देशभर में शीत लहर के चलने से सभी राज्यों में ठंड में बढ़ोतरी देखने को मिली है और पारे में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। अगर मध्य प्रदेश की बात की जाए तो बीते एक हफ्ते से ही यहां तेज ठंड पड़ने लगी है। शीत लहर के चलने से तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है बीती रात राजधानी में काफी तेज शीत लहर के चलने से तापमान में तेजी से गिरावट आई। वही सुबह हल्का कोहरा देखने को मिला और धूप खिलने के बाद कोहरा छठ गया जिसकी वजह से धीरे-धीरे तापमान में इजाफा हो रहा है।
प्रदेश में शीत लहर का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और यह इसलिए क्योंकि देश के पहाड़ी राज्यों जैसे जम्मू कश्मीर के पहाड़ों पर भारी बर्फबारी हो रही है इससे पूरा इलाका बर्फ की सफेद चादर से ढक गया है विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग तो रविवार को ताजा बर्फबारी के साथ शीतकालीन वंडरलैंड में बदल गया। इससे वहां पहुंचे पर्यटक रोमांचित हो उठे हालांकि बर्फबारी से गुलमर्ग में रविवार को सुबह पारा – 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यहां पहाड़ी राज्यों में हो रही लगातार बर्फबारी के चलते जब यहां से हवाएं नीचे के मैदानी राज्यों में जाती है तो यह शीत लहर का रूप ले लेती हैं और इन राज्यों में भी तापमान में तेजी से गिरावट आ जाती है जिससे की ठंडक बढ़ जाती है और कड़ाके की ठंड पड़ने लगती है।
पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी ने यहां का तापमान तो बड़ा घटाया ही है साथ ही अन्य राज्यों में जहां शीत लहर चल रही है वहां का तापमान भी तेजी से घटा है लेकिन अभी मौसम विभाग का कहना है कि पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का फिलहाल मैदानी इलाकों पर बहुत असर नहीं होगा यह असर 22 दिसंबर के बाद देखने को मिलेगा और 22 दिसंबर से मौसम में बदलाव होगा। उसके बाद सभी राज्यों में तापमान और नीचे जाएगा और कड़ाके की ठंड पड़ेगी यानी मौसम विभाग का कहना है कि अभी ठंड की शुरुआत है आगे आने वाले दिनों में यह और भी ज्यादा बढ़ेगी।
22 दिसंबर से मध्य प्रदेश में मौसम में होगा और बदलाव:-
मौसम विभाग की माने तो मध्य प्रदेश में कुछ दिन पहले ही ठंड शुरू हुई है। पहले लोग ठंड का इंतजार कर रहे थे लेकिन पहाड़ी राज्यों में हो रही बर्फबारी से अब यहां भी शीत लहर चलने लगी है। जिसकी वजह से तापमान में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है और मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में यह तापमान और नीचे जाएगा और कड़ाके की ठंड पड़ेगी। मौसम विभाग की माने तो पश्चिमी विक्षोभ से और दक्षिण राज्यों में एक्टिव चक्रवर्ती परिसंचरण के प्रभाव से मध्य भारत में हल्की से मध्यम बूंदाबांदी हो सकती है और 22 दिसंबर से यहां पर शीत लहर का कहर और ज्यादा देखने को मिलेगा। साथ ही तापमान में तेजी से गिरावट आएगी।
22 दिसंबर से 31 दिसंबर तक ठंड में इजाफा देखने को मिलेगा। साथ ही क्रिसमस और नव वर्ष कड़ाके की ठंड में ही बीतेगे। मध्य प्रदेश में अभी आसमान साफ नजर आ रहा है। दिन में धूप खिलती है जिससे की तापमान बढ़ने लगता है। वही रात में शीत लहर के चलने से तापमान में तेजी से गिरावट आती है और ठंडक बहुत ज्यादा बढ़ जाती है यह ठंडक लगातार बढ़ रही है हर दिन तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश के मौसम का हाल बिल्कुल ही बदल जाएगा। जहां अभी लोगों को ठंड की शुरुआत का इंतजार था। वही आने वाले दिनों में कड़ाके की ठंड से मध्य प्रदेश ठिठुर जाएगा।
मौसम विभाग की माने तो आने वाले दिनों में शीत लहर का प्रकोप और ज्यादा बढ़ जाएगा अभी प्रदेश में हवाओं की रफ्तार 8 से 10 किलोमीटर प्रति घंटा है। यह आगे चलकर और ज्यादा बढ़ जाएगी। जिससे ठंड में इजाफा होगा। साथ ही दिन के तापमान में भी गिरावट देखी जाएगी। अगर प्रदेश की राजधानी की बात करें तो शहर में दिन में ठंड फिर बढ़ गई है बीते दिन की तापमान में 3.4 डिग्री की गिरावट देखने को मिली है यह इस महीने दिन के तापमान में दूसरी बार हुई तेजी से गिरावट है इससे पहले 3 दिसंबर को दिन के तापमान में तेजी से गिरावट देखने को मिली थी।
मौसम विभाग ने बताया कि आने वाले दिनों में पहले दौर में रात के तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। ठंड बढ़ने की संभावना है, अगले कुछ दिनों में बादल छाए रहेंगे और बूंदाबांदी होने की संभावना है। यह बूंदाबांदी का दौर कुछ दिनों तक चल सकता है। अगर मौसम विभाग की माने तो अभी दिन और शाम के तापमान में एकदम बदलाव देखने को मिल रहा है 2 घंटे में भी तापमान में 2.7 डिग्री की गिरावट हो जाती है। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो हवा का रुख बदल कर उतरी होने से अब रात के तापमान में गिरावट की संभावना हो गई है जो कि हमें बीते रात से देखने को मिल रही है। इस कारण रात में ठंड और बढ़ने की संभावना है हालांकि 22 दिसंबर से बूंदाबांदी के आसार भी नजर आ रहे हैं।
भोपाल समेत प्रदेश भर में कड़ाके की ठंड का दौर शुरू हो गया है भोपाल में सोमवार को सीजन में सबसे पहली बार रात का तापमान 10 डिग्री से कम 9.9 डिग्री दर्ज किया गया। 1 नवंबर से अब तक सीजन के 48 दिन न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे आ सका 15 साल में ऐसा आठवीं बार हुआ। बीते 24 घंटे में रात के तापमान में 2.9 डिग्री की गिरावट हुई है वही प्रदेश के मैदानी इलाकों में रीवा सबसे ठंडा जिला रहा। रात का तापमान 6.2 डिग्री दर्ज किया गया। हिल स्टेशन पचमढ़ी में भी तापमान 6.2 दर्ज किया गया। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों की माने तो सूखी एवं ठंडी तेज हवाओं की वजह से तापमान में यह गिरावट देखने को मिल रही है।