सार :
लंबे समय से देश में दो तरह का मौसम देखा जा रहा है उत्तर भारत के राज्यों में भीषण गर्मी से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है तो दक्षिण भारत के राज्यों से प्रवेश किया मॉनसून महाराष्ट्र तक पहुंच चुका है और इसकी रफ्तार बहुत धीमी हो चुकी है। जहां उत्तर भारत में लोग मानसून के आने का इंतजार कर रहे हैं तो वहीं मानसून महाराष्ट्र तक प्रवेश करने के बावजूद भी अभी तक मध्य प्रदेश में नहीं पहुंचा है लेकिन इसके जल्द ही मध्य प्रदेश में दस्तक देने के आसार नजर आ रहे हैं मध्य प्रदेश में प्री मानसून की वर्षा शुरू हो चुकी है। आईए जानते हैं पूरी ख़बर विस्तार से।
विस्तार :
उत्तर भारत के शहरों में भीषण गर्मी का कहर जारी है। राजधानी दिल्ली भी इससे अछूती नहीं है। जून में रिकॉर्ड तापमान के बीच लोग मानसून का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं ताकि उन्हें भीषण गर्मी से राहत मिल सके। बता दे की राजधानी दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश बिहार में दिन और रात दोनों का तापमान चरम पर है। मौसम विभाग के अनुसार, 20 जून को दिल्ली में हल्की बूंदाबांदी से राहत मिल सकती है। इस बार यह देश को जल्दी कवर कर लेगा और देश में जल्दी मानसूनी बारिश शुरू हो जाएगी। जिससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी लेकिन महाराष्ट्र तक पहुंचते पहुंचते इसकी रफ्तार धीमी हो गई है और मध्य प्रदेश में इसके समय से लेट होने के आसार नजर आ रहे हैं। क्योंकि मध्य प्रदेश मैं अभी तक मानसून एंट्री नहीं ली है मौसम विभाग के अनुसार जल्द ही यह मध्य प्रदेश में प्रवेश कर बारिश का कारण बनेगा लेकिन अभी यहां प्री मानसून वर्षा शुरू हो गई है।
लोग मानसून का इंतजार कर रहे हैं। अभी भी कुछ दिनों तक लोगों को मानसून का इंतजार करना होगा।कुछ ही घंटे में यह मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में पहुंच जाएगा और यहां मानसूनी वर्षा शुरू होने के आसार नजर आ रहे हैं तो वहीं मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में प्री मानसून वर्षा शुरू हो चुकी है। जिससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिल चुकी है फिर भी गर्मी से पूरी तरह राहत के लिए बारिश का लगातार होना आवश्यक है। अगर हम मध्य प्रदेश के मौसम की बात करें तो मध्यप्रदेश के अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग तरह का मौसम देखने को मिल रहा है। कुछ क्षेत्र में लगातार बारिश का दौर जारी है। तो वहीं कुछ जिलों में तेज गर्मी का दौर भी चल रहा है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार प्रदेश में अभी पश्चिमी विक्षोभ, साइक्लोनिक सकुर्लेशन एक्टिव है। इस वजह से प्रदेश में आंधी-बारिश का दौर चल रहा है। मानसून का मध्य प्रदेश में करना प्रवेश करना बहुत अहम हो जाता है क्योंकि यह मध्य प्रदेश से होता हुआ ही उत्तर भारत तक पहुंचेगा जितनी जल्दी मानसून मध्य प्रदेश में प्रवेश करेगा उतनी जल्दी उत्तर भारत तक पहुंचेगी और यहां गर्मी से राहत मिलेगी।
इन राज्यों में बारिश का अलर्ट :
जहां उत्तर भारत में लोग बारिश का इंतजार कर रहे हैं तो जिन राज्यों में मानसून ने प्रवेश कर लिया है वहां पर खूब बारिश हो रही है और गर्मी से राहत मिल चुकी है। इस बार मानसून ने केरल के साथ-साथ पूर्वी राज्यों में भी प्रवेश किया था जिसके चलते दक्षिणी राज्यों में तो बारिश देखी जा रही है साथ-साथ पूर्वी राज्यों में भी खूब जमकर बारिश हो रही है इन राज्यों में मौसम द्वारा बारिश का हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। अनुमान है कि भारत में अच्छे मानसून के कारण पिछले साल कम हुई बारिश की भरपाई हो सकती है। उत्तर पश्चिमी शुष्क हवाओं का असर गंगा के मैदानी भागों में होता रहेगा, जब बंगाल की खाड़ी से मॉनसून वाली हवाएं आना शुरू होंगी तब मौसम में थोड़ा बदलाव हो सकता है। इसके अलावा असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और उप-हिमालय पश्चिम बंगाल में 19 जून तक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। देश के कई हिस्सों में मॉनसून आने के बाद से ही बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 4-5 दिन में पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी से बहुत भारी वर्षा तथा कुछ स्थानों पर अत्यंत भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है।
ऐसा देखा जा रहा है कि राज्य की ओर से आने वाली दक्षिण-पश्चिमी मानसूनी हवाओं का असर कम होने से बारिश पर लंबा ब्रेक लग गया है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में सक्रियता कम होने से यह आगे नहीं बढ़ पा रहा है। इसके चलते मध्य प्रदेश में मानसून की झमाझम वर्षा के लिए अब एक सप्ताह तक का इंतजार और करना पड़ सकता है। अब जल्द ही मानसून के मध्य प्रदेश मैं एंट्री लेने का समय आ गया है। यह किसी भी वक्त मध्य प्रदेश में प्रवेश कर सकता है। वैसे अभी मध्य प्रदेश के कई जिलों में प्री मानसून की वर्षा शुरू हो गई है तो वहीं कुछ दिलों में पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मौसम सुहावना हो गया है। वहीं मध्य प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र रायसेन, दक्षिणी भोपाल, मंदसौर, रतलाम, मंडला, डिंडोरी, बालाघाट, पूर्वी बड़वानी और नर्मदापुरम, पचमढ़ी में रात्रि के समय बिजली चमकने के साथ हल्की आंधी चलने की संभावना है।
मध्यप्रदेश में बदलेगा मौसम, मॉनसून का गृह प्रवेश :
मध्यप्रदेश के अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग तरह का मौसम देखने को मिल रहा है। कुछ क्षेत्र में लगातार बारिश का दौर जारी है। तो वहीं कुछ जिलों में तेज गर्मी का दौर भी चल रहा है। मॉनसून ने फिलहाल अपनी रफ़्तार कम कर ली है। जिसके चलते प्रदेश के जिलों में तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हालांकि, अगले 24 घंटों में मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि कुछ इलाकों में बारिश में बढ़ोतरी होगी। जो कि बीती रात से संकेत मिलने भी लगे हैं कि यहां गर्मी से राहत मिलेगी। मध्यप्रदेश में मानसून 18 से 19 जून तक पहुंचने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। इससे पहले प्री-मानसून की गतिविधियां जारी रहेगी। बताया जा रहा है कि प्रदेश में अभी वेस्टर्न डिस्टरबेंस, साइक्लोनिक सकुर्लेशन एक्टिव है। इस वजह से प्रदेश में आंधी-बारिश का दौर चल रहा है। दूसरी ओर, प्रदेश के कुछ शहरों में गर्मी का असर भी देखने को मिला।
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक बालाघाट, हरदा, मंडला, डिंडोरी, नर्मदापुरम, बैतूल, पन्ना, सागर, दमोह, शहडोल, अनूपपुर और उमरिया में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। जबकि, उज्जैन, शाजापुर, सीहोर, खरगोन, भोपाल, देवास, खंडवा, रायसेन में गरज-चमक के साथ बारिश के आसार हैं। बता दे के बीते दिन इन जिलों में बारिश की गतिविधियां दर्ज की गई है। वहीं इन जिलों के अलावा ग्वालियर, मैहर, सिंगरौली, शिवपुरी, भिंड, सतना, रीवा, दतिया, टीकमगढ़, सीधी, मऊगंज और छतरपुर में गर्मी कहर बरपाएगी। मौसम विभाग के मुताबिक, हवाएं बार-बार अपनी दिशा बदल रही हैं। इसके चलते कई जिलों में बारिश के आसार हैं, जबकि कुछ जगहों पर गर्म हवाएं चलने की आशंका है। यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक बनी रहेगी। मौसम विभाग भोपाल ने आगामी 24 घंटे के लिए प्रदेश के मौसम का अलर्ट जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि दक्षिण बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, पंढुर्ना, पेंच और अनूपपुर, अमरकंटक में मध्यम गरज के साथ बारिश-ओलावृष्टि के साथ हवा की गति 60 किमी प्रति घंटे तक रहने की संभावना है।