सार :
मध्य प्रदेश में वातावरण में नमी के कारण अलग-अलग क्षेत्रों में मध्यम और हल्की वर्षा हो रही है। मौसम विज्ञान के मुताबिक, मानसून द्रोणिका बंगाल की खाड़ी तक बनी है और प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा हो रही है। रविवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन संभाग के कुछ जिलों में मध्यम स्तर की वर्षा की संभावना है। इतना ही नहीं प्रदेश के कई हिस्सों में बाढ़ ऐसी स्थितियां भी पैदा हो गई थी बीती कुछ दिनों से बारिश मैं थोड़ी रहता है लेकिन ठंडी हवाओं ने मौसम सुहावना बना रखा है तो आईए जानते हैं प्रदेश के मौसम का हाल विस्तार में।
विस्तार :
अगस्त महीना शुरू होते ही मध्य प्रदेश में शानदार बारिश की शुरुआत हुई और बारिश का कोटा पूरा हो गया यानी सामान्य से अधिक बारिश हो चुकी है जिसके चलते सभी नदी नाले तूफान पर आ गए हैं और प्रदेश के लगभग सभी बांधो के गेट खोले जा चुके हैं। मौसम विभाग ने इस सप्ताह के अंत तक देशभर में बारिश की चेतावनी जारी की है। इसका असर मध्य प्रदेश पर भी साफ साफ दिखाई देगा। बता दे की मध्य प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है जिससे भोपाल विदिशा रायसेन जैसे जिले ज्यादा प्रभावित नजर आ रहे हैं। झीलों का शहर वाला जिला भोपाल अब सभी झीलों से लबालब हो चुका है। मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है। मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश फसलों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस बारिश से जहां आम लोग परेशान हैं तो वहीं किसानों के चहरे खिले हुए हैं। मौसम विभाग ने एमपी में भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है। बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती बनने से सोमवार से मानसून की सक्रियता बढ़ने की उम्मीद है। शनिवार-रविवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं मध्यम स्तर की वर्षा होने की संभावना है।
मध्य प्रदेश में अगस्त महीने की शुरुआत से ही तेज बारिश का दौर शुरू हो गया है। मध्य प्रदेश में मानसून द्रोणिका और झारखंड का चक्रवात कमजोर हो गया है, जिससे वर्तमान में अच्छी वर्षा की संभावना कम हो सकती है। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में आज बादलों के डेरे के बीच अच्छी बारिश होने की संभावना जताई थी।बारिश से मौसम खुशनुमा हो गया है। प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के चलते 15 से ज्यादा डैम ओवरफ्लो हो गए हैं। मध्य प्रदेश में बारिश का कोटा पूरा हो चुका है तो वही महाराष्ट्र और राजस्थान में भी अच्छी बारिश हो चुकी है। मध्य प्रदेश राज्य में सामान्य से अधिक वर्षा हो चुकी है और बारिश का दौर अभी भी चालू है पिछले 48 घंटे में बारिश ने थोड़ी राहत दी है, लेकिन आज से फिर बारिश शुरू हो गई है।
लगातार बारिश से प्रदेश में बाढ़ जैसी स्थिति :
प्रदेश की सभी नदियां उफन पर चल रही है जिससे बांधों में भी पानी लबालब भरा हुआ है। जिसके चलते बांधों के गेटों को खोलना पढ़ रहा है और निचले गांव और निचले स्थान पर पानी भर रहा है जिससे बाढ़ जैसी स्थितियां पैदा हो रही हैं। बरगी बांध से आ रहे पानी के कारण इंदिरा सागर बांध में तेजी से जल जल स्तर बढ़ रहा है 3 दिन से बांध के 12 गेट खोलकर नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। तो वहीं उज्जैन में नर्मदा, शिप्रा नदी तूफान पर चल रही हैं। वही ओंकारेश्वर बांध का जल स्टार 195 मी रहता है लेकिन यह शुक्रवार को 195.46 मी हो गया। शाम को ओंकारेश्वर बांध का एक गेट खोल दिया गया और नदी में पानी छोड़ा गया। बारिश से मौसम खुशनुमा हो गया है। प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के चलते 15 से ज्यादा डैम ओवरफ्लो हो गए हैं। मध्य प्रदेश में बारिश का कोटा पूरा हो चुका है।
इस स्थिती का किसानों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। जुलाई के अंत और अगस्त के पहले सप्ताह में पहले तो निरंतर तेज वर्षा से फसल को नुकसान हुआ, अब इल्लियां पौधे और उनके पत्ते को काट रही हैं। कुछ क्षेत्र में तो इल्ली प्रकोप इतना बढ़ गया है कि अंचल में पांच से 10 फीसदी तक फसलें प्रभावित हो रही हैं। प्रदेश में कई जगह बारिश के थम जाने से किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि फसलों पर कीड़ों का अटैक शुरू हो गया है जब से बारिश रुकी है तब से कई फसलों में इंडिया लग गई है और यह फसलों के पत्तों को लगातार खा रही है जब तक लगातार बारिश हो रही थी तब तक फसलों को इसका फायदा हो रहा था लेकिन बारिश के थम जाने से कीड़ों का प्रकोप देखा जा रहा है हालत यह हो गए हैं कि इन पर कीटनाशक का भी असर नहीं हो रहा है। ऐसा चलता रहा तो किसानों का कहना है कि 25 से 50 फीस दी फसलों के खराब होने की आशंका है। पूरे देश समेत मध्य प्रदेश में भी लगातार बारिश का दौर चालू है। उत्तर पूर्वी जिलों में मौसम विभाग द्वारा अभी भी बारिश इसका हाई अलर्ट जारी है।
आज से फिर शुरु होगा बारिश का दौर :
बीते 24 घंटे में भोपाल समेत आसपास के जिलों में हल्की बारिश दर्ज की गई है लेकिन यहां मौसम सुहावना बना हुआ है तेज ठंडी हवाओं ने तापमान तेजी से नीचे गिराया ह आसमान में बादल छाए हुए हैं। मध्य प्रदेश के उत्तर पूर्वी राज्यों में अभी भी भारी बारिश का अलर्ट जारी है। जबलपुर मंडल सहित मध्य प्रदेश के पूर्वी जिलों में 5% से ज्यादा और उज्जैन भोपाल इंदौर सहित पश्चिमी मध्य प्रदेश में 18% बारिश अधिक हो गई है। बीते कुछ दिनों से प्रदेश की राजधानी भोपाल समेत आसपास के जिलों में बारिश की गतिविधियां काफी कम देखी गई है। लेकिन यहां पर मौसम सुहावना बना हुआ है आसमान में बादल छाए हुए हैं साथ ही ठंडी हवाओं ने मौसम का मिजाज बदल कर रख दिया है। बारिश न होने पर भी उमस का एहसास नहीं हो रहा जबकि ठंडी हवाओं के चलने से तापमान में और गिरा गिरावट दर्ज हुई है और वातावरण में ठंडक घुल गई है। लेकिन भारतीय मौसम विभाग द्वारा प्रदेश के कुछ जिलों में आज के लिए भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
इन जिलों में बारिश का अलर्ट जारी :
मौसम विभाग ने आज से फिर तेज बारिश का दौर शुरू होने की चेतावनी दी है। आने वाले 24 घंटे के दौरान गुना, पचमढ़ी, रायसेन, रतलाम, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, खजुराहो, मंडला, दमोह,आधार, बैतूल, भोपाल, इंदौर, खंडवा, राजगढ़, आगर मालवा, देवास, उज्जैन, भिंड, नरसिंहपुर, नौगांव, सागर, सिवनी, टीकमगढ़, सीधी, बालाघाट जिला में बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही मौसम विभाग द्वारा आज भी मंदसौर, झाबुआ, अलीराजपुर, धार बड़वानी, नरसिंहपुर, जबलपुर और सिवनी जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। भारतीय मौसम विभाग ने आज भी भोपाल समेत प्रदेश के 5 जिलों में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। जिनमें झाबुआ, जिन में झाबुआ, धार, रतलाम, मंदसौर, शिवपुरी, अनूपपुर, डिंडोरी नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम शामिल है।