जहां प्रदेश में दिसंबर में ठंड का अहसास तक नहीं हो रहा था, वही नए साल का आगाज कड़ाके की ठंड से हुआ। और सप्ताह भर बाद भी प्रदेश को कोहरे और धुआंधार सर्दी से राहत नहीं मिल रही है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में मौसम में कुछ खास बदलाव न होने की बात कही है। वहीं बीते दिन यानी रविवार को भोपाल, इंदौर ,शिवपुरी ,गुना ,अशोकनगर ,देवास, विदिशा ,राजगढ़, नीमच समेत आधे से ज्यादा प्रदेश घने कोहरे की चपेट में रहा। वहीं कोहरे और तेज ठंड के बीच हल्की से मध्यम बारिश भी देखने को मिली।

बीते दिन रविवार को लोगों को पूरे दिन घने कोहरे से राहत नहीं मिली। वहीं कोहरे के साथ ही बारिश का अटैक भी हुआ। हरदा में सुबह से तेज बारिश हुई तो भोपाल ,इंदौर, शहडोल और नर्मदापुरम में बूंदो ने अठखेलियां खेली। ठंडी हवा से कई शहरों में दिन और रात के तापमान में खासी कमी नहीं आई। ग्वालियर और गुना में दिन इतना सर्द रहा कि हिमाचल प्रदेश की मंडी और उत्तराखंड के हिल स्टेशन देहरादून भी पीछे रह गए। प्रदेश का उत्तरी हिस्सा यानी गुना, शिवपुरी, अशोकनगर आदि जिले तेज ठंड के लिए जाने जाते हैं और इस बार भी इन्होंने रिकॉर्ड तोड़ दिया।

उत्तर भारत से आ रही शीत लहर ने प्रदेश को ठिठुरने पर किया मजबूर:-

मध्य प्रदेश में जहां दिसंबर तक ठंड का अहसास तक नहीं हो रहा था और ठंड यूं ही बीती जा रही थी। वही जैसे ही साल 2024 शुरू हुआ इसके पहले दिन से ही यहां के मौसम के हालात बिल्कुल बदल गए। साल के पहले दिन ही घना कोहरा छाने से मौसम में बदलाव हो गया। वहीं हवा का रुख बदलने से यहां पर तापमान में गिरावट भी दर्ज की गई। उसके बाद तो जैसे तेज ठंड का दौर ही शुरू हो गया और अब यह रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बीते एक हफ्ते से ज्यादा प्रदेश में घने कोहरे, तेज ठंड और बारिश का असर देखने को मिल रहा है।

हवा ने जैसे ही अपना रूख बदला है तो उत्तर पूर्व से आ रही तेज ठंडी हवाओं ने प्रदेश के तापमान को गिरा दिया है और ठंड में इजाफा किया है। अभी भी उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं ने प्रदेश को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है और मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में अभी मौसम में कोई खास सुधार नहीं होगा। साथ ही नए एक्टिव हुए पश्चिमी विक्षोभ का असर भी आने वाले दिनों में देखने को मिलेगा। जिस तरह अभी देखने को मिल रहा है। गुना और ग्वालियर में दिन इतना सर्द रहा कि हिमाचल प्रदेश की मंडी और उत्तराखंड के हिल स्टेशन भी पीछे छूट गए हैं, वैसा ही मौसम आने वाले दिनों में भी देखने को मिल सकता है।

प्रदेश में सबसे सर्द रातें भी इन्हीं दोनों शहरों में रही हैं हिमाचल के मंडी में जहां अधिकतम तापमान 17.02 डिग्री रहा वहीं देहरादून में 22.6 डिग्री दर्ज किया गया इसकी तुलना में ग्वालियर में अधिकतम तापमान 13.4 और गुना में 10.4 डिग्री दर्ज किया गया हालांकि राजधानी भोपाल में रात में सर्दी बढ़ गई यहां न्यूनतम तापमान 13 डिग्री तो अधिकतम तापमान 25 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी मौसम में कोई खास बदलाव न होने की बात बताई है। साथी अगले 24 घंटे में प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना भी जताई गई है।

मध्य भारत में भी होगा नया पश्चिमी विक्षोभ का असर:-

मौसम विभाग ने 2 से 3 दिन तक ऐसे ही मौसम रहने की संभावना जताई है साथ ही मौसम वैज्ञानिकों ने बताया है कि उत्तर भारत में पहाड़ों पर बर्फबारी और उत्तर पूर्वी दिशाओं से आ रही बर्फीली ठंडी हवाओं ने प्रदेश के मौसम में बदलाव करके रख दिया है और कड़ाके की ठंड पड़ रही है। साथ ही आज यानी 8 जनवरी को नए पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत में मौसम बदलने वाला है। साथ ही इसका असर मध्य भारत में भी देखने को मिलने वाला है। वही साल की शुरुआत से ही प्रदेश में घने कोहरे होने की समस्या पैदा हो गई है प्रदेश में सभी जिलों में सुबह से ही घना कोहरा छाया रहता है जिससे कि यातायात में बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

कई ट्रेन और फ्लाइटस् घंटे लेट हो रही है। कोहरा होने की वजह से विजिबिलिटी जीरो हो चुकी है जिससे कि सड़कों पर धुंध के सिवा कुछ भी नजर नहीं आता और यातायात में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं यात्रियों को रेलवे स्टेशनों पर घंटे ट्रेनों का इंतजार करना पड़ रहा है, तो वही लोग बसों का इंतजार करने के लिए भी घंटो घंटो बस स्टैंड पर खड़े मिल रहे हैं। वहीं धुंध और कोहरे की वजह से कई सड़क दुर्घटनाएं होने की खबरें भी सामने आ रही हैं।

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