सार :
देश के लगभग सभी हिस्सों में ठंड की विदाई के बाद बारिश का दौर शुरू हो गया था, जो अभी तक चला। आज 22 मार्च को भी मौसम विभाग द्वारा कई राज्यों के कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना जताई गई है। इसके बाद फिर तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी और गर्मी का एहसास होने लगेगा। मौसम विभाग द्वारा पहले भी पूर्वानुमान जताते हुए बताया गया था की होली के आसपास मौसम में बदलाव देखे जाएंगे और गर्मी की शुरुआत हो जाएगी। वैसे गर्मी की शुरुआत कई राज्यों में हो चुकी है, जहां पश्चिमी विक्षोभों का असर दिखाई नहीं दे रहा है। लेकिन मौसम विभाग का कहना है की होली के बाद देश के सभी राज्यों में गर्मी का आगमन हो जाएगा।
भारतीय मौसम पूर्वानुमान विभाग के अनुसार , 20 मार्च यानी आज से 22 मार्च के बीच गंगीय पश्चिम बंगाल में गरज, बिजली और तेज़ हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती है। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के सक्रिय हो जाने के कारण और पहाड़ों पर बर्फबारी से यहां मौसम में इस तरह का अचानक बदलाव हो रहा है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार भारत में दो अलग-अलग वेदर सिस्टम एक्टिव हैं, जिसकी वजह से मौसम में लगातार बदलाव बना हुआ है। मौसम विभाग ने बारिश की गतिविधियां को देखते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में और सटे हुए राज्यों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है,पूर्वी उत्तर प्रदेश में कहीं-कहीं बारिश और गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई थी।
मध्य भारत में एक्टिव हुए दो नए सिस्टम क्या होगा असर :
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार भारत में दो अलग-अलग वेदर सिस्टम एक्टिव हैं, जिसकी वजह से मौसम में लगातार बदलाव बना हुआ है। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो पूर्वी हवा उत्तरी हवा को आने से रोक रही है। इससे यह हो रहा है कि पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के बाद भी उत्तर से ठंडी हवा मध्य भारत के राज्यों तक नहीं आ पा रही है। इसका कारण रात के तापमान में ज्यादा गिरावट दर्ज नहीं की जा रही। उत्तर से ठंडी हवाओं के कारण ठंडक नहीं आ रही और दक्षिण हवाओं के कारण गर्माहट नहीं आ रही। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार आज मध्यप्रदेश के पूर्वी जिलों, छत्तीसगढ, विदर्भ और झारखंड समेत छत्तीसगढ के कई हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर ओलावृष्टि, बादल गरजने, बिजली चमकने के साथ तेज हवाऐं चलने की संभावना है। पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के बाद भी उत्तर से ठंडी हवा मध्य भारत के राज्यों तक नहीं आ पा रही है। इसका कारण रात के तापमान में ज्यादा गिरावट दर्ज नहीं की जा रही। पूर्वी हवाएं , दक्षिण हवाओं के साथ मिलकर मध्य भारत के पूर्वी हिस्सों में बारिश कर रही है और कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी देखने को मिल रही है।वही बंगाल की खाड़ी के समीप उत्पन्न चक्रवाती परिसंचरण के कारण मध्य भारत और पूर्वी भारत के राज्यों पर बारिश और ओलावृष्टि का खतरा मंडरा रहा है। आज मौसम विभाग ने मध्य भारत के कई राज्यों समेत पूर्वी राज्यों और दक्षिण भारत के राज्यों के तटीय इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और कहीं-कहीं तेज बारिश की संभावना जताई है।
मौसम विभाग ने इन राज्यों में बारिश का किया अलर्ट :
आज 22 मार्च को भी कहीं-कहीं बारिश की संभावना जताई गई है मौसम विभाग द्वारा 20 से 22 मार्च तक बारिश की गतिविधियों होने की संभावना जताई गई थी जो आज भी कुछ राज्यों के कुछ हिस्सों में देखी जा सकती है और कई जगह बादल छाए रहने की संभावना भी है। 22 मार्च के बाद फिर मौसम में स्थिरता आने की संभावना है और गर्माहट में बढ़ोतरी दर्ज होने की संभावना भी है। यानी हम कह सकते हैं की होली के त्यौहार केबाद लोगों को भीषण गर्मी का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा। अभी फिलहाल आज भी कुछ जगह बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी। पश्चिमी विक्षोभों और चक्रवाती परिसंचरण की वजह से बार-बार मौसम मैं बदलाव हो रहा है और बारिश हो रही है, तो कहीं ओलावृष्टि की खबरें भी सामने आ रही है। पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी का दौर शुरू है आज भी मौसम विभाग ने हिमपात होने की संभावना जताई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार आज मध्यप्रदेश के पूर्वी जिलों, छत्तीसगढ, विदर्भ और झारखंड समेत छत्तीसगढ के कई हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर ओलावृष्टि, बादल गरजने, बिजली चमकने के साथ तेज हवाऐं चलने की संभावना है।वहीं 20 से 22 मार्च के बीच छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, विदर्भ और पूर्वी मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों जैसे जबलपुर, रीवा, सतना , मंडला आदि जिलों में गरज, बिजली और तेज हवाएं 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली है, साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
मध्य भारत और दक्षिण पूर्वी भारत के राज्यों में तो बारिश की गतिविधियां देखने को मिल ही रही है। साथ ही मौसम विभाग ने उत्तर भारत के राज्यों यूपी ,बिहार के कुछ हिस्सों में भी बारिश की गतिविधियां देखने की संभावना जताई है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 24 मार्च को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में कहीं-कहीं बूंदा बांदी यानी हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेगी। इसके अलावा उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीते दिन शाम को कुछ जगहों पर हल्की बारिश देखने को मिली इससे हवाओं की रफ्तार तेज होने से तापमान में गिरावट भी दर्ज की गई, लेकिन अब मौसम साफ रहने की संभावना है।
जल्द ही मौसम में होने लगेंगे बदलाव :
मौसम विभाग द्वारा पहले भी पूर्वानुमान जताते हुए बताया गया था की होली के आसपास मौसम में बदलाव देखे जाएंगे और गर्मी की शुरुआत हो जाएगी। वैसे गर्मी की शुरुआत कई राज्यों में हो चुकी है, जहां पश्चिमी विक्षोभों का असर दिखाई नहीं दे रहा है। जैसे उत्तर भारत के राज्यों यूपी बिहार के कुछ हिस्सों और मध्य भारत के राज्यों जैसे मध्य प्रदेश ,गुजरात ,महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में जहां पश्चिमी विक्षोभ और मौसम के दूसरे सिस्टम का असर नहीं है वहां गर्मी की शुरुआत हो चुकी है दिन का तापमान तेज धूप निकलने से बढ़ रहा है और रात के तापमान में कुछ गिरावट दर्ज की गई है। उत्तर भारत के कई राज्यों का तापमान 35 से 35 डिग्री तक दर्ज किया जा चुका है। मौसम विभाग के अनुसार यह तापमान इसी महीने कहीं कहीं 40 डिग्री तक पहुंच सकता है। इस बार भी भीषण गर्मी पढ़ने की संभावना है।
उत्तर भारत में मौसम के अलग अलग तेवर :
देश की राजधानी दिल्ली में रोज़ तापमान बढ़ोत्तरी दर्ज़ की जा रही है। ये सिलसिला आगे भी जारी रहने वाला है क्योंकि अब तो गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है और जो होली के बाद देखा जाएगा यानी गर्मी का तांडव होली के त्यौहार के बाद पूरी तरह शुरू हो जाएगा। एक तरफ पहाड़ों पर बर्फबारी देखी जा रही है हालांकि पहाड़ों पर बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों पर देखने को नहीं मिल रहा है। इस बीच कई राज्यों में आज भी बारिश और ओलों का अलर्ट है। उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों के पास चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है और सक्रिय वैस्टर्न डिस्टरबेंस से देश की राजधानी दिल्ली में हल्की बारिश से मध्यम बारिश की गतिविधियों से मौसम सुहावना होने वाला हैजहां उत्तरभारत में पश्चिमी विक्षोभ का असर कमजोर होता नजर आ रहा है और गर्माहट बढ़ने लगी है वही बंगाल की खाड़ी के समीप उत्पन्न चक्रवाती परिसंचरण के कारण मध्य भारत और पूर्वी भारत के राज्यों पर बारिश और ओलावृष्टि का खतरा मंडरा रहा है।