उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षों की वजह से पूरे देश के मौसम के हालात में बदलाव देखा गया है जहां उत्तर भारत में बारिश का दौर शुरू हो गया वहीं मध्य भारत के राज्यों में भी साफ बारिश का असर देखने को मिला है वहीं पूर्वी राज्यों में भी अब बारिश का दौर शुरू हो चुका है लेकिन इस बीच लोगों को कड़ाके की ठंड से राहत मिली है और ठंड में कमी आई है। उत्तर भारत के राज्यों में ठंड से थोड़ी राहत मिल गई है। दिल्ली और यूपी में दो दिनों से तेज धूप निकल रही है, जिसके कारण ठंड में कमी आई है।

शीत लहर का प्रकोप है जारी :

लेकिन अभी उत्तर भारत के राज्यों में शीत लहर का असर साफ दिखाई दे रहा है, शीतलहर की वजह से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मौसम में नमी बनी हुई है। और दिल्ली समेत कई राज्यों में अभिषेक लहर चल रही है जिससे ठंडक बनी हुई है। मौसम विभाग ने देश के कुछ पूर्वी राज्यों में बारिश होने के आसार जताए हैं। वहीं, पंजाब और हरियाणा में शीतलहर का प्रकोप देखने को मिल रहा है। शीत लहर का यह प्रभाव मध्य प्रदेश समिति गुजरात, महाराष्ट्र ,राजस्थान में भी साफ दिखाई दे रहा है यहां भी ठंड में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है और बर्फीली हवाओं ने ठंडक बढ़ा दी है बीते दिन रात से ही तेज ठंडी हवाएं चलने से ठंडक में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

पश्चिमी विक्षोभ ने बदल दिया देश के मौसम का पैटर्न :

देश के हिमालय पर क्षेत्र में सक्रिय हुए वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते उत्तर भारत के कई हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू संभाग और पंजाब पर बना हुआ है। वहीं, उप- हिमालयी, पश्चिम बंगाल और आसपास के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश और उसके आस-पास है।

देश के अलग-अलग हिस्सों में सक्रिय हुए पश्चिमी वर्षों से देश के मौसम के पैटर्न में भारी बदलाव हो गया है अभी तक मौसम में गर्माहट आने लगती थी यानी ठंड की विदाई हो चुकी होती लेकिन जन्माष्टमी भिक्षु के सक्रिय होने की वजह से अभी बारिश का दौर शुरू हो गया है।मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि, दिल्ली में 13 फरवरी को गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है।

इन राज्यों में होगी बारिश :

भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी संभव है। वहीं पूर्वी असम, नागालैंड और मेघालय में हल्की बारिश हो सकती है. ओडिशा के तटीय इलाकों में भी 1 या 2 स्थानों पर हल्की बारिश संभव है। वही मध्य भारत के राज्य मध्य प्रदेश गुजरात समेत राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार जताए गए हैं।

उत्तर भारत के घाटी प्रदेश जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखण्ड में हुई बर्फबारी का प्रभाव मैदानी इलाकों पर भी नजर आ रहा है। मौसम विभाग ने इसका कारण पश्चिमी विभोक्ष को बताया है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में सर्दी का दौर जारी है। आप उत्तर भारत के राज्यों में ठंड का प्रकोप धीमा होता नजर आया है तो यह अब मध्य भारत की ओर बढ़ चुका है।

मध्य प्रदेश मौसम की जानकारी :

जनवरी शुरू होते ही मध्य प्रदेश में ठंड का दौर देखाे देखा गया था मध्य प्रदेश में उसके बाद ठंड में कमी दर्ज की गई थी। मध्य प्रदेश में तापमान में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की गई थी और ठंड गायब हो गई थी। लेकिन हिमालय प्रदेश में सक्रिय हुए नए वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से मध्य प्रदेश का मौसम एक बार फिर से बदल चुका है। पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मध्यप्रदेश में ठंड का एक और दौर शुरू हो गया है। ठंडी हवाओं के चलने के कारण एमपी के ग्वालियर, गुना और नौगांव में तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है।

राजधानी भोपाल में आने वाले दिनों में बूंदाबांदी के आसार जताए गए हैं। ठंडी हवाओं के चलने की वजह से ठंडक बढ़ गई है। मौसम विभाग ने भोपाल में 11 और 13 फरवरी को गरज-चमक के साथ बारिश के आसार जताए हैं। भोपाल का न्यूनतम तापमान 11 से 16 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है. वहीं अधिकतम तापमान 26 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है।

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