देश के पहाड़ी परिक्षेत्र हिमालय परिक्षेत्र में सक्रिय हुए नए पश्चिमी विक्षोभ का असर हाल ही में पूरे देश में देखने को मिल रहा है जहां पर्वतों और पहाड़ों पर जोरों की बर्फबारी हो रही है और मैदानी राज्यों में बारिश का दौर शुरू हो गया है वही बर्फ का लुफ्त उठाने और बर्फबारी के मजे लेने लाखों संख्या में पर्यटक पहाड़ी राज्यों में पहुंच रहे हैं। बता दें की पहाड़ी राज्यों में इस बार काफी कम बर्फबारी हुई है जिससे कि सैलानियों का सैलाब बहुत कम देखा गया है।

हाल ही में एक्टिव हुए नए वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर जहां पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी के रूप में देखने को मिला है वहीं मैदानी राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश और कड़ाके की सर्दी के रूप में देखने को मिल रहा है अब इसका असर उत्तर भारत में धीरे-धीरे कम होता नजर आ रहा है तो यह मध्य भारत की ओर बढ़ने लगा है जहां बीते दिन आसमान में बादल छाए रहे और घना कोहरा देखने को मिला है साथ ही बता दें कि अब कड़ाके की सर्दी और सर्दी के मौसम की विदाई होने जा रही है। जिस की तापमान में धीरे-धीरे इजाफा देखने को मिल रहा है।

अब होने जा रही “ठंड की विदाई” :

देश में अब ठंड की विदाई का समय नजदीक आ चुका है कड़ाके की सर्दी से लोगों को राहत मिलने लगी है लेकिन नए पश्चिमी विकशॉप के सकरी होने की वजह से ठंड में थोड़ा इजाफा देखने को मिला है जो कि कुछ दिनों बाद यह असर खत्म होने के बाद अपने आप ही खत्म हो जाएगा और धीरे-धीरे तापमान में इजाफा देखने को मिलेगा जो कि अभी देखने को मिलने लगा है।

बता दें कि उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में सक्रिय हुए नए पश्चिमी विक्षोभ का असर अब उत्तर भारत में धीरे-धीरे कम होने लगा है लेकिन यह मध्य भारत के राज्यों की ओर बढ़ चुका है जो कि बीते दिनों सब दिखाई दिया बीते दिन सुबह से ही घना कोहरा देखने को मिला और दिनभर आसमान में बादल छाए रहे जिसे की तापमान में थोड़ी सी कमी आई वही रात में ठंडी हवाओं के चलते तापमान में तेजी से गिरावट देखने को मिली और ठंड में इजाफा हुआ। लेकिन मौसम विभाग का मानना है कि यह मौसम अब धीरे-धीरे साफ हो रहा है।

ठंड की विदाई का समय आ चुका है कड़ाके की सर्दी से लोगों को राहत मिलने लगी है जहां उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी और कोहरे से लोगों का बुरा हाल था वहां अब इस मौसम से लोगों को राहत मिलने लगी है वहीं अब धीरे-धीरे तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। देश के पहाड़ी राज्यों में इस बार बर्फबारी बहुत कम देखने को मिली है लेकिन सर्दी के जाते-जाते यह बर्फबारी एक बार देखने को और मिल गई जिससे कि सैलानियों का ताता पहाड़ी राज्यों में लगने लगा।

पर्वतों पर देखा जा रहा सैलानियों का सैलाब :

इस बार देश के पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी बहुत कम देखने को मिली है जिससे कि यहां पर पर्यटकों की संख्या में भी कमी आई है लेकिन अब हिमाचल प्रदेश में कई दिनों से जारी बर्फबारी के बाद मंगलवार को धूप निकली तो पर्यटकों की भीड़ उमड़ी पर माइंस में होने के बाद भी मनाली शिमला धर्मशाला कुल्लू में कई पर्यटक उम्र रहे हैं हालांकि बर्फबारी के कारण अभी भी राज्य की 400 से ज्यादा सड़के बंद है मौसम विभाग का कहना है कि 12 फरवरी तक मौसम साफ रहने की उम्मीद है।

स्थानीय लोगों का मानना है कि पिछले सालों के मुकाबले इस साल बर्फबारी बहुत कम देखने को मिली है लेकिन जनवरी के आखिरी दिनों में और फरवरी के शुरू होते ही बर्फबारी का दौर शुरू हो गया जिससे कि पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। आप लोग मैदानी राज्यों से पहाड़ों का रुख कर रहे हैं और बर्फबारी का मजा लेने हिल स्टेशन पर पहुंच रहे।

वेस्टर्न डिस्टरबेंस से आया मौसम में बदलाव:

देश की मौसम प्रणाली के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडल में एक गर्त के रूप में पश्चिम हवाओं के साथ अपनी धुरी से 5.8 किमी ऊपर औसत स्तर पर लगभग 65 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ 32 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में चल रहा है। वहीं, उत्तर भारत में समुद्र तल से 12.6 ऊपर 140 नॉट तक की जेट स्ट्रीम हवाएं जारी हैं। एवं एक प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण उत्तर पश्चिमी राजस्थान और इससे सटे पाकिस्तान पर है। जिससे कि देश के पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी देखने को मिल रही है और मैदानी राज्यों में बारिश शुरू हो गई है और कहीं-कहीं ओले भी बरसे हैं।

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