मध्य प्रदेश में बीते दिनों शीत लहर का प्रकोप देखने को मिल रहा था। पहाड़ी राज्यों में हो रही बर्फबारी के चलते पहाड़ी राज्यों से आ रही शीत लहर से प्रदेश में ठंड का प्रकोप बढ़ गया था और कड़ाके की सर्दी पड़ने लगी थी। पहले हवा का रुख उत्तर पूर्वी होने के कारण शीत लहर का प्रकोप देखा जा रहा था और यहां पर हवाएं 8 से 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी। जिसकी वजह से कड़ाके की सर्दी पड़ने लगी थी।
अब हवा का रुख बदल जाने से पूरे मध्य प्रदेश राज्य के मौसम का हाल बदल चुका है। जहां पहले कड़ाके की सर्दी पड़ रही थी वहां अब लोगों का एक स्वेटर में ही काम हुआ जा रहा है। दिन का तापमान तेजी से बढ़ा है और सुबह और शाम के तापमान में भी काफी बढ़ोतरी देखी गई है। दो दिन पहले यहां कोहरा छाए रहने की दिक्कत हुई थी जिसकी वजह से प्रदेश दो दिन तक कोहरे की चपेट में रहा था लेकिन उससे भी ठंड में कोई ज्यादा इजाफा नहीं हुआ।
हवा का रुख बदला और मौसम बदला:
मध्य प्रदेश में कुछ दिनों पहले कड़ाके की सर्दी पढ़ रही थी पूरा प्रदेश कड़ाके की सर्दी की चपेट में था क्योंकि यहां पर पहाड़ी राज्यों में हो रही बर्फबारी का असर साफ-साफ देखने को मिल रहा था। पहले यहां हवा का रुख उत्तर पूर्वी होने की वजह से शीत लहर सीधे पहाड़ी इलाकों से मध्य प्रदेश में प्रवेश कर रही थी जिससे कि यहां का तापमान तेजी से घट रहा था और कड़ाके की ठंड का दौर शुरू हो चुका था। साथ ही यहां हवा की रफ्तार 8 से 10 किलोमीटर प्रति घंटा की थी। जिससे कि तेज ठंडी हवाएं चलने से सर्दी में इजाफा हुआ था और तापमान में तेजी से कमी आई थी।
लेकिन अब जब से प्रदेश में हवा का रुख पूर्वी हुआ है यहां पर ठंडक मैं बहुत कमी आई है। ऐसा लग रहा है जैसे प्रदेश से ठंड जा चुकी है यहां हवा का रूख पूर्वी होने से शीत लहर का प्रभाव देखने को नहीं मिल रहा है। साथ ही सुबह कोहरा देखने को मिलने की बावजूद भी ठंडक में कोई इजाफा नहीं हुआ है, तापमान में लगातार बढ़ोतरी हुई है दिन का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया वहीं रात का अधिकतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है आने वाले दिनों में मौसम विभाग का कहना है कि इसी तरह का मौसम रहने की संभावना है।
मध्य प्रदेश के मौसम में आने वाले दिनों में कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। पर एक या दो डिग्री ऊपर नीचे हो सकता है यानी तापमान में 2 डिग्री की कमी आ सकती है लेकिन यहां अब कड़ाके की सर्दी अभी कुछ दिनों तक नहीं पढ़ने की संभावना है। साथ ही मौसम विभाग ने आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना जताई है। बादल छाए रहने की वजह से यहां पर तापमान में बढ़ोतरी हुई है।
ठंड कम होने से किसानों को मिली राहत:
प्रदेश में ठंड के प्रकोप के कम हो जाने की वजह से किसानों के चेहरे पर मुस्कान आ गई है। क्योंकि तेज कड़ाके की ठंड के पढ़ने से कोहरा और ओस पढ़ने लगी थी जिससे कि किसानों को पाला पड़ने का डर सता रहा था। पाला पड़ने से फसलों को काफी नुकसान होता है और सबसे ज्यादा नुकसान उन फसलों को होता है जहां सब्जियां उगाई गई हो इसीलिए जिन किसानों ने सब्जियों की फसल उगाई थी उन किसानों को पाला पड़ने का डर सता रहा था लेकिन अब तापमान में आए भारी बदलाव की वजह से यह डर थोड़ा खत्म हो चुका है।
मौसम विभाग के द्वारा किसानों को मौसम के लिए आगाह किया जा रहा था, साथ ही कृषि मंत्रालय और कृषि विभाग द्वारा किसानों को एडवाइजरी जारी की जा रही थी और अभी भी किसानों को फसलों के लिए सही एडवाइजरी जारी की जा रही है जिससे कि उन्हें कोई नुकसान ना हो सके। लेकिन आप किसानों को फसलों में कीड़ों का डर सताने लगा है क्योंकि अब एकदम कम हुई सर्दी से फसलों को में कीड़े लगने की संभावना बढ़ जाती है लेकिन इसके लिए कृषि विभाग द्वारा किसानों को लगातार एडवाइजरी जारी की जा रही है।
मध्य प्रदेश में कैसा रहेगा अगले 15 दिन तक का मौसम का हाल?
मध्य प्रदेश में अभी के मौसम की बात की जाए तो अभी तो मौसम स्थिर बना हुआ है तापमान में बढ़ोतरी हो चुकी है तापमान 28 डिग्री से 11 डिग्री तक चल रहा है यानी अधिकतम दिन का तापमान 28 डिग्री और दिन का रात का तापमान 12 से 11 डिग्री के बीच रह रहा है मौसम विभाग की माने तो आने वाले दिनों में मौसम में कुछ खास बदलाव न होने की संभावना जताई जा रही है लेकिन जनवरी के पहले सप्ताह की शुरुआत मौसम में बदलाव होने की संभावना है और सर्दी का एक और दौड़ शुरू हो सकता है।
अभी मध्य प्रदेश में हवा का रुख बदल चुका है हवा का रूप पूर्वी होने से यहां पर ठंड में काफी कमी आई है और तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है जब यह हवा का रूप बदल जाएगा तब हवा की रफ्तार भी बदल जाएगी और फिर यहां ठंड का एक और दौर शुरू हो जाएगा। अभी मध्य प्रदेश में हवा की रफ्तार 2 से 3 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है लेकिन इससे पहले जब शीत लहर प्रदेश को चपेट में ली हुई थी तब यह हवा की रफ्तार 8 से 10 किलोमीटर प्रति घंटा थी तापमान में तेजी से गिरावट आई थी आगे आने वाले दिनों में भी ऐसा होने की संभावना जताई जा रही है।