देश की राजधानी समेत अन्य उत्तर भारत के राज्य और मध्य भारत समेत पूर्वी राज्यों में भी मौसम में उलट फिर देखने को मिला है बीते दिनों से पूर्वी राज्यों असम अरुणाचल प्रदेश समेत बंगाल के कई राज्य जगह पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है साथ ही उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं ने देश में ठंड को एक बार फिर से लौटा दिया है। शीत लहर के प्रभाव से तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है जिस की धूप भी बेअसर दिखाई दे रही है। धूप निकलने के बाद भी तापमान में खासा उछाल नहीं देखा जा रहा है।

पहाड़ी राज्यों में तापमान शून्य; जमने लगा पानी, झीलें जमी :

पहाड़ी राज्यों के अन्य हिस्सों की बात करें तो यहां काजीगुंड में न्यूनतम तापमान क्रमशः सुनने से नीचे 4.5 डिग्री और शून्य से नीचे 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे है तो वहीं शीत लहर के प्रभाव से लोगों को कड़ाके की ठंड की मार झेलनी पड़ रही है। बता दें की घाटी में फिलहाल 20 दिनों के “चिल्ला ए खुर्द” मतलब छोटी ठंड का दौर चल रहा है और यह ठंड के विदाई का समय होता है इसके बाद ठंड धीरे-धीरे लौट जाती है।

देश की पहाड़ी राज्यों का हाल यह है कि जम्मू कश्मीर और हिमाचल के इलाकों में पानी के जमने की स्थिति आ गई है। घाटी में लगातार बर्फबारी जारी है श्रीनगर शिमला समेत दूसरे शहरों में पारा शून्य के नीचे चल रहा है। वहीं मैदानी इलाकों में राजस्थान दिल्ली से लेकर मध्य प्रदेश के कई इलाकों में सर्दी बढ़ चुकी है और सर्द हवाएं बड़ी रफ्तार से चल रही हैं। बता दे की अमरनाथ में स्थित शेषनाग झील की हाल के हाल यह है की झील का पानी तेज ठंड और तापमान के माइंस में जाने की वजह से जाम चुका है जहां लोग चल करते नजर आ रहे हैं।पहाड़ों में बर्फबारी के चलते वादियां बर्फ से ढकी हैं पर माइंस 18 डिग्री सेल्सियस तक चल रहा है इस कारण जिले जम चुकी है।

अन्य राज्यों में कैसा है मौसम का मिजाज :

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार मध्य प्रदेश, असम, मेघालय, मिजोरम ,त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में सुबह के समय घना कोहरा छाए रह सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि इन इलाकों में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट भी दर्ज की जा सकती है इसके कारण लोगों को शीतलहर का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि रात के समय शीत लहर के चलने से तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है हालांकि मौसम विभाग नहीं है। अभी कहा है कि इसके बाद न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री का इजाफा भी देखा जाएगा जिससे कि कड़ाके की सर्दी से लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी।

कब तक मिलेगी कड़ाके की सर्दी से राहत ?

मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताते हुए बताया है कि 14 फरवरी तक मौसम के मिजाज इसी तरह के रहने के आसार हैं। उसके बाद धीरे-धीरे मौसम में बदलाव आना शुरू हो जाएगा और तापमान में भी इजाफा होगा। कहीं-कहीं 16 फरवरी तक मौसम इसी तरह का रह सकता है उसके बाद जब पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त हो जाएगा और कमजोर होने लगेगा तब मौसम में बदलाव नजर आने लगेंगे और तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी जिससे कि लोगों को कड़ाके की सर्दी से राहत भी मिलने लगेगी।

इस बार फरवरी का महीना बहुत ही मौसम के लिए उतार-चढ़ाव भरा रहा पिछले 10 दिनों से देश के सभी राज्यों में मौसम में बड़े उलट फेर देखने को मिल रहे हैं। कहीं कड़ाके की सर्दी देखने को मिली तो कहीं बारिश का अटैक देखने को मिला कहीं पहाड़ों पर जोरों की बर्फबारी हो रही है तो कहीं कोहरे से यातायात ठप्प रहा। दरअसल यह मौसम में बदलाव वेस्टर्न डिस्टरबेंस के असर के कारण दिखा जिसने की हवा का रुख बदल कर रख दिया।

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