सार :

मध्य प्रदेश में गर्मी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। रक्षा बंधन भी गर्मी और उमस में बीता, प्रदेश में भारी बारिश के बाद बारिश थम गई और अब हालात यह है की लोग उमस से राहत पाने के लिए बारिश का इंतजार कर रहे हैं। मध्य प्रदेश में वैसे तो बारिश का कोटा पूरा हो गया है लेकिन अभी मौसम मैं उमस से लोगों का जीना दुश्वार हो चुका है मौसम विभाग की माने तो अगले 24 घंटे में बारिश का दौरा शुरू हो सकता है तो आईए जानते हैं मौसम की पूरी खबर विस्तार में।

विस्तार :

देश में कुछ राज्यों में बारिश गैर बरसा रही है तो कुछ राज्यों में उमस और गर्मी से लोगों का बुरा हाल है और लोग बारिश का इंतजार कर रहे हैं जिसमें मध्य प्रदेश शामिल है। मध्य प्रदेश में बीते 15 दिनों से बारिश के दर्शन नहीं हुए हैं जिसकी वजह से भारी उमस का सामना करना पड़ रहा है। हर राज्य में अलग-अलग वेदर सिस्टम देखनेको मिल रहे हैं। राजस्थान और उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों समय दिल्ली में भारी बारिश का दौर चालू है तो वही मध्य भारत में लोगों को बारिश के एक और दौर का इंतजार है। मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश में एक बार फिर बारिश का स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव हो गया है। यही कारण है कि मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कुछ समय पहले ही प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी करके लोगोंको सूचित किया है।

कई जिलों में तेज धूप ने लोगों को परेशान कर रखा था. अब मध्य प्रदेश वासियों को गर्मी और उमस से राहत मिलने वाली है। मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की एक्टिविटी से मध्य प्रदेश में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू होने की संभावना है। आज 20 जिलों में मध्यम से तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।मौसम विभाग की मानें तो दो दिन बाद फिर स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होगा, जिससे पूरे प्रदेश में 23 और 24 अगस्त को झमाझम बारिश होगी। 23-24 अगस्त से फिर मौसम में परिवर्तन आएगा और पूरे प्रदेश में 23 और 24 अगस्त को झमाझम बारिश होगी। बांग्लादेश में बना कम दबाव का क्षेत्र कुछ आगे बढ़कर उत्तरी बांग्लादेश पर पहुंच गया है, जो आज बुधवार को पश्चिम बंगाल एवं उससे लगे गांगेय क्षेत्र में पहुंच सकता है, जिससे गुरुवार से मध्य प्रदेश में कई शहरों में रुक-रुक कर वर्षा का सिलसिला शुरू होने का अनुमान है। 22 अगस्त को मुरैना, ग्वालियर, पन्ना, सिवनी और बालाघाट में तेज बारिश का अलर्ट के आसार है, वही भोपाल, उज्जैन, इंदौर, जबलपुर समेत अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की स्थिति बनी रहेगी।

राजधानी भोपाल समेत आसपास के जिलों का मौसम :

आज गुरुवार को शहडोल, अनूपपुर, भिंड, मुरैना, आगर-मालवा, गुना, मंदसौर, बैतूल, राजगढ़, उज्जैन और भोपाल, शिवपुरी में तेज बारिश हो सकती है। विदिशा, रायसेन, ग्वालियर में मध्यम बारिश के आसार है। छिंदवाड़ा, भिंड और श्योपुर में तेज बारिश के साथ हल्की बाढ़ के खतरे का अलर्ट जारी हुआ है। इधर, मानसून द्रोणिका वर्तमान श्रीगंगानगर, रोहतक, उरई, चुर्क, मालदा से होकर बांग्लादेश में बने कम दबाव के क्षेत्र तक बनी हुई है। दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान ,पश्चिमी उत्तर प्रदेश एवं झारखंड पर हवा के ऊपरी भाग में अलग अलग चक्रवात बने हुए हैं। जम्मू के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। पश्चिम बंगाल की ओर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से 24-25 अगस्त तक मध्यप्रदेश के ज्यादार जिलों में बारिश होगी। आज 20 जिलों में मध्यम से तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।मौसम विभाग की मानें तो दो दिन बाद फिर स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होगा, जिससे पूरे प्रदेश में 23 और 24 अगस्त को झमाझम बारिश होगी।इस दौरान पश्चिमी मध्यप्रदेश के मुकाबले पूर्वी मध्यप्रदेश में फिर भारी बारिश के आसार हैं।

उमस और गर्मी से राहत मिलने की संभावना :

मध्यप्रदेश में अगले 24 घंटे मौसम के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण रहने वाले हैं। प्रदेश में अभी तक इस मानसून सीजन की 28.5 इंच यानी 76 फीसदी से अधिक बारिश हो चुकी है। प्रदेश के 20 जिलों में 762 मिमी से अधिक बारिश हो चुकी है। नए मानसूनी सिस्टम और बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात के चलते आज 20 अगस्त से मध्य प्रदेश के मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। मंगलवार को शहडोल, रीवा, जबलपुर, सागर, ग्वालियर एवं चंबल संभाग जिलों में अलग-अलग स्थानों पर गरज-चमक के साथ तेज बारिश होने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि सतना, पन्ना, बालाघाट, खंडवा और बड़वानी में तेज बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है। सीहोर, देवास और इंदौर में मध्यम बारिश के साथ-साथ सिंगरौली, बैतूल, नर्मदापुरम, रायसेन, हरदा, खंडवा, खरगोन, भोपाल, राजगढ़, आगर, उज्जैन,धार, झाबुआ ,रतलाम, शाजापुर में हल्की बारिश होने की संभावना है।

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