देश के कई हिस्सों में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण हो रही बारिश से अब तेज ठंड का दौर शुरू हो चुका है। इस बारिश ने ठंड में एकदम उछाल ला दिया है। मौसम विभाग की माने तो यह बारिश रुक-रुक कर लगातार होती रहेगी। 30 नवंबर के बाद एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस देश में प्रवेश कर रहा है जिससे की बारिश का दौर अभी थमने का नाम नहीं लेगा और यह बारिश रुक-रुक कर होती रहेगी। जिससे कि वातावरण में ठंड का स्तर भी बढ़ता जाएगा। इस मावठ से और लगातार हो रही बारिश से किसानों को काफी फायदा हुआ है इस बारिश के कारण फसलों में होने वाले कीड़े और रोगों से भी फसलों को राहत मिलेगी। वहीं किसानों को ठंड में सिंचाई के लिए नहीं जाना पड़ेगा।
देश में जल्द ही एक और पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना:
पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रही बारिश से वातावरण में तेज ठंड पड़ने लगी है। 3 दिन से लगातार हो रही बारिश ने पारे को एकदम नीचे ला दिया है और ठंड में उछाल देखने को मिल रहा है। अभी तक लोग ठंड आने का इंतजार कर रहे थे हल्की सी ठंड भी महसूस नहीं हो रही थी लेकिन अब इस बारिश ने वातावरण में ठंडक को बढ़ा दिया है। वहीं मावट से अभी भले ही मामूली सी राहत मिल गई हो लेकिन एक-दो दिन बाद फिर बारिश का एक दौर आने वाला है। मौसम विभाग के अनुसार माने तो दिसंबर के शुरुआती दिनों में ही एक और पश्चिमी विक्षोभ देश में प्रवेश करने वाला है जिससे कि इस बारिश से अभी लोगों को राहत नहीं मिलेगी और रुक-रुक कर लगातार बारिश होती रहेगी। जिससे की तापमान में गिरावट आती रहेगी और तेज ठंड पड़ेगी और लगातार ठंड में उछाल देखने को मिलेगा।
मंगलवार और बुधवार को सुबह घना कोहरा देखने को मिला। सुबह 5:30 से 9:30 बजे तक विजिबिलिटी 1200 मी हो गई थी सुबह 9:30 बजे के बाद विजिबिलिटी थोड़ी सी बढ़कर 1500 मी हो सकी। वही तापमान में भी गिरावट देखने को मिली है। बढ़ी हुई ठंड को देखते हुए निजी संस्थाओं ने ठंड के चलते कुछ फैसले लिए हैं जिससे कि स्कूलों की टाइमिंग भी बदली गई है।
बारिश से हुए कई फायदे:
जब से वेस्टर्न डिस्टरबेंस ने भारत में प्रवेश किया है तब से देश में तेज ठंड का दौर शुरू होने लगा है। इस पश्चिमी विक्षोभ से पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी लगातार हो रही है वहीं मैदानी इलाकों में बारिश होना शुरू हो गई है। यह बारिश कहीं मध्यम ,कहीं तेज ,तो कहीं बहुत तेज हुई है। इससे फसलों को काफी फायदा हुआ है। वही बारिश से पहले देश के कई इलाकों में धुंध की समस्या पैदा हो गई थी जो की वातावरण में प्रदूषण फैला रही थी। यह धुंध अल नीनो के प्रभाव से हो रही थी। जिससे कि वातावरण में सांस लेना दुभर हो रहा था, लगातार वायु का प्रदूषण स्तर बढ़ता जा रहा था और लोगों को अपने दिनचर्या के के काम करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था लेकिन इस पश्चिमी विकशॉप से हुई बारिश के कारण प्रदूषण से निजात मिली है। वायु का प्रदूषण स्तर पहले आधा हुआ और अब बहुत ही कम हो गया है। वातावरण का प्रदूषण स्तर कम होने से लोगों को काफी राहत मिली है।
वहीं अगर बारिश से दूसरे फायदे की बात करें तो मौसम ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है और तेज ठंड का दौर भी शुरू हो चुका है। अभी तक मौसम में अल नीनो के प्रभाव से तापमान में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही थी और ठंड महसूस नहीं हो रही थी जिससे फसलों को और मौसम को काफी नुकसान हो रहा था लेकिन इस बारिश से तेज ठंड का दौर भी शुरू हो चुका है और मौसम फिर से पटरी पर आ गया है। वही बारिश से किसानों को काफी फायदा हुआ है। किसानों को सबसे बड़ी राहत इस बात की मिली है कि उन्हें अब सिंचाई के लिए रात भर जागना नहीं पड़ेगा। रात के समय जिन गांवों में सिंचाई के लिए बिजली दी जाती थी वहां किसान खेतों में रहते थे बिजली बिल से लेकर रात-रात भर खेतों में जागरन करने से किसान बच जाएंगे।
वही फसलों में होने वाला जड़माऊ रोग भी खत्म हो जाएगा। मौसम विभाग के तकनीकी अधिकारियों की बात करें तो उनके अनुसार बारिश से जड़माऊ सहित विभूतियां और दीमक जैसे रोगों से फसलें बच जाएगी। इस बारिश से यह सभी बीमारियां खत्म हो जाएगी।किसानों को इसके लिए अब दवा का छिड़काव नहीं करना पड़ेगा। किसानों को अभी यह परेशानी हो रही थी कि उन्हें पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही थी 10 की जगह अभी 8 घंटे ही बिजली मिल रही थी जिससे कि वह सिंचाई करने में परेशानी महसूस कर रहे थे पर्याप्त वर्षा होने से अब किसान बौनी भी आसानी से कर सकेंगे। जिससे कि किसानों को पानी भी पर्याप्त उपलब्ध हो सकेगा और पौधों की बढ़वार भी सही हो सकेगी।
घने कोहरे और बारिश से यातायात में हो रही परेशानी:-
उत्तर भारत में बढ़ते कोहरे का असर यातायात पर साफ देखने को मिल रहा है। यह चाहे हवाई यात्राओं पर हो या रेल यात्राओं पर सभी पर वातावरण में एकदम बदलाव आने का असर देखने को मिल रहा है। मंगलवार को इंडिगो की दिल्ली- भोपाल , उदयपुर- भोपाल, प्रयागराज- भोपाल फ्लाइट्स 3:15 घंटे की देरी से भोपाल आई। जबकि रायपुर- भोपाल फ्लाइट 1 घंटे की देरी से यहां पहुंच सकी। वहीं रेलवे ने कोहरे को देखते हुए कालका साई नगर शिरडी एक्सप्रेस को 2 दिसंबर तक कैंसिल कर दिया है। इससे पहले भी कई ट्रेन लगातार 2 से 3 घंटे अपने निर्धारित समय से लेट चल रही है और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
घने कोहरे से विजिबिलिटी बहुत कम हो गई है जिससे कि सुबह की ट्रेनों को रद्द करना पड़ रहा है तो कहीं दो से तीन घंटे ट्रेन लेट हो रही है। विजिबिलिटी क्लियर ना हो पाने के कारण ट्रेनों को चलना खतरे से खाली नहीं है इसीलिए सुबह की काफी ट्रैन लेट चल रही है जिससे कि यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।