सार :

भारत के सभी राज्यों में प्रचंड गर्मी का तांडव जारी है। अब गर्मी से आम जनजीवन अस्त व्यस्त होने लगा है। पानी की कमी के साथ-साथ पानी पर रोक भी लग गई है तो लोग अब प्री मानसून बारिश का इंतजार करने लगे हैं। कई राज्यों में इस गर्मी में मैं सालों पुराने रिकॉर्ड भी तोड़ दिए हैं। हर जगह तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है जहां राजस्थान में तापमान 48 डिग्री पहुंच चुका है वही मध्य प्रदेश समेत अन्य राज्यों में 45 डिग्री बना हुआ है। तो आईए जानते हैं पूरी ख़बर विस्तार में।

विस्तार :

देश में जहां गर्मी ने हर राज्य पर अपना कब्जा कर लिया है तो वही बंगाल की खाड़ी से उत्पन्न लो प्रेशर क्षेत्र की वजह से चक्रवात देशके तटवर्ती राज्यों को प्रभावित कररहा है। देश के अन्य मैदानी राज्यों में तो प्रचंड गर्मी की वजह से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। देश में अलग-अलग तरह के मौसम देखने को मिल रहे हैं पहाड़ी राज्यों में बारिश के चलते मौसम सुहावना बना हुआ है।तो वहीं मैदानी राज्यों में भीषण गर्मी की मार झेलनी पड़ रही है और मैदानी राज्यों में लू का अलर्ट जारी किया जा चुका है। बता दे कि आज चक्रवाती तूफान रेमल के पश्चिम बंगाल के रास्ते देश में प्रवेश करने की चेतावनी दी गई है। राजधानी दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में 28 मई तक भीषण गर्मी का दौर जारी रहने की संभावना व्यक्त की गई है। विभाग ने गर्मी को देखते हुए राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ के अलावा दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और गुजरात के लिए हीटवेव का ‘रेड’ अलर्ट जारी किया है।

अगर हम फ्री मानसून की घटनाओं की बात करें तो लोग अब मानसून का इंतजार करने लगे हैं और बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न चक्रवात से कई राज्यों में प्री मानसून बारिश होने की संभावना भी है। तूफ़ान रेमल पश्चिम बंगाल समेत बंगाल में प्रवेश कर चुका है। मौसम विभाग ने बताया है कि इस बीच हवा की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाएगी और भारी बारिश की चेतावनी भी जताई गई है। मछुआरों को समुद्र तट में 28 मई तक प्रवेश न करने की हिदायत दी गई है।वही कोलकाता समेत कई जिलों में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों क्षेत्र में प्रस्थान और आगमन वाली दोनों कुल 394 उड़ाने हवाई अड्डे से आने-जाने के लिए संचालित नहीं होगी।

प्रचंड गर्मी की चपेट में भारत :

देश में लोग सबसे ज्यादा परेशान भीषण गर्मी से हो रहे हैं। राजधानी दिल्ली समेत दक्षिण भारत के राज्यों में गर्मी ने अपने पैर पसार लिए हैं। पहले तो तापमान के इस महीने में 42 से 44 डिग्री के आसपास रहने की संभावना जताई गई थी लेकिन तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है और 45 डिग्री के पार हो चुका है कुछ राज्यों के हाल तो ऐसे हैं कि तापमान 50 तक भी पहुंच सकता है क्योंकि राजस्थान में कुछ जिलों का तापमान 48 डिग्री के पार तक पहुंच चुका है जिससे लोगों के साथ-साथ प्रशासन की चिंताएं भी बढ़ चुकी है और यहां पर आर्टिफिशियल रेन करवाई गई जा रही है जिससे लोगों को और मौसम को कुछ राहत मिल सके। भारतीय मौसम विभाग के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार देश के अन्य मैदानी राज्यों पंजाब, हरियाणा, राजस्थान के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, गुजरात और मध्य प्रदेश में कम से कम 23 स्थानों पर शनिवार को अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर रिकॉर्ड किया गया। अगले चार दिनों में उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में रात का मौसम भी गर्म रहने की आशंका व्यक्त की गई है।

राजस्थान समेत इन राज्यों में गर्मी का अलर्ट :

भारत के राजस्थान में मिशन गर्मी देखने को मिल देखा जा रहा है राजस्थान तक पहुंच चुका है। नौतपा में देश का आधा हिस्सा तप रहा है। राजस्थान के फलौदी स्थान पर शनिवार को तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। प्रदेश के अन्य स्थानों और दूसरे राज्यों के अधिकतर क्षेत्रों में पारा 45 से 48 डिग्री के बीच बना हुआ है। जिससे लोगों के साथ-साथ प्रशासन की चिंताएं भी बढ़ चुकी है और यहां पर आर्टिफिशियल रेन करवाई गई जा रही है जिससे लोगों को और मौसम को कुछ राहत मिल सके। इस भीषण गर्मी के चलते जल संकट भी पैदा होने लगा है राजस्थान में भीषण जल संकट के कारण कई शहरों में एक दिन छोड़कर जलापूर्ति शुरू की गई है। राजधानी दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में 28 मई तक भीषण गर्मी का दौर जारी रहने की संभावना व्यक्त की गई है। विभाग ने गर्मी को देखते हुए राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ के अलावा दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और गुजरात के लिए हीटवेव का ‘रेड’ अलर्ट जारी किया है।

मध्य प्रदेश में गर्मी ने तोड़ा सालों पुराना रिकॉर्ड :

देश में केवल राजस्थान ही ऐसा राज्य नहीं है जहां भीषण के कारण आम जनजीवन सिटी व्यस्त हो गया है इसके साथ ही मध्य प्रदेश भी भीषण गर्मी की चपेट में है राजस्थान के रेगिस्तान से आ रही गर्म हवा से मध्य प्रदेश भीषण गर्मी से भट्टी के तरह तप रहाहै बता दें कि 24 में से 9 तप शुरू हो चुके हैं और हालत यह है कि नौतपा के दूसरे दिन रविवार कोल के थप्पड़ों के बीच भोपाल में तापमान 45 डिग्री से ऊपर चला गया यहां 40 साल में दूसरी बार ऐसी भीषण गर्मी पड़ रही है और नौतपा का भी सबसे ज्यादा तापमान देखा गया है। मध्य प्रदेश राज्य का राजगढ़ जिला सबसे ज्यादा गर्म रहा यहां तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया सीजन में पहली बार तेरा शहरों में तापमान 44 डिग्री से 46 डिग्री के ऊपर रहा है इससे पहले साल 2016 में 21 मई को भोपाल में दिन का तापमान 46.7 डिग्री दर्ज किया गया था।

गर्मी से हालात बेहद ही खराब हो चुके हैं। लोगों का घरों से बाहर निकलना बंद हो गया है। दिन के समय सार्वजनिक स्थल हो या हाट बाजारो सभी सूने पड़े रहते हैं लोग शाम के समय घरों निकालना मुनासिफ समझते हैं। जहां तक की जरूरत का सामान भी लेने के लिए दिन के समय बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं। भारतीय मौसम विभाग के वैज्ञानिकों क्या कहना है कि राजस्थान से आ रही गर्म हवाओं की वजह से राज्य में तपन बढ़ रही है। 8 दिन पहले तक ग्वालियर चंबल, बुंदेलखंड तप रहे थे गर्म हवा का रुख अब बदल चुका है और रविवार को भोपाल जिलों का तापमान बढ़ता दर्ज किया गया है।

कब होगी प्री मॉनसून बारिश की शुरआत :

मानसून की दस्तक से ठीक पहले आए तूफान रिमल से दक्षिण पश्चिम मानसून पर विपरीत असर नहीं दिखाई देगा। आमतौर पर कोई तूफान सक्रिय होता है तो वह नमी खींच लेता है। तूफान को तट पार करने में लगभग 4 से 5 दिन लग जाते हैं तो मानसून कमजोर हो जाता है लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है तूफान एक से दो दिन में ही तट में को टकरा गया और इसका मानसून पर असर नहीं दिखाई दे रहा। तूफान विकसित हुआ और जल्द ही वह तट से टकरा गया और तेजी से गुजरने से नमी बंगाल की खाड़ी में बची रह गई। इससे मानसूनी धाराएं मजबूत हुई और मानसून की रेखा 10 दिन पहले ही उन हिस्सों तक पहुंच गई जहां उन्हे 5 जून तक पहुंचना था। इसीलिए मानसून के देश में जल्दी प्रवेश करने की संभावना प्रबल दिखाई दे रही है। अंडमान निकोबार मैं मानसून प्रवेश कर चुका है और अब यह जल्द ही केरल के रास्ते देश में प्रवेश करने वाला है इस बार मानसून के केरल में 1 से 2 दिन जल्दी प्रवेश करने की संभावना जताई गई थी अब देखना यह होगा कि मानसून देश में कितनी जल्दी और कब प्रवेश करेगा और कब लोगों को इस भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।

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