सार :

देश में मानसून ने दस्तक दे द है यह मध्य प्रदेश और राजस्थान आ चुका है अब उत्तर भारत के राज्यों में अभी इसके प्रवेश करने की आज और कलमें संभावना जताई जा रही है बता दे की मध्य प्रदेश के लगभग सभी जिलों में बारिश का दौर शुरू हो चुका है वहीं अब राहत की खबर उत्तर भारत के लिए भी आ चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में जारी भीषण गर्मी से आने वाले कुछ दिनों में निजात मिलने की संभावना है। दक्षिणी राज्यों में तो बारिश देखी जा रही है साथ-साथ पूर्वी राज्यों में भी खूब जमकर बारिश हो रही है इन राज्यों में मौसम द्वारा बारिश का हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। मध्य प्रदेश में भी मानसून वर्षा शुरू हो चुकी है। आईए जानते हैं पूरी ख़बर विस्तार से।

विस्तार :

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार प्रदेश में अभी पश्चिमी विक्षोभ, साइक्लोनिक सकुर्लेशन एक्टिव है। इस वजह से प्रदेश में आंधी-बारिश का दौर चल रहा है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है। अगर हम मौसम विभाग के वैज्ञानिकों कि माने तो उनके अनुसार दक्षिण पश्चिमी मानसून वेस्ट मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों में सक्रिय हो चुका है। अगर हम मध्य प्रदेश के तापमान की बात करें तो बारिश के चलते यहां के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है राजधानी भोपाल समेत आसपास के इलाकों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री तक दर्ज किया गया है। आने वाले दिनों में इसमें और गिरावट दर्ज की सकती है। 30 जून के आसपास दिल्ली-एनसीआर में मॉनसून के आने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, 20 जून को दिल्ली में हल्की बूंदाबांदी से राहत मिल सकती है।

27 जून को राजधानी में हल्की बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। वहीं अगर हम उत्तर भारत के अन्य राज्यों में दक्षिण पश्चिम मानसून के इस बार हरियाणा, चंडीगण, पंजाब में समय से आने की संभावना है। ऐसा इसलिए क्योंकि मानसून का पैटर्न अभी तक अपने समय से चल रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान पर बना हुआ है। पंजाब पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। बारिश से उमस वाली गर्मी जरूर परेशान कर सकती है। उमस वाली गर्मी लू की गर्मी से अधिक खतरनाक मानी जाती है। जून का महीना अब अपने अंतिम पड़ाव पर है।

मध्य प्रदेश में मौसम की जानकारी :

इस सप्ताह की शुरुआत में मानसून का पैटर्न अभी तक अपने समय से चल रहा है। हरियाणा में मानसून की बारिश 3 जुलाई तक आ सकती है। अगर हम मध्य प्रदेश के मौसम की बात करें तो मध्यप्रदेश के अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग तरह का मौसम देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को भी गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। मध्य प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है। यहां मंगलवार से अधिकतम जिलों में बारिश दर्ज की जा रही है। प्रदेश की राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में बुधवार रात से तेज बारिश दर्ज़ की जा रही है। गुरुवार को भी दिन और रात के समय अधिकतम जिलों में बारिश जारी रही जिससे तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई। अगर हम मौसम विभाग के वैज्ञानिकों कि माने तो उनके अनुसार दक्षिण पश्चिमी मानसून वेस्ट मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों में सक्रिय हो चुका है। अगर हम मध्य प्रदेश के तापमान की बात करें तो बारिश के चलते यहां के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है राजधानी भोपाल समेत आसपास के इलाकों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री तक दर्ज किया गया है। आने वाले दिनों में इसमें और गिरावट दर्ज की सकती है।

मध्य प्रदेश के इन जिलों में बारिश अलर्ट :

मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश के लगभग सभी जिलों में बारिश जारी रहेगी। अगर हम जिला वाइज मौसम की बात करें तो अशोकनगर, इंदौर, आगर, भिंड, टीकमगढ़, छतरपुर, खजुराहो, सांची, नीमच, गांधी सागर अभयारण्य, झाबुआ, रतलाम, धोलावाड, अलीराजपुर, मुरैना, श्योपुर कलां, शिवपुरी, कुनो, दतिया, रतनगढ़, दक्षिण ग्वालियर, सागर, नर्मदापुरम, खरगोन और महेश्वर में तेज आंधी जारी रहेगी। विदिशा, उदयगिरि, राजगढ़, शाजापुर और निवारी, ओरछा, हरदा, भोपाल, बैरागढ़, सीहोर, रायसेन, भीमबेटका, देवास, उज्जैन, मंदसौर और गुना में बिजली के साथ तेज बारिश होने की संभावनाएं हैं। ग्वालियर, सागर, नर्मदापुरम, खरगोन और महेश्वर में तेज आंधी जारी रहेगी. खंडवा, ओंकारेश्वर, बुरहानपुर, महाकालेश्वर, धार, मांडू, कटनी, उत्तरी सिवनी, नरसिंगपुर, मंडला, मध्य बालाघाट, दमोह, पश्चिम उमरिया, जबलपुर, भेड़ाघाट और पन्ना में सुबह के समय बारिश जारी रहेगी।

उत्तर भारत में मॉनसून की एंट्री :

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून अपने निर्धारित समय से तीन दिन देरी से 21 जून, शुक्रवार को मध्य प्रदेश पहुंच गया है. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले चार से पांच दिनों में पूरे राज्य को कवर करने की संभावना है। मध्य प्रदेश में पूर्वी हिस्से में 18 जून को मॉनसून आने की उम्मीद थी, लेकिन यह लेट हो गया है। 24 से 27 जून तक हिमाचल प्रदेश में गरज चमक के साथ तेज हवाएं चलती रहेंगी। उत्तराखंड के अधिकांश जिलों में आज मध्यम बारिश हो सकती है। पंजाब हरियाणा और चंडीगढ़ में हीटवेव की संभावना है पर यह बहुत परेशान नहीं करेगी। 27 जून तक यहां ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार उत्तरी राज्यों में आंधी और हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है। आंधी के दौरान हवाओं की गति 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे रह सकती है।

बिहार-एमपी में जहां मॉनसून ने एंट्री ले ली है, तो वहीं भीषण गर्मी से झुलसी दिल्ली को अब भी अच्छी बारिश का इंतज़ार है। हालांकि राहत की बात यह है कि देश की राजधानी दिल्ली में अब लू के लौटने की संभावना नहीं है और आगे तेज हवाएं और हल्की बारिश लोगों को राहत पहुंचाती रहेगी। मौसम विज्ञान केंद्र ने चार धाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों से अपील की है कि मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार ही यात्रा के लिए निकले। पहाड़ी राज्यों की बात करें तो उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश में भी गर्मी से राहत मिली है।

इन राज्यों में बारिश का अलर्ट :

उत्तराखंड, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, रायलसीमा, मराठवाड़ा और दक्षिणपूर्व राजस्थान में हल्की बारिश हो सकती है। अगर हम मध्य प्रदेश के मौसम की बात करें तो मध्यप्रदेश के अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग तरह का मौसम देखने को मिल रहा है। कुछ क्षेत्र में लगातार बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 4-5 दिन में पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी से बहुत भारी वर्षा तथा कुछ स्थानों पर अत्यंत भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है। उत्तराखंड, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, रायलसीमा, मराठवाड़ा और दक्षिणपूर्व राजस्थान में हल्की बारिश हो सकती है। तो वहीं कुछ जिलों में तेज गर्मी का दौर भी चल रहा है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार प्रदेश में अभी पश्चिमी विक्षोभ, साइक्लोनिक सकुर्लेशन एक्टिव है। इस वजह से प्रदेश में आंधी-बारिश का दौर चल रहा है। अनुमान है कि भारत में अच्छे मानसून के कारण पिछले साल कम हुई बारिश की भरपाई हो सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *