पिछले 5 महीनो से मणिपुर में हिंसा का दौर जारी है। मणिपुर से कई लोग पलायन कर चुके हैं और मणिपुर को छोड़ चुके हैं। अब 5 महीने से अधिक समय से जारी इस अशांति को देखते हुए भारत सरकार ने म्यांमार से लगी अपनी सीमा पर 100 किलोमीटर लंबी स्मार्ट फेंसिंग लगाने की योजना बनाई है। दरअसल यह फेंसिंग लगाने का फैसला मणिपुर हिंसा के बाद लिया गया है। सारी की सारी फेंसिंग मणिपुर से लगने वाली सीमा पर होगी। इस स्मार्ट बाड़ बंदी इस साल दिसंबर तक पूरी हो जाने की उम्मीद है। इसके बाद आने वाले समय में अरुणाचल प्रदेश ,नगालैंड और मिजोरम से लगी म्यांमार की सीमा पर भी ऐसी ही स्मार्ट फेंसिंग लगाई जाएगी।
सूत्रों की माने तो मणिपुर की हिंसा में म्यांमार में बैठे आतंकी संगठनों और ड्रग्स तस्करों का हाथ सामने आया है। म्यांमार से लगने वाली सीमा पर खासतौर से मोरेह के रास्ते इनका आवागमन होता है। मणिपुर और म्यांमार सीमा पर दोनों तरफ बिना किसी पासपोर्ट वीजा के लोग सुगमता से आना जाना और कारोबारी जारी रख रहे हैं इसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय इसे लेकर काफी संजीदा हो चुका है और अब बड़ा फैसला ले लिया है।
पिछले महीने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन वीरेन सिंह ने कहा था कि उनके राज्य की म्यांमार से लगने वाली सीमा पर दोनों तरफ 15 किलोमीटर तक मुक्त आवाजाही की सुविधा खत्म की जा रही है लेकिन व्यवहार रूप में यह अभी तक देखने को नहीं मिल रहा। दोनों ओर नजारl वही है के लोग आवा जाहि अभी कर रहे हैं। उधर मणिपुर में फिर 5 दिनों के लिए यानी 16 अक्टूबर की शाम 7:45 तक मोबाइल इंटरनेट बेन बढ़ा दिया गया, पहले की घोषणा के मुताबिक इस 11 अक्टूबर तक बैन लगाया गया था पिछले दिनों एक वीडियो वायरल होने के बाद तनाव बढ़ने से यह बेन फिर से बढ़ा दिया गया है।