इस बार मानसून के देरी से आने के बाद भी बारिश का कोटा सामान्य से ज्यादा हो गया है। जुलाई के दूसरे सप्ताह से हो रही लगातार बारिश से देश के कई राज्यों के हाल बेहाल हो गए हैं। देश में उत्तर भारत में लगातार तीन दिन से बारिश के चलते कई जगहों पर बाढ़ आ गई। उत्तर भारत में अगर हिमाचल प्रदेश की बात करें तो सबसे ज्यादा नुकसान बारिश से हिमाचल प्रदेश को हो रहा है।जहां पर 3 दिन में 23 लोगों की मौत हो गई है। कुल्लू में बाजार ही बह गए और आज भी मौसम विभाग के द्वारा राहत के आसार नजर नहीं आ रहे। हिमाचल सरकार ने इस क्षेत्र से संपर्क बनाए रखने के लिए हेलीकॉप्टर से सेटेलाइट फोन ड्रॉप कराए हैं।
मौसम विभाग ने राज्य में 48 घंटे में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है शिमला, सिरमौर ,किन्नौर में बाढ़ की चेतावनी दी गई है वहीं हरियाणा ,पंजाब ,दिल्ली ,उत्तराखंड ,उत्तर प्रदेश में भी हालात बहुत खराब है। दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है तो हरिद्वार के टिबड़ी में रेल ट्रैक टूटने से दर्जनों ट्रेनें प्रभावित हो चुकी हैं।
उत्तर भारत के सबसे ज्यादा प्रभावित जिले हिमाचल प्रदेश ,उत्तराखंड ,दिल्ली ,हरियाणा और उत्तर प्रदेश बताए जा रहे हैं जहां पर 24 घंटों में भारी बारिश का अलर्ट किया गया है हिमाचल की बात करें तो यहां 24 घंटे में 39 जगह पर भूस्खलन हुए हैं चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे बंद कर दिया गया है।
वहीं अगर अमरनाथ की यात्रा की बात करें तो, कश्मीर में मौसम साफ होने के बाद 5 दिन से रुकी अमरनाथ यात्रा मंगलवार को फिर से शुरू कर दी गई । बारिश के चलते जम्मू और श्रीनगर में 15000 तीर्थयात्री फंसे हुए हैं