सार :
पड़ोसी देश बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर शुरु हुए बवाल ने भीषण रूप ले लिया, वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना से उनकी कुर्सी छीन ली गई। लोग लगातार भारी प्रदर्शन के करते रहे और बाद में तख्तापलट तक हो गया। हालात यह बन गए की प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपने ही देश से भाग कर भारत में शरण लेना पड़ा है। अभी भी लगातार यहां से बेचैन करने वाली खबरें सामने आ रही है। तो आईए जानते हैं पूरी खबर विस्तार से।
विस्तार :
बांग्लादेश में हिंसा का दौर अभी भी जारी ही है। बंगलादेश की पूर्व प्रधानमन्त्री शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर डटे हुए हैं। उनके बांग्लादेश छोड़ते ही पूरे देश में भारी बवाल देखा जा रहा है। बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमले हो रहे हैं। लोगों पर भी प्रदर्शन कारी लगातार हमले कर रहे हैं। सोमवार को शेख हसीना भाग कर भारत आ गई हैं। सोमवार को वह भारत पहुंची और वह यहां कुछ समय के लिए शरण ले सकती हैं। बता दें कि खबरें हैं कि पूर्व पीएम हसीना लंदन जा सकती हैं। वहीं, नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया है। बता दे कि बांग्लादेश में यह प्रदर्शन तब भड़का जब सरकारी नौकरियों में कुछ खास लोगों के एक वर्ग के लिए आरक्षण प्रणाली के खिलाफ जुलाई के मध्य से छात्रों के विरोध प्रदर्शन शुरू हुए थे।
बांग्लादेश में सत्तापलट के बाद अब ढाका में भारतीय उच्चायोग में गैर-आवश्यक सेवाओं में कार्यरत कर्मी और उनके परिवार के सदस्य स्वेच्छा से भारत लौट रहे हैं। सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है। वहीं बांग्लादेश के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने हिंसाग्रस्त देश में कानून प्रवर्तन अधिकारियों पर हमले की खबरों के बीच पुलिस बल के प्रत्येक सदस्य से धीरे-धीरे ड्यूटी पर लौटने और सार्वजनिक सुरक्षा तथा कानून-व्यवस्था की स्थिति बहाल करने के काम में जुटने का आह्वान किया है। यहां के हालात बद से बत्तर होते जा रहे हैं। लोग हिंदू मंदिरों पर हमले कर रहे हैं कई विचलित करने वाली तस्वीर भी सामने आए हैं। लोक सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंच रहे हैं आग लग रहे हैं और ऐसे ही कई घटनाएं सामने आ रही हैं।
क्यों बन गया बांग्लादेश प्रर्दशन और हिंसा का मैदान :
बांग्लादेश में विवादित कोटा सिस्टम के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है। जिसने एक भयानक रूप ले लिया है। इस सिस्टम के तहत 1971 में बांग्लादेश की स्वतंत्रता के लिए लड़े गए संग्राम में हिस्सा लेने वालों के रिश्तेदारों को 30% सरकारी नौकरियां दी जाती थीं। अब इस पर प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि इस सिस्टम के जरिए शेख हसीना और उनकी पार्टी अपने वफादारों को फायदा पहुंचाती हैं। जिससे वह नौकरी से वंछित रह जाते हैं और सीटें भर जाती हैं। बता दें कि बांग्लादेश में यह प्रदर्शन पिछले महीने शुरू हुए और तब से अब तक इस प्रदर्शन में करीब 300 लोग मारे जा चुके हैं। शुरुआत में ये प्रोटेस्ट सिविस सेवा में कोटा के खिलाफ शुरू हुआ खा लेकिन बाद में इसने सरकार विरोधी रूप ले लिया और प्रदर्शनकारी पीएम शेख हसीना के इस्तीफे की मांग करने लगे। और धीरे-धीरे यह भयानक रूप लेता गया और हालात यहां तक आ गए।
हिंसा का दौर नहीं थम रहा :
बांग्लादेश में हालात अस्थिर बने हुए हैं। लंबे समय तक बांग्लादेश की कमान संभालने वाली शेख हसीना बिगड़े हालातों के बीच अपनी बहन के साथ देश छोड़कर सुरक्षित जगह पर रवाना हो गई हैं। उन्होंने सबसे पहले भारत में शरण ली है और हसीना भारत के रास्ते यूरोप के किसी देश जा सकती हैं। शेख हसीना को बांग्लादेश में हो रहे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शनों की वजह से इस्तीफा देना पड़ा। सोमवार को प्रदर्शनकारी ढाका स्थित पीएम आवास में घुस गए। वहां सभी प्रदर्शनकारियों ने घर के सामानों का खूब इस्तेमाल किया कई आपत्तिजनक वीडियो बनाकर भी सोशल मीडिया पर डालें। प्रदर्शनकारी ने पीएम आवास की धज्जियां और डाली वहां के सामान की तोड़ा फोड़ी की। खाना खाया। अभी भी प्रदर्शनकारी वहां लगातार हिंसा प्रदर्शन कर रहे हैं। बांग्लादेश में स्थिति बेहद खराब होती जा रही है वहां प्रदर्शनकारी संसद भवन में घुसकर सारी सीमाएं लांग गएहैं।
मंदिरों पर हमले, लोगों को जिंदा जलाना घटनाएं a rhi सामने :
बांग्लादेश में अराजकता थमने का नाम नहीं ले रही है। जो लोग शेख हसीना को सत्ता से बाहर करने कर रहे थे, अब वो ही लोग वहां हिंदुओं पर हमले कर रहे हैं। बता दें कि बांग्लादेश के फेमस सिंगर राहुल आनंद का घर भी जला दिया गया। इसके अलावा बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के नेताओं पर हमले जारी हैं। प्रदर्शनकारी हिंदू मंदिरों पर हमले कर रहे है। ऐसी कोई तस्वीर है सामने आ रही है जो आपत्तिजनक है और विचलित करने वाली है। बांग्लादेश में हिंसा का दौर अभी भी जारी है। शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर डटे हुए हैं। ऐसी खबरें हैं कि पूर्व पीएम हसीना लंदन जा सकती हैं। वहीं, नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया है। बांग्लादेश की राजधानी में अस्थिर स्थिति के बीच एयर इंडिया और इंडिगो ने ढाका के लिए विशेष उड़ानें शुरू कीं, जिसमें 400 से अधिक लोगों को लाया गया। एयर इंडिया की एक विशेष उड़ान बुधवार सुबह ढाका से छह शिशुओं सहित 205 लोगों को लेकर नई दिल्ली पहुंची।