कुछ दिनों पहले ही मध्यप्रदेश समूह दो उप समूह चार के अंतर्गत पटवारी भर्ती परीक्षा हुई थी।जिसका रिजल्ट हाल ही में आया है, रिजल्ट के आने के बाद बवाल मच गया है बताया जा रहा है कि रिजल्ट में धांधली की गई है और विद्यार्थियों के साथ एक बार फिर से धोखा किया गया है। 30 जून को जब रिजल्ट आया तब अभ्यर्थियों ने परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए रिजल्ट में धांधली होने का आरोप लगाया है। इस बीच गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने परीक्षा के आधार पर होने वाली सभी नियुक्तियों पर रोक भी लगा दी है।
और अब बता दें कि विद्यार्थियों और कई संगठनों द्वारा अब मुख्यमंत्री से इस परीक्षा के लिए सीबीआई जांच की मांग उठाई जा रही है।
बता दें कि जब टॉप 10 अभ्यर्थियों की लिस्ट जारी की गई तब उसमें टॉप 10 छात्रों में से 7 छात्र केवल ग्वालियर के एनआरआई कॉलेज के परीक्षा केंद्र से ही है साथ ही इन टॉपर की उत्तर पुस्तिका का अध्ययन करने पर मिला है कि, छात्रों ने अपने परीक्षा फॉर्म में अपने हस्ताक्षर हिंदी में किए हैं जबकि इन लोगों ने अंग्रेजी विषय के पेपर में 25 से अपने से 25 प्राप्त नंबर प्राप्त किए हैं। इनमें से कुछ छात्र ऐसे हैं जिन्होंने पहली बार एग्जाम दी और उसमें टॉप कर दिया।
अब पटवारी परीक्षा को लेकर एनएसयूआई ने प्रदर्शन किया और ऑफलाइन मोड में परीक्षा लेने के लिए कहां है उन्होंने कहा है कि आगे आने वाली समस्त परीक्षाओं में नॉर्मलआ जेशन को बंद कर परीक्षाओं को ऑफलाइन मोड में आयोजित किया जाए। इस परीक्षा के नतीजे आने के बाद से ही अभ्यर्थी भारी अनियमितता के आरोप लगा रहे हैं। और कांग्रेस से व्यापम का एक और घोटाला कह रही है।
बता दें कि यह परीक्षा मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल यानी ईएसबी द्वारा राज्य के 13 शहरों में ऑनलाइन मोड में आयोजित की गई थी। ESB ने परीक्षा को दो पारियों में संपन्न कराया था और इसका रिजल्ट 30 जून को जारी किया गया था। इसके पहले 28 अप्रैल को परीक्षा की प्रोविजनल आंसर शीट सामने आई थी। भर्ती परीक्षा कुल 9073 पदों के लिए हुई थी। जिसमें पटवारी के 6806 पद निर्धारित किए गए थे यही कारण है, कि पटवारी परीक्षा ज्यादा चर्चा में है।