सार :
बारिश का मौसम शुरू होते ही घर के बड़े बूढ़ों के द्वारा कई हेल्थ टिप्स दी जाती हैं और अक्सर हम उनसे बारिश का मौसम शुरू होते ही तबियत का ध्यान रखने की बात बार बार सुनते है| साथ ही अक्सर यह भी सुनने में आता है की बारिश के मौसम में हरी सब्जियां नही खाना चाहिए इनके सेवन से बचना चाहिए जबकि हरी सब्जियां तो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होती हैं फिर भी मानसून के सीजन में इन्हे न खाने को कहा जाता है| यह जानना जरूरी है क्योंकि इस बात की सलाह चिकित्सक द्वारा भी दी जाती है, तो आइए जानते हैं की क्यों हरी सब्जियों से बारिश में परहेज करना चाहिए और इसकी जगह हमे क्या अपने डायट में शामिल करना चाहिए|
विस्तार :
मानसून और बारिश का मौसम जैसे ही आता है हम खुद को संभालने लग जाते है और अपने करीवियो को भी बचाव की सलाह देते हैं| मौसम बदलते ही कर बातो का ध्यान रखा जाता है हेल्थ टिप्स फॉलो की जाती है| वैसे तो हर मौसम बदलते ही हम खुद का और घरवालों का ध्यान रखने लग जाते हीं लेकिन बारिश का मौसम शुरू होते ही यह सबसे ज्यादा होता है चाहे वह हम अपने खानपान में बदलाव के द्वारा करे या घर से बाहर जाने पर ध्यान रखना हो , घर की साफ सफाई हो आदि| बारिश के मौसम में अक्सर लोगों को अपना खास ख्याल रखने की जरूरत है। बता दें कि इस मौसम में कुछ चीजों का सेवन करने से सेहत से जुड़ी कई समस्या हो सकती हैं। आखिर इतना ध्यान हमे बारिश के मौसम में क्यों रखना होता है? और अक्सर जो खानपान हम अन्य मौसमों में करते है उसे भी अवॉइड करते है| ऐसा क्यों? बारिश का मौसम शुरू होते ही हमे हरी सब्जियों का सेवन न करने की सलाह दी जाती है और यह सलाह डॉक्टर के द्वारा दी जाती है, बसी खाना नही खाने को कहा जाता है घर में ज्यादा साफ सफाई को कहा जाता है| इसके पीछे मौसम में नमी का बढ़ना है। नमी भरा मौसम इन चीजों के सेवन के चलते सेहत को फंगल इन्फेक्शन या बैक्टीरिया का सामना करा सकता है। ऐसे में लोगों को पता होना चाहिए कि किन चीजों का सेवन न करें।
बारिश के मौसम में न करे हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन( In Rainy season avoid to consume green leafy vegetables) :
बता दे की बारिश के मौसम में कुछ चीजों का सेवन करने से सेहत से जुड़ी कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं, बारिश का मौसम शुरू होते ही हरे पत्तेदार सब्जियों के सेवन पर प्रतिबंध या हम कहे की इनके सेवन से परहेज करने को कहा जाता है। नमी भरा मौसम इन चीजों के सेवन के चलते सेहत को फंगल इन्फेक्शन या बैक्टीरिया का सामना करा सकता है। बारिश के मौसम में लोगों को हरी पत्तेदार सब्जियां और बीज वाली सब्जियों का सेवन करने से बचना चाहिए। हरे पत्तेदार सब्जियों में बैक्टीरिया और फंगस मौजूद होते हैं। बारिश के दिनों ऊपर से ताजी दिखने वाली कुछ सब्जियों के अंदर कीड़े पैदा हो सकते हैं। इनके सेवन से सेहत को कई गंभीर नुकसान हो सकते हैं। ऐसे में ये शरीर में बैक्टीरिया को पैदा कर सकते हैं।
किन किन हरी सब्जियों के सेवन से बचना चाहिए : हरे पत्तेदार सब्जियां जैसे; पालक, धनिया, मैथी और पत्तागोभी अन्य भाजियां, बीज बाली फलियां जैसे; बीन्स, मटर आदि इनमें अंदर कीड़े पड़ने का खतरा होता है इन्हें खाने से बचना चाहिए क्योंकि यह कई बीमारियों का कारण बन सकता है| इतना ही नहीं बारिश के मौसम में कई तरह के कीट, कीड़े मकोड़े आदि की तादात बढ़ जाती है बारिश वाले कीड़े , जहरीले कीड़े की संख्या में वृद्धि भी हो जाती है, यह सब्जियां में भी बारिश में पाए जाने लगते है| अगर ऐसे में इन सब्जियों का सेवन किया जाता है तो यह कई बड़ी बीमारियों का कारण बन जाते हैं।
बारिश में बढ़ जाता है इन्फेक्शन का खतरा( Increases the risk of infection) :
अब लगभग पूरे देश में इस वक्त बारिश का मौसम चल रहा है। कई राज्यों में तेज बारिश हो रही है और इससे बीमारियां फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो इस बरसात के मौसम में हेल्दी रहने के लिए लोगों को अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। बारिश या मानसून के मौसम में हर तरफ नमी ही नमी होती है जिससे वातावरण में बैक्टीरिया, फंगस और कई तरह के जहरीले कीड़े बढ़ने लगते है| खाने की चीज हो, गीले कपड़े हो, या घर में अन्य जगह जहां लंबे समय से सफाई नहीं की गई है वहां बैक्टीरिया कीटाणु और फंगस पनपने लगता है|और यह खाने के साथ साथ अन्य चीजों को भी खराब कर देता है ऐसे में अगर हम इस संक्रमित खाने को खा लेते हैं या फिर इन फंगस वाले कपड़ो को उपयोग करते हों तो निश्चित ही यह बीमारी का कारण बनते हैं| इसीलिए कहा जाता है की बरसीहा के मौसम में इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है और हेल्थ का ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत होती है|
यह तो बात हुई की हमे अपने घर के अंदर कैसे रहना है और कैसा भोजन खाने से बचना है लेकिन अगर अब हम बात करे घर के बाहर की तो अगर आप घर के बाहर जाते हैं तो डाइटिशियन के अनुसार बरसात में स्ट्रीट फूड्स को पूरी तरह अवॉइड करना चाहिए, इससे पेट की सेहत बिगड़ने का खतरा रहता है। अगर आपको पेट से जुड़ी दिक्कत है, तो भूलकर भी ये फूड्स नहीं खाना चाहिए। बारिश के मौसम में पानी के साफ होने पर भी संशय बना रहता है ऐसे में बाहर का खाना खाने से पाचन से जुड़ी गंभीर बीमारियों का शिकार हुआ जा सकता है इसीलिए इस बारिश के मौसम में बाहर का खाना न खाना ही बेहतर होता है। एक और सलाह दी जाती है कि बरसात में 3-4 घंटे से ज्यादा देर तक रखा हुआ खाना नहीं खाना चाहिए। इसमें कंटामिनेशन का खतरा रहता है। ऐसे में लोगों को घर का बना ताजा भोजन ही खाना चाहिए। इस मौसम में फ्रिज में रखकर खाने को दूसरे दिन खाने से बचना चाहिए।
बारिश के मौसम में किस तरह के भोजन का करें सेवन :
बारिश के मौसम में किस तरह का भोजन हमे नही खाना चाहिए और किस तरह की लाइफस्टाइल को अपनाना चाहिए यह देखा लेकिन हरी पत्तेदार सब्जियों के अलावा हम कुछ ऐसे भोजन भी है जिन्हे बारिश के मौसम में खान चाहिए|
- बारिश के मौसम में हमे ऐसा खान खान चाहिए जिससे हमारी इम्यूनिटी बढ़े|
- बारिश के मौसम में जब हरी पत्तेदार सब्जियां खाने को माना किया जाता है तो वही इस मौसम में खजीरा , खिचड़ी, दालें, दही, आदि का सेवन करना सबसे अच्छा माना गया है|
- बारिश के मौसम में जिन सब्जियों को खाना अच्छा होता है उनमें करेला सबसे ऊपर आता है, करेला कई तरह के पैरासाइट को दूर रखने में मदद करता है इसका सेवन करने से पाचन तंत्र भी अच्छा रहता है|
- इस मौसम में परवल, मूली का सेवन करना भी अच्छा माना जाता है|
- वही चुकुंदर, लौकी, अदरक, लहसुन जैसी सब्जियां खाना चाहिए |
- ऐसा भोजन खाए जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास हो सके|
- बसी खाना न खाएं ,जब भी खाना खाये गर्म करके ही खाए|
- खमीर से बनी गए प्रोडक्ट जैसे; ब्रेड, पाव, डबल रोटी आदि सेवल करने से पहले अच्छे से जांच कर लें | क्योंकि इस मौसम में इस तरह की खाद्य सामग्री पर फंगस लगने के चांस सबसे ज्यादा होते है| और ऐसे भोज्य पदार्थों का सेवन करने से फूड प्वाइजनिंग एवम अन्य पाचन संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं|
- घर में बना हुआ ताजा खाना ही खाएं|
- फलों में ताजा फल ही खाए, केला, सेब, अनार, नाशपाती,पके जामुन, टमाटर, पुदीने की चटनी आदि खाएं|
- सूप पीना इस मौसम में अच्छा माना जाता है जिसमे आप टमाटर का सूप, अदरक लहसुन आदि मिला सकते है|
- ऐसे खाद्य पदार्थ जो बात को शांत करे जैसे; गेंहू, जौ, चावल, मक्का, सरसों, खीरा आदि खाएं|
- इस मौसम में मांसाहारी भोजन ना खाने की सलाह भी दी जाती है|