इस बार देश के मौसम में लगातार अस्थिरता देखने को मिल रही है सभी के दिमाग मैं यह बड़ा सवाल चल रहा है कि आखिर मौसम में स्थिरता कब तक आएगी और कब तक ठंड का दौर शुरू होगा? मौसम में हो रहे लगातार बदलाव से तापमान में स्थिरता नहीं है कभी तापमान नीचे गिरता नजर आता है, तो कभी पर ऊपर चढ़ना नजर आता है। लगातार तापमान में बदलाव होते जा रहे हैं। अभी तक देश में तेज ठंड का दौर शुरू हो जाना था जो कि कई जगह नहीं देखा जा रहा। देश के पहाड़ी राज्यों में ठंड का मौसम सही से शुरू हो चुका है तो वहीं मैदानी इलाकों में यह मौसम लगातार बदलता नजर आ रहा है।
देश में लगातार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ एवं तूफानों की वजह से देश के मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहे हैं। वही बंगाल की खाड़ी के समीप उठ रहा एल नीनो का प्रभाव भी देश में साफ देखने को मिल रहा है। जिससे कई राज्यों में तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिली है लेकिन यह नवंबर के आखिरी दिनों में कम होता नजर आया और पश्चिमी विक्षोभ के कारण कई राज्यों में बारिश का दौर शुरू हुआ जिसकी वजह से ठंड अच्छी पड़ने लगी और एल नीनो का प्रभाव कम होने लगा। काफी समय से देश के मौसम में उथल-पुथल हो रही है ठंड से पहले कई राज्यों में धुंध का साया मंडरा रहा था जिससे कि वातावरण में और हवा में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा था जिससे लोगों का सांस लेना भी दुबर हो गया था। उसके बाद जैसे तैसे ठंड का दौर शुरू हुआ तब पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश होने की वजह से यह प्रदूषण आधा हो गया और कुछ दिनों बाद बहुत कम हो गया।
मौसम विभाग ने किया अलर्ट जारी:-
देश के कई राज्यों में धुंध के कारण बड़ी समस्याएं पैदा हो रही थी लेकिन उसके बाद हुई बारिश के वजह से देश के कई राज्यों में ठंड का दौर शुरू हुआ। जिससे ऐसा लग रहा है कि अब देश में तेज ठंड पड़ने लगेगी लेकिन अभी ऐसा कुछ भी नहीं हुआ लगातार अल नीनो के प्रभाव से देश के कई राज्यों में मौसम में लगातार बदलाव हो रहे हैं कभी तेज ठंड से पारा कम होने लगता है तो कभी पारा बढ़ने की वजह से गर्मी का एहसास होने लगता है। भारत मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे के दौरान चेन्नई ,तिरुवनुर ,कांचीपुरम और कई जिलों में अलग-अलग स्थानो पर भारी बारिश की संभावना है साथ ही इन कई जिलों में हल्की बारिश और मध्यम बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग के द्वारा कुछ दिनों पहले मिचांग तूफान के आने की संभावना जताई गई थी और बताया गया था कि जल्द ही यह दक्षिणी राज्यों से देश में प्रवेश करेगा जिसकी वजह से देश के कई हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। चक्रवात मीचांग चेन्नई के तट के करीब पहुंचने के कारण चेन्नई के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई है। वही पिछले 24 घंटे में चेन्नई में 5.88 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है। बता दे की भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल शहरों में जा जाकर लोगों की सहायता कर रहे हैं और कई क्षेत्रों में लोगों को बचाव कार्य जारी है
वही उत्तर भारत की बात करें तो उत्तर प्रदेश, बिहार मध्य भारत समेत कई हिस्सों में मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार नए साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण सोमवार को लखनऊ और बुंदेलखंड के 20 जिलों समेत 7 दिसंबर तक पूर्वी और दक्षिणी यूपी के कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी के आसार नजर आ रहे हैं। वहीं अगर देश के पहाड़ी राज्यों जैसे जम्मू कश्मीर, हिमाचल की बात करें तो अगले 24 घंटे के दौरान घाटी में मौसम शुष्क रहेगा विभाग ने 10 दिसंबर तक घाटी में मौसम के मिजाज शुष्क बने रहने और तापमान में गिरावट की संभावना जताई है। हिमाचल प्रदेश में भी बर्फबारी तेज हो गई है मौसम विभाग के मुताबिक आज मौसम के साफ रहने का अनुमान है वही एक दो स्थानों पर बादल छाए रहने की संभावना है शिमला में तापमान अधिकतम 17 और न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस रहेगा।
मौसम में सर्दी का पैटर्न बदला इस बार कम पड़ेगी ठंड:-
मौसम में लगातार हो रहे परिवर्तन के कारण जलवायु पैटर्न में परिवर्तन हो चुका है ठंड के मौसम में बारिश और धुंध की समस्या पैदा हो गई, जिसकी वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। अभी तक देश में पिछले सालों के मुकाबले ठंड तेज पड़ने लगती थी लेकिन इस बार हल्की सी ठंड का एहसास ही होना शुरू हुआ है। देश के कई राज्यों में लगातार हो रही बारिश ने आम जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है इससे पहले देश के कई राज्यों में धुंध की समस्या पैदा हो गई थी जिससे कि वातावरण की वायु जहरीली हो गई थी और लोगों का सांस लेना भी दुश्वार हो गया था उसके बाद बारिश का दौर शुरू हुआ जिससे कि इस प्रदूषण में कमी आई और ठंड में इजाफा हुआ।
लेकिन मौसम विभाग की माने तो इस बार पश्चिमि विक्षोभो के कारण ज्यादा बारिश हो रही है और इधर दक्षिण में बंगाल की खाड़ी में एल नीनो के प्रभाव से मौसम का तापमान लगातार बढ़ रहा है। जिससे कि एक तरफ से आ रही ठंडी हवाएं और दूसरी तरफ से आ रही गर्म हवाओं की वजह से मौसम में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है। इस डिप्रेशन की वजह से मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा और इस बार ठंड में कमी आएगी। जहां तक बताया जा रहा है कि शीत लहर भी पहले के मुकाबले कम ठंडक भरी रहेगी और कम दिन तक रहेगी। इस बार दिसंबर में भी कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार बहुत कम नजर आ रहे हैं वही तापमान 4 से 5 डिग्री तक कम ही रहेगा।