देश के साथ-साथ मध्य प्रदेश में भी मौसम का हाल बदल चुका है, कुछ दिनों पहले जहां लोग ठंड आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे तो अब कड़ाके की ठंड के सितम से अपनी दिनचर्या के काम भी परेशानी में कर रहे हैं। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के चलते प्रदेश में शीत लहर चलने से एकदम तापमान में गिरावट देखने को मिली है और ठंडक में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। देश के पहाड़ी राज्यों में लगातार हो रही बर्फबारी से देश के मैदानी राज्यों का तापमान भी घट गया है। मध्य प्रदेश में उत्तर पश्चिम से आ रही शीत लहर से हवा में तेजी आई है 8 से 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यहां हवाएं चल रही है जिसकी वजह से तापमान में गिरावट देखने को मिली है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में यह हवाएं और भी तेजी से चलेगी जिससे की तापमान में और ज्यादा गिरावट देखने को मिलेगी और कड़ाके की ठंड पड़ेगी।
प्रदेश की राजधानी की बात की जाए तो यहां एक दिन में ही शीत लहर के चलने से तापमान में एकदम 3.6 डिग्री की गिरावट देखने को मिली है। शहर में दिन में ठंड फिर बढ़ गई है शनिवार के मुकाबले रविवार को दिन के तापमान में 3.6 डिग्री की गिरावट हुई। यह इस महीने दिन के तापमान में दूसरी बार हुई सबसे ज्यादा गिरावट है। इससे पहले 3 दिसंबर को दिन के तापमान में 4.9 डिग्री की गिरावट देखने को मिली थी। और अगर सोमवार की बात करें तो यहां सुबह से ही घना कोहरा देखने को मिला और साथ ही ओस भी देखी गई जिससे कि सुबह तेज ठंड का एहसास हुआ।
शीत लहर का कारण पश्चिमी विक्षोभ:-
मौसम वैज्ञानिकों की माने तो वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण पहाड़ों पर बर्फबारी के चलते बर्फ पिघलने के बाद यहां से आई सर्द हवाओं ने भोपाल में तापमान को गिरा दिया है। रविवार को दिन का तापमान 24.3 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से 2.2 डिग्री कम रहा। शाम ढलते ही पारे की चाल बदल गई थी सुबह 11:30 बजे पारा 22.4 डिग्री पर था तो दोपहर 3:30 पर 24.3 डिग्री रहा जो 6.7 डिग्री लुढ़ककर 8:30 बजे 17.4 डिग्री पर आ गया। तापमान में यह उतार-चढ़ाव शीत लहर के चलने से देखे जा रहे हैं। जिससे कि हर दो-तीन घंटे में तापमान में बदलाव देखने को मिल रहा है।
मौसम विभाग की माने तो आने वाले दिनों में यह बदलाव और भी देखने को मिलेगा क्योंकि उत्तर भारत में एक पश्चिमी विक्षोभ और पहले से ही सक्रिय है जो की पहाड़ी राज्यों में भारी बर्फबारी करवा रहा है और आने वाले दिनों में जब यह बर्फ पिघलेगी तब यहां से चलने वाली हवाएं जो उत्तर पूर्व से चलकर मध्य भारत को आएंगे तो तापमान में और भी ज्यादा गिरावट देखने को मिलेगी। मौसम विभाग की माने तो दिसंबर माह कड़ाके की ठंड में ही बीते बीतेगा साथ ही 25 दिसंबर और नव वर्ष भी ठंड में ही गुजारना पड़ेगा।
मौसम विभाग के द्वारा हाल ही में तापमान में बदलाव दर्ज किया गया। जिसमें दोपहर से शाम तक के तापमान में एकदम गिरावट देखने को मिली है 2 घंटे में ही तापमान में 2.7 डिग्री की गिरावट हो गई थी। रात का तापमान 12.8 डिग्री दर्ज किया गया , बीते 24 घंटे में इसमें 0.9 डिग्री का इजाफा हुआ है मौसम विभाग के अनुसार हवा का रुख बदल कर उत्तरी होने से अब रात के तापमान में गिरावट की संभावना है इस कारण रात में ठंड और बढ़ सकती है हालांकि 22 दिसंबर से बूंदाबांदी के आसार भी नजर आ रहे हैं।
क्या प्रदेश में आने वाले दिनों में होगी बारिश?
देश में उत्तरी हिस्से में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है तो दक्षिणी हिस्से में बंगाल की खाड़ी और दक्षिण राज्यों में बन रहा चक्रवाती परिसंचरण दो अलग-अलग तरह के मौसमों का पैटर्न बता रहा है। जहां उत्तरी भारत में बर्फबारी हो रही है और ठंड में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है वहीं दक्षिणी राज्य में इस परिसंचरण की वजह से कई राज्यों के कई तटीय हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। अब देश के दक्षिणी हिस्से में आ रहा चक्रवाती परिसंचरण का असर मध्य भारत में भी देखने को मिल रहा है वही उत्तर भारत से आ रहा पश्चिमी विक्षोभ का असर भी यहां देखने को मिल रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार बताया गया है कि आने वाले दिनों में इन दोनों जलवायु पैटर्न के टकराव से बारिश की संभावना बन रही है। जहां मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में आने वाले दिनों में 22 दिसंबर से हल्की से मध्यम बारिश या बूंदाबांदी की संभावना नजर आ रही है और साथ में ही ठंड में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी यानी बारिश और ठंड का डबल अटैक देखने को मिलेगा। अभी प्रदेश में उत्तर पश्चिम तरफ से आ रही हवाओं की वजह से या हम कहे की शीत लहर की वजह से प्रदेश के तापमान में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है और ठंड में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। यह आने वाले दिनों में और भी ज्यादा देखने को मिलेगी। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार प्रदेश में दिसंबर माह कड़ाके की ठंड में ही बीतेगा।