मध्य प्रदेश में नए साल के शुरू होते ही मौसम में काफी बदलाव देखे गए हैं साल के पहले दिन से ही प्रदेश के सभी जिलों में घना कोहरा देखने को मिला था। जिससे अभी तक राहत नहीं मिली है बीते दिन राजधानी में और कुछ जिलों में धूप खिली रही लेकिन फिर आज सुबह से घने कोहरे से लोगों को यातायात में समस्याएं पैदा हुई। बीते दिन राजधानी भोपाल में कोहरे के साथ-साथ घनी धुंध भी देखी गई। जिससे साफ प्रदूषण का असर देखा जा सकता था।
घने कोहरे और शीत लहर से अभी प्रदेश को राहत नहीं: –
करीब दो हफ्ते के बाद राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में धूप खिली। इसके बाद भी पूरे दिन ठंड का आभास होता रहा। प्रदेश के 42 जिले कोहरे की चपेट में रहे भोपाल शहर के कई हिस्सों में घना कोहरा देखा गया। साथ ही कहीं-कहीं हल्की बारिश भी देखी गई और मौसम विभाग ने आज से 3 दिनों तक बारिश का अलर्ट भी जारी कर दिया है सबसे कम। आज सुबह से फिर घने कोहरे की समस्या पैदा हो गई। जिससे विजिबिलिटी बिल्कुल कम हो गई बीते दिन भी विजिबिलिटी 50 मी रही राजा भोज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 400 मीटर तक रही।
पिछले 24 घंटे के दौरान मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर, नर्मादापुरम और उज्जैन संभाग में कहीं-कहीं बारिश की गतिविधियां दर्ज की गई। हालांकि प्रदेश के अन्य सभी जिलों का मौसम शुष्क रहा। पिछले 24 घंटे के दौरान मध्य प्रदेश के दतिया जिले में 6.1 डिग्री सेंटीग्रेड और अधिकतम तापमान टीकमगढ़ में 26 डिग्री सेंटीग्रेड दर्ज किया गया। प्रदेश में शीत लहर की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है जिससे की तापमान में गिरावट आ रही है और ठंड में बढ़ोतरी हो रही है।
मौसम विभाग ने पहाड़ी इलाकों में फिर से एक बार बर्फबारी और बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है जिससे कि इसका असर मैदानी इलाकों में भी देखने को मिलेगा जिससे मध्य भारत के साथ-साथ उत्तर भारत में भी कड़ाके की ठंड के और बढ़ाने के आसार नजर आ रहे हैं जहां उत्तर भारत के राज्यों में ठंड अलर्ट और कोल्ड डे घोषित कर दिए गए हैं वहां और भी सीवियर कोल्ड डे की आशंका जताई गई है।
प्रदेश में शीत लहर और नए पश्चिमी विक्षोभ का असर :-
प्रदेश में दिसंबर माह में जहां ठंड का आभास भी नहीं हो रहा था, वहीं नए साल के शुरू होते ही 1 जनवरी से मौसम ने करवट ले ली और यहां मौसम बिल्कुल बदल गया 1 जनवरी से ही यहां घने कोहरे और आस देखी जा रही है साथ ही जहां पर प्रदेश में हवाओं ने रुख बदल लिया था। वहां फिर से एक बार शीत लहर का सिलसिला शुरू हो गया है जो की लगातार बढ़ता ही जा रहा है शीत लहर और हवा में रफ्तार की वजह से ठंड में भी तेजी आई है। साथ ही नए पश्चिमी विक्षोभ का असर भी साफ देखने को मिल रहा है।
मौसम विभाग की माने तो अगले आने वाले दिनों में मौसम में कोई भी ज्यादा सुधार देखने नहीं देखे जा सकते कुछ दिनों तक मौसम ऐसा ही रहेगा वहीं मौसम विभाग ने आने वाले तीन दिनों तक प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में माध्यम से तेज बारिश की संभावना भी जताई है बीते दिन ग्वालियर में ओले गिरे यहां दिन भर में 1 इंच तक बारिश भी हुई सीनियर कोल्ड डे जैसे हालात बने रहे ग्वालियर चंबल के 15 से अधिक शहर और कस्बे बारिश में भीगी रहे प्रदेश में कहीं भी न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से काम नहीं रहा।
हवा की रफ्तार में आई तेजी ,तो ठंड में हुई बढ़ोतरी:-
भोपाल में सोमवार के मुकाबले दिन के तापमान में 3.4 डिग्री का इजाफा हुआ है ऐसा 10 दिन बाद हुआ जब दिन का तापमान 27 डिग्री से अधिक रहा 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने लगी जिससे की रात का तापमान 15.6 डिग्री रहा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार बुधवार से ऐसे मौसम से थोड़ी राहत मिलने की संभावना है दो दिन बाद रात के तापमान में मामूली गिरावट होने से ठंड थोड़ी बढ़ सकती है ग्वालियर और चंबल संभाग में बारिश की संभावना भी जताई गई है।
वही मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में प्रदेश के कई जिलों में बारिश होने की संभावना जताई है बीते दिन भोपाल में धूप खिली रही कोहरा भी रहा 42 जिलों में घना कोहरा होने की वजह से विजिबिलिटी बहुत कम रही। वही ग्वालियर में ओला और बारिश देखी गई साथ ही मौसम विभाग ने दो दिन बाद ठंड के बढ़ाने की आशंका जताई है मौसम विभाग के अनुसार ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि सिस्टम बदल चुका है जिसके कारण मालवा निवार में ओले गिरने की खबरें सामने आई है वह सिस्टम यह इलाका पार करते हुए ग्वालियर चंबल पहुंच रहा है।