भारत के दो हिस्सों में सक्रिय हुए नए पश्चिमी विक्षोभ की वजह से पूरे देश के मौसम पर असर दिखाई दे रहा है उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम के राज्यों में मौसम में बदलाव आ चुका है यह बदलाव उत्तर और मध्य भारत में ज्यादा देखने को मिल रहा है। जहां बारिश का दौर शुरू हो चुका है और कहीं-कहीं पश्चिमी विक्षोभ के असर से ओलावृष्टि की खबरें भी सामने आई है।
उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम सहित मध्य भारत में पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखाई देने लगा :
देश में दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो चुके हैं जिसमें से एक मध्य शोभ मंडल पश्चिमी हवाओं में एक गत के रूप में है तो दूसरा पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान के क्षेत्र में बना हुआ है जिसका साफ असर भारत के राज्यों पर देखा जा रहा है। जहां मौसम विभाग ने उत्तर भारत मे 18 फरवरी से बारिश का अलर्ट जारी कर दिया था और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई थी मौसम विभाग ने बताया था कि 18 से 21 फरवरी तक उत्तर भारत में इसी तरह का मौसम रहने वाला है और हल्की से मध्यम और कहीं कहीं तेज बारिश की गतिविधियां दिखाई देगी।
उत्तर भारत के राज्यों में 20 फरवरी को बारिश की गतिविधियां देखी गई और कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हुई अब मध्य भारत के राज्यों का मौसम भी बदलने लगा है आज यानी 21 फरवरी को सुबह से ही मध्य भारत के राज्य मध्य प्रदेश गुजरात के पूर्वी हिस्से समेत राजस्थान, महाराष्ट्र के कई हिस्सों में मौसम में बदलाव देखा गया है। इन राज्यों के कई हिस्सों में सुबह से ही बादल छाए रहे और तेज हवाएं चलने की शिकायत है।
मध्य प्रदेश के कई जिलों में दोपहर से मौसम में बदलाव देखा गया है घने बादल के साथ-साथ हवा की रफ्तार में तेजी आई है। मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश समेत इन राज्यों में अगले 24 घंटे में बारिश और ओलावृष्टि की गतिविधियां देखने को मिलने वाली है। मौसम विभाग ने साथ में यह भी बताया है कि बारिश और ओलावृष्टि की वजह से तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी यह गिरावट ज्यादा नहीं लेकिन एक से दो डिग्री की हो सकती है।
तापमान में होने लगी थी बढ़ोतरी :
ठंड की विदाई होते ही देश में के सभी राज्यों में तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही थी लेकिन नए पश्चिमी विक्षोभों की वजह से तापमान में 1 से 2 डिग्री की गिरावट देखने को मिलने वाली है। बता दे की मध्य भारत के राज्यों में तापमान तेजी से बढ़ रहा है मध्य प्रदेश के कई जिलों में अधिकतम तापमान 30 से 34 डिग्री के बीच दर्ज किया गया। अब मौसम विभाग ने इसमें एक से दो डिग्री की गिरावट होने की संभावना जताई है। मौसम विभाग का मानना है कि पश्चिमी विकशॉप के असर के समाप्त हो जाने के पश्चात तापमान में फिर से धीरे-धीरे बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी।
पहाड़ी राज्यों में फिर से लौटा कोहरा और बर्फबारी :
भारत में दो पश्चिमी विक्षोभों का असर देखने को मिल रहा है जिससे की मौसम में पूरा उलट फिर हो चुका है जिससे कि मैदानी राज्यों में माध्यम से तेज बारिश की संभावना जताई गई है और कहीं-कहीं ओलावृष्टि की संभावना भी जाहिर की गई है वही पर्वतीय राज्यों में भारी बर्फबारी और कोहरा होने की चेतावनी जाहिर की गई है मौसम विभाग ने इन राज्यों में बारिश का येलो अलर्ट जारी कर दिया है साथ ही घाटी के कुछ हिस्सों में भारी बर्फबारी की चेतावनी दी गई है।
पहाड़ों पर होने वाली बर्फबारी की वजह से मैदानी राज्यों के तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी। तापमान में यह गिरावट ज्यादा नहीं लेकिन एक से दो डिग्री की हो सकती है जैसा कि भारत से अब ठंड की विदाई हो चुकी है और अब केवल रात में ही तापमान में थोड़ी कमी आती है जिससे कि लोगों को ठंड का एहसास होता है पश्चिमी विक्षोभ के असर से मौसम में ज्यादा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा यानी तापमान में बदलाव ज्यादा नहीं होगा लेकिन एक से दो डिग्री की गिरावट दर्ज की जाएगी जिससे कि थोड़ी ठंडक ज्यादा महसूस हो सकती है।