सार :

देशभर में मॉनसून सक्रिय हो गया है। कुछ राज्यों में झमाझम बारिश हो रही है तो कुछ इलाकों में रुक- रुक कर बारिश हो जारी है। एक तरफ राजधानी दिल्ली के लोग उमस से परेशान हो गए हैं तो वही दूसरी तरफ़ दिल्ली के पड़ोसी राज्य यूपी-बिहार के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थितियां पैदा हो गई हैं। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार पूर्वोत्तर भारत में अगले दो दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। तो आईए जानते हैं मौसम की ताज़ा ख़बर विस्तार में।

विस्तार :

बता दें कि बारिश के बाद भी दिल्ली में इन दिनों गर्मी और उमस ने जीना बेहाल कर दिया है। आज 19 जुलाई को भी देश के कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। राजधानी दिल्ली से लेकर पहाड़ों, मैदानों तक मॉनसून अपना असर दिखा रहा है। कुछ राज्यों में मॉनसूनी बारिश की वजह बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं। वहीं कुछ जगहों पर बारिश होने के बाद भी उमस ने जीना मुहाल कर दिया है। बता दें कि बारिश के बाद भी दिल्ली में इन दिनों गर्मी और उमस ने जीना बेहाल कर दिया है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार पूर्वोत्तर भारत में अगले दो दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इसी तरह, 18 से 21 जुलाई के दौरान कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और तटीय कर्नाटक में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की चेतावनी दी गई है। महाराष्ट्र के साथ-साथ कोंकण, गोवा में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होगी।

कुछ राज्यों में मॉनसूनी बारिश की वजह बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं। वहीं कुछ जगहों पर बारिश होने के बाद भी उमस ने जीना मुहाल कर दिया है। इसके अलावा दक्षिणी राज्यों कर्नाटक और तटीय कर्नाटक में 19 जुलाई यानी आज बारिश होगी। मौसम विभाग ने सोमवार के लिए गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र में बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने 15 जुलाई से 20 जुलाई तक मध्य महाराष्ट्र के साथ-साथ कोंकण, गोवा में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होगी। इसके अलावा दक्षिणी राज्यों कर्नाटक और तटीय कर्नाटक में 19 जुलाई यानी आज बारिश होगी। मौसम विभाग ने सोमवार के लिए गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र में बारिश का अलर्ट जारी किया है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार 17 से 19 जुलाई के दौरान कई क्षेत्रों में बारिश होने का पूर्वानुमान जारी किया गया है।

इन राज्यों में जमकर बरस रहे बदरा :

महाराष्ट्र के साथ-साथ कोंकण, गोवा में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होगी। इसके अलावा दक्षिणी राज्यों कर्नाटक और तटीय कर्नाटक में 19 जुलाई यानी आज बारिश होगी। मौसम विभाग ने गुरुवार के लिए गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र में बारिश का अलर्ट जारी किया है। बता दें कि 18 और 19 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है, जो बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य और उत्तर-पश्चिम में एक और कम दबाव वाले क्षेत्र के संभावित गठन के साथ मेल खाता है। एक तरफ राजधानी दिल्ली के लोग उमस से परेशान हो गए हैं तो वही दूसरी तरफ़ दिल्ली के पड़ोसी राज्य यूपी-बिहार के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थितियां पैदा हो गई हैं। उत्तराखंड के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई अभीभी मौसम विभाग ने उत्तराखंड के जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने हिमाचल, उत्तराखंड से लेकर महाराष्ट्र तक बारिश का अलर्ट जारी किया है। दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर के कई राज्यों में मौसम का मिजाज बदला हुआ है।

राजधानी समेत इन राज्यों में कैसा रहेगा आज का मौसम :

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार 17 से 19 जुलाई के दौरान कई क्षेत्रों में बारिश होने का पूर्वानुमान जारी किया गया है। देशभर में इस वक्त मॉनसूनी हवा के साथ बारिश की फुहार पड़ रही है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटों में मुंबई समेत इलाके में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। जिससे कई इलाकों में जलजमाव की आशंका है, क्योंकि कम से कम अगले 24 से 26 घंटों तक लगातार मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। उत्तराखंड के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई अभीभी मौसम विभाग ने उत्तराखंड के जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। अगले 48 घंटों में मुंबई समेत इलाके में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। जिससे कई इलाकों में जलजमाव की आशंका है, क्योंकि कम से कम अगले 24 से 26 घंटों तक लगातार मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है।

बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव के कारण अगले चार दिनों में तटीय आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश की भविष्यवाणी की। केरल कर्नाटक गोवा और महाराष्ट्र में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है हालत यह है कि केरल गोवा और कर्नाटक में सोमवार को स्कूल बंद करने पड़े। इसी के चलते मौसम विभाग ने सात राज राज्यों महाराष्ट्र केरल कर्नाटक गोवा राजस्थान गुजरात और हिमाचल प्रदेश के लिए भारी बारिश का अलर्ट किया है। बता देंगे देश के 150 मुख्य जलाशय में जल स्तर बढ़कर कुल क्षमता का 26 परसेंट हो गया है। बता दें कि सामान्य से कम बारिश वाले राज्यों की संख्या पिछले सप्ताह कर थी जो अब बढ़कर सात हो गई है

इन राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी :

बता दें कि 18 और 19 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है, जो बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य और उत्तर-पश्चिम में एक और कम दबाव वाले क्षेत्र के संभावित गठन के साथ मेल खाता है। मौसम विभाग के अनुसार देश में 1 जून से पिछले सप्ताह तक मानसून में तीन राज्यों में सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है इस सप्ताह ऐसे राज्यों की संख्या दो है केवल दो है। बता दें कि सामान्य से कम बारिश वाले राज्यों की संख्या पिछले सप्ताह कर थी जो अब बढ़कर सात हो गई है। मौसम विभाग ने हिमाचल, उत्तराखंड से लेकर महाराष्ट्र तक बारिश का अलर्ट जारी किया है। दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर के कई राज्यों में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, झारखंड, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्यों में भी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटों में मुंबई समेत इलाके में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।

बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव के कारण अगले चार दिनों में तटीय आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश की भविष्यवाणी की। केरल कर्नाटक गोवा और महाराष्ट्र में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। बता दें कि 18 और 19 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है, जो बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य और उत्तर-पश्चिम में एक और कम दबाव वाले क्षेत्र के संभावित गठन के साथ मेल खाता है। वहीं अगर हम नॉर्थईस्ट राज राज्यों की बात करें तो सिक्किम और मेघालय में सामान्य से ज्यादा वर्षा हो चुकी है। पहाड़ी राज्यों में उत्तराखंड राज्य को बारिश के कारण काफी नुकसान भी झेलना पड़ा यहां भारी बारिशके चलते नदी नाले उफान पर आ गए और भूस्खलन के कारण कई रास्ते बंद हो गए। उत्तराखंड के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई अभीभी मौसम विभाग ने उत्तराखंड के जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बता दें कि देश के पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, पंजाब और पश्चिमी राजस्थान में अगले 5 दिनों के दौरान छिटपुट से लेकर छिटपुट हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *