बंगाल की खाड़ी से उठा हुआ तूफान “मिचांग” ने प्रचंड रूप ले लिया है। दक्षिणी राज्यों से टकराकर यह आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु की ओर बढ़ चुका है। इन राज्यों में मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक भारी बारिश की चेतावनी जाहिर करी है। चेन्नई में पहले ही भारी तबाही मचाने वाला तूफान मिचांग अब आंध्र प्रदेश में कमजोर जरूर पड़ गया है लेकिन यहां भी मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी दी है। मौसम विभाग ने बताया है कि यह तूफान आगे बढ़ते धीरे-धीरे कमजोर पड़ जाएगा लेकिन फिर भी यह आगे बढ़ते हुए कई राज्यों में बारिश करवाने के लिए जिम्मेदार साबित होगा।
मिचांग ने चेन्नई में लाया प्रलय:-
बंगाल की खाड़ी से उठा तूफान मिचांग ने कल 5 दिसंबर को लैंडफॉल कर लिया है लेकिन प्रभावित राज्यों का मौसम आज भी बिगड़ा हुआ नजर आ रहा है। आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में आज यानी 6 दिसंबर को भी भारी वर्षा देखने को मिल रही है। इन दो राज्यों के अलावा भी देश के कई राज्यों में बरसात जारी रहेगी। मौसम विभाग के मुताबिक तटीय आंध्र प्रदेश और आसपास के इलाकों में अगले 24 घंटे तक मध्यम से भारी बारिश जारी रह सकती है और उसके बाद कम हो जाएगी। पूर्वी तेलंगाना और उड़ीसा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार नजर आ रहे हैं। वहीं छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ ,आंतरिक उड़ीसा, झारखंड के कुछ हिस्से गंगीय पश्चिम बंगाल और अंडमान निकोबार दीप समूह में हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी भी दी गई है।
आंतरिक तमिलनाडु ,कर्नाटक ,केरल ,दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। इसके अलावा 7 दिसंबर को मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा पूर्वी राज्यों में बारिश की गतिविधियां बढ़ने की उम्मीद की जा रही है। वहीं ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों के साथ-साथ तमिलनाडु के उत्तरी हिस्से में समुद्र की स्थिति खराब से बहुत खराब रहने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने बताया है कि जिन राज्यों के कई हिस्सों में बारिश की संभावना नहीं है वहां भी बादल छाए रहेंगे और तेज ठंडी हवाएं चलने की आशंका जताई गई है।
गंभीर भीषण चक्रवाती तूफान मिचांग मंगलवार को दोपहर 12:30 से 2:30 के बीच 90 से 100 किलोमीटर की रफ्तार के साथ तबाही मचाते हुए चेन्नई, आंध्र प्रदेश से टकराकर आगे बढ़ चुका है। अब इसके उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना जताई जा रही है इस तूफान की वजह से चेन्नई के कई हिस्से जलमग्न हो गए हैं लोगों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार ने लोगों के पास मदद भेजी है लोगों को जल भराव वाली जगह से लगातार निकाला जा रहा है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। भले ही यह तूफान अब कमजोर पड़ गया है लेकिन अगले 24 घंटे में कई राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है।
कैसा रहेगा उत्तर भारत का मौसम:-
राजधानी दिल्ली के आज के मौसम की बात करें तो यहां कोहरा देखा गया है लेकिन तापमान में कोई फेरबदल होने की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली में आज न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। दिल्ली में इस पूरे हफ्ते किसी भी खास मौसम में बदलाव की उम्मीद नहीं जताई गई है। वही देश के उत्तरी राज्यों में सुबह और शाम के मौसम में ठंडक महसूस होने लगी है और कोहरा भी देखा गया है। यहां का न्यूनतम तापमान 16 डिग्री और अधिकतम तापमान 25 डिग्री देखने को मिल सकता है। वही नोएडा में तापमान 10 और 24 डिग्री सेल्सियस रह सकता है इन राज्यों में सुबह और शाम को कोहरा होने की समस्या पैदा हो रही है।
वहीं अगर देश के पहाड़ी राज्यों की बात करें तो जम्मू कश्मीर ,हिमाचल प्रदेश ,उत्तराखंड ,लद्दाख जैसे राज्यों में कई जगह बर्फबारी जारी है जिसके चलते ठंडी हवाएं और कड़ाके की ठंड का एहसास हो रहा है। देश के पहाड़ी राज्यों में जहां बर्फबारी हो रही है वहां कड़ाके की ठंड पड़ रही है और जिन हिस्सों में बर्फबारी नहीं देखने को मिल रही है वहां हल्की बारिश की संभावना है। इसके असर से मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ गई है। अगर घाटी में तापमान की बात करें तो यहां तापमान 0 से 2.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जबकि श्रीनगर में 5 दिन में पहली बार न्यूनतम तापमान 0 से नीचे 1.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वही उत्तर भारत में मिचांग तूफान का असर देखने को नहीं मिलेगा यहां का मौसम सामान्य रहेगा और अगले एक हफ्ते तक मौसम में कोई खास बदलाव न होने की संभावना जताई गई है।
क्या इस बार सर्दी में लगेगी गर्मी:-
मौसम विभाग के मुताबिक जलवायु पैटर्न में हुए परिवर्तन के चलते इस बार सर्दी का मौसम में कड़ाके की सर्दी ना पढ़ने की संभावना जताई गई है यह मौसम में लगातार हो रहे परिवर्तन के कारण हो रहा है बंगाल की खाड़ी में उठे अल नीनो के प्रभाव से ठंड की शुरुआत में ही तापमान लगातार बढ़ता नजर आया। वही वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण उत्तरी राज्यों में मौसम अलग रहा और मध्य भारत में मौसम के अंदाज अलग देखने को मिले। इस वजह से देश के सभी हिस्से में अलग-अलग मौसम और अलग-अलग तापमान दर्ज किया गया। कहीं गर्मी ,कहीं उमस ,तो कहीं भारी बारिश और कहीं कड़ाके की ठंड देखने को मिल रही है। इस बार मौसम में आए बदलाव की वजह से मौसम विभाग ने कड़ाके की ठंड ना पढ़ने की संभावना जताई है। इस बार शीत लहर के दिनों की संख्या भी कम हो सकती है वहीं तापमान सामान्य से चार से पांच डिग्री ज्यादा रहने की संभावना है।