घंटे में तो बारिश का कर देखा गया है लेकिन आने वाले 24 घंटे में भी यह कर रुकने का नाम नहीं लेगा। यही हालत मध्य प्रदेश राज्य की है। यहां भी बीते 24 घंटे से बारिश का सिलसिला चालू है और मौसम विभाग द्वारा मौसम का पूर्वानुमान जताते हए आगाह किया गया है कि प्रदेश में रुक रुक कर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है इसीलिए घर से बाहर जाते समय कृपा मौसम की जानकारी लेकर ही बाहर निकले एवं सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटों में राजधानी समेत कई जिलों में अत्यधिक बारिश दर्ज की गई है।
मध्य प्रदेश में पिछले कुछ घंटे से जोरदार बारिश हो रही है जिससे कई स्थानों पर जलभराव और बाढ़ जैसी स्थितियां पैदा हो गई है। भिंड और टीकमगढ़ में सबसे अधिक वर्षा हुई यहां कई स्थानों पर जलभराव हो गया है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों वैज्ञानिको ने बताया कि एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन उत्तर प्रदेश के ऊपर है, जिसकी वजह से आने वाले दिनों में भोपाल, रायसेन, सागर, शिवनी, मंडला, बालाघाट, मुरैना और भिंड में अधिक बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है। मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कई जगहों पर तेज बारिश दर्ज की गई है और अगले 48 घंटो के भीतर जोरदार बारिश का अलर्ट जारी किया है। एक अन्य ट्रफ लाइन प्रदेश के मध्य से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है तो वहीं साउथ गुजरात के ऊपर चक्रवाती सिस्टम बना हुआ है।
राजधानी भोपाल में कैसा रहेगा मौसम :
देशभर में मॉनसून की बारिश आफत बनकर बरस रही है। भारत के कई राज्य इन दिनों बाढ़ की चपेट में हैं, जिसकी वजह से आवागमन बाधित हो गया है और लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जलभराव के कारण आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। अगर हम एमपी की बात करें तो मध्य प्रदेश में महीने की शुरुआत से ही बारिश का सिलसिला शुरू हो चुका है। कभी रुक-रुक कर तो कभी लगातार बारिश हो रही है जिससे तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। भारी बारिश के चलते सभी नदी नाले उफान पर आ गए हैं और निचले इलाकों में जलभराव की समस्या पैदा होने लगी है। बीते 24 घंटे में भी कई जगह पर हल्की से मध्यम बारिश और कहीं-कहीं भारी बारिश की गतिविधियां दर्ज की गई है। इस बारिश से किसानों को राहत तो मिली है लेकिन आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
प्रदेश की राजधानी भोपाल में बीते 24 घंटे से बारिश का सी सिलसिला चालू है जिससे कि यहां का तापमान भी गिर गया है और जिलों के शहर का तापमान गिर जाने से मौसम सुहावना हो गया है मनो किसी हिल स्टेशन पर आ गए हों। बता दें कि प्रदेश में अधिकतम तापमान 28 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। राजधानी भोपाल में लगातार हो रही बारिश से निचले स्थान में जल भराव की समस्या सामने आई है। बता दें कि अभी बारिश का सिलसिला कुछ दिनों तक चलता रहेगा। इस मौसम में लोगों को सावधानी बरतने की हिदायत भी दी गई है। बीते दिन प्रदेश की राजधानी भोपाल में बारिश का सिलसिला शुरू हो गया और लगभग आधे इंच बारिश दर्ज की गई। बता दें कि प्रदेश में अब तक 15.47 इंच बारिश हो चुकी है यह सामान्य बारिश से 1 परसेंट ज्यादा है अब तक सामान्य रूप से बारिश 15.31 इंच हो जाती थी।
इन राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट :
मध्य प्रदेश मौसम विभाग के वैज्ञानिकों द्वारा कई राज्यों में अलग-अलग अलर्ट जारी कर दिए गए हैं कहीं रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है तो कहीं ऑरेंज खरगोन, खंडवा, हरदा, बैतूल, निवाड़ी, छिंदवाड़ा, शिवनी, बालाघाट, पंढुना, टीकमगढ़, सीहोर और रायसेन में शुक्रवार को ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में अत्यधिक बारिश होने की संभावनाएं हैं। शनिवार से अधिकतम जिलों में बारिश की गतिविधियां कम होंगी। मौसम की जानकारी देते हुए मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि राजगढ़, शाजापुर, सीहोर, भोपाल, बैरागढ़, रायसेन, भीमबेटिका, सांची, श्योपुर कलां, दक्षिण ग्वालियर, उत्तरी शिवपुरी, कुनो, निवाड़ी, ओरछा, दक्षिण पन्ना, दक्षिण छतरपुर, उत्तरी टीकमगढ़ और कटनी में बिजली के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। बीते 36 घंटे में प्रदेश के कई इलाकों में 60 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
मौमस विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में प्रदेश की राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई इलाकों में झमाझम बारिश होने वाली है। जुलाई के तीसरे हफ्ते में भोपाल, नर्मदा पुरम ,जबलपुर ,इंदौर संभाग के जिलों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना बताई गई है शेष बाकी के क्षेत्र में हल्की बारिश हो सकती है अलग-अलग स्थान पर तीन सक्रिय मौसम प्रणालियों के कारण और मानसून की बढ़ती हुई गति विधि के चलते हुए अगले 48 घंटे में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। पिछले 24 घंटे के दौरान गुना, पचमढ़ी, रायसेन, रतलाम, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, खजुराहो, मंडला, दमोह,आधार, बैतूल, भोपाल, इंदौर, खंडवा, राजगढ़, आगर मालवा, देवास, उज्जैन, भिंड, नरसिंहपुर, नौगांव, सागर, सिवनी, टीकमगढ़, सीधी, बालाघाट जिला में बारिश हुई है।
मौसम विभाग ने आज भोपाल, विदिशा, राजगढ़, हरदा, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, अनूपपुर, डिंडोरी, जबलपुर, नरसिंहपुर और सिवनी जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। तो वहीं रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, मंडला, बालाघाट और पांढुर्णा जिले में भी हैवी रेन का अलर्ट है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बालाघाट के साथ ही मध्य क्षेत्र के ज्यादातर जिलों में मध्यम से भारी बारिश होगी। वहीं भारतीय मौसम विभाग ने मौसम पूर्वानुमान मे जारी की जानकारी में बताया कि दक्षिण गुजरात में एक चक्रवाती सिस्टम बना हुआ है, जो कि पाकिस्तान से होते हुए मध्य प्रदेश पहुंचने वाला है, जिससे मध्य प्रदेश में तेज बारिश का सिलसिला चलता रहने वाला है।
इन जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति :
बीते 24 घंटे में प्रदेश में लगातार तेज बारिश का सिलसिला चालू है जिससे हम जन्म जीवन अस्त व्यस्त हो गया है नदी नाले उफान पर आ चुके हैं और जल भर की समस्याएं पैदा होने लगी है मौसम विभाग द्वारा अभी 24 घंटे में और भी तेज बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है यानी यह बारिश अभी नहीं थमेगी। इसी के चलते प्रशासन द्वारा और मौसम विभाग द्वारा प्रदेश के लगभग 9 जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया गया है। बारिश का सिलसिला चालू रहेगा तो निचले स्थान पर बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाएगी। टीकमगढ़ के मोहनगढ़ में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है, जो की 9.2 इंच है वही कटनी पन्ना और निमाड़ी जिलों के कई इलाकों में भी 4 से 6 इंच तक बारिश दर्ज की गई है इसके अलावा छतरपुर टीकमगढ़ मंदसौर रतलाम समेत कई जिलों में निचली बस्तियों में पानी भर गया है। वहीं अन्य स्थानों पर नदी नाले उफान पर है और बांधों में भी पानी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगा है।
लगातार हो रही बारिश के कारण हर जगह पानी भराव की समस्या पैदा हो है। जिसने रेलवे ट्रेक्स को भी नहीं छोड़ा है। कटनी में लगातार बारिश से रेल संचालक पर असर पड़ा है, रेल की पटरीयों पर पानी भर चुका है तो वहीं जबलपुर का बरगी बांध भरने की कगार पर है और जल्द ही वह खतरे के निशान से ऊपर उठ सकता है तो वही होशंगाबाद तक बारिश का रेड अलर्ट जारी हो चुका है। बता दें की रानी अवंती बाई लोधी सागर परियोजना बरगी बांध का जल स्तर बीते 48 घंटे में तेजी से बढ गया है। बांध के गेट कभी भी खुलने की चेतावनी दी गई है। जिससे कि प्रशासन ने जबलपुर से होशंगाबाद तक निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है।