यूएई की राजधानी अबू धाबी में बना पहला सबसे बड़ा हिंदू मंदिर का उद्घाटन पीएम मोदी ने 14 फरवरी को अपने हाथों से किया। यह मंदिर बहुत ही विशाल कैंपस में बना हुआ है और बहुत ही बड़े बजट में बना यह मंदिर एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा मंदिर बताया जा रहा है। मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने मंदिर का उद्घाटन किया इसे बाचोसंबासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था ने बनबाया है। इसमें लगभग 400 मिलियन दरहम का खर्चा आया है जो कि करीब 900 करोड रुपए है।
आम जनता के लिए खुले मंदिर के द्वारा :
यूएई की राजधानी अबू धाबी में बने इस भव्य मंदिर का उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों से कल हो चुका है। इसके बाद अब आम जनता के लिए मंदिर के बुधवार 18 फरवरी 2024 से खोल दिए जाएंगे 18 फरवरी से लोग मंदिर में भगवान के दर्शन कर सकेंगे। इस मंदिर के निर्माण में राजस्थान और इटली के गुलाबी बलुआ पत्थर और संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है साथ ही इस मंदिर में सात शिखर शामिल है जो अरब अमीरात के अमीरात का प्रतिनिधित्व करते हैं।
वास्तु कला का अद्भुत संगम है :
बता दे कि यह अक्षरधाम मंदिर संयुक्त अरब अमीरात के साथ-साथ पश्चिम एशिया का भी सबसे बड़ा मंदिर है। इस मंदिर में एक साथ 10000 लोग साथ में पूजा कर सकते हैं यह इस क्षेत्र का पहला पत्थर से बना हिंदू मंदिर है इसका निर्माण 700 करोड रुपए की लागत से हुआ है इस मंदिर के निर्माण में राजस्थान और इटली से के गुलाबी बलुआ पत्थर से हुआ है और संगमरमर का भी इस्तेमाल किया गया है साथ ही इस मंदिर में सात शिकार बनाए गए हैं। जो अरब अमीरात के अमीरात का प्रतिनिधित्व करते हैं।
इस मंदिर के परिसर में घोड़ा और ऊंट जैसी कई नक्काशी भी की गई है जो की यूएई का प्रतीक मानी जाती है। मंदिर का डिजाइन वैदिक वास्तुकला का एक अच्छा उदाहरण है इस अक्षरधाम मंदिर की कई मूर्तियां और नक्काशी भारत के कारीगरों द्वारा बनाकर अबू धाबी भेजी गई है। जिसमें साफ-साफ भारतीय संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। अबू धाबी में हो रहे इस मंदिर के निर्माण कार्य के लिए 50000 से अधिक लोगों ने आईटी रखी है जिसमें भारत के विदेश मंत्री देश जयशंकर से लेकर अभिनेता संजय दत्त और अक्षय कुमार तक भी शामिल है।
अब और भारत के संबंध मजबूती पर पीएम मोदी ने कहीं बड़ी बात :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को यूएई के अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन कर दिया है उन्होंने यहां पूजन किया इसके बाद मंदिर प्रांगण में बने हाल में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि यह मंदिर दुनिया के लिए मिसाल है इसमें सबसे बड़ा योगदान मेरे भाई शेख जायद का है 140 करोड़ भारतीय मेरे आराध्य देव हैं। पीएम मोदी ने साथ ही अपने भाषण में यूएई और भारत के संबंधों के बारे में कहा कि इस कदम के बाद भारत और यूएई के संबंध और भी मजबूत हो गए हैं।
यूएई सरकार ने अबू धाबी में मंदिर बनाने के लिए 20000 वर्ग फीट जमीन दी थी यूएई सरकार ने साल 2015 में बुक्स वक्त ऐलान किया था जब प्रधानमंत्री मोदी दो दिवसीय दौरे पर वहां गए थे संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया गया मंदिर निर्माण में इको फ्रेंडली तरीके पर जोर दिया गया था। ऐतिहासिक मंदिर का काम समुदाय के समर्थन भारत और यूएई के नेतृत्व से आगे बढ़ा।
यूएई में भारतीयों की आबादी है बहुत ज्यादा :
बता दें कि यूएई का पहला हिंदू मंदिर यूएई की राजधानी अबू धाबी में अल बकवा नाम की जगह पर बना है। मंदिर आबू धाबी में अल बकवा नाम की जगह पर 20000 वर्ग मीटर की जमीन पर बना है। हाईवे से सटा अल बकवा अबू धाबी से तकरीबन 30 मिनट की दूरी पर स्थित है। बता दें कि भारतीय दूतावास के आंकड़ों के मुताबिक यूएई में तकरीबन 26 लाख भारतीय रहते हैं जो वहां की आबादी का लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा है।