देश से ठंड की विदाई तो हो चुकी है लेकिन मौसम में हो रहे बार-बार बदलाव के कारण ठंड जाने का नाम नहीं ले रही ठंड लौट के एक बार फिर आ गई है पश्चिमी विक्षोभ के असर और चक्रवर्ती परी संरक्षण के असर से देश में एक बार फिर ठंडक का माहौल लौट आया है कहीं बारिश कहीं बर्फबारी तो कहीं ओले गिरने की खबरें सामने आ रही है। इन प्राकृतिक घटनाओं ने और बारिश की गतिविधियों ने तापमान में गिरावट दर्ज की है।

मौसम के पैटर्न में हुआ बदलाव :

ठंड के मौसम से पहले एल नीनो के प्रभाव से ठंड में आई कमी उसके बाद लगातार सक्रिय हो रहे नए पश्चिमी विक्षोभों की वजह से मौसम में हो रहा बदलाव और चक्रवर्ती पर संरक्षण के प्रभाव से दक्षिण समेत मध्य भारत में भी मौसम के पैटर्न में हो रहे बदलाव से देश के मौसम में पूरी तरह उलटफेर देखा जा रहा है।

  • पूर्व मध्य अरब सागर से दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश तक ट्रैफिक लाइन बनी है इसके कारण अरब सागर से नमी आ रही है इसी वजह से घने बादल छाए हुए हैं।
  • उड़ीसा के पास एक प्रति चक्रवात बना हुआ है जिसका असर उड़ीसा समेत कई राज्यों में देखा जा रहा है और वहां से नमी मध्य प्रदेश में आ रही है।
  • दो विपरीत दिशा की हवाएं मध्य प्रदेश के पास मिल रही हैं। इन विपरीत हवाओं की वजह से मध्य प्रदेश के मौसम में उलटफेर हो चुका है।

अगले दो दिन तक बारिश और ओले का अलर्ट हुआ जारी :

दो विपरीत दिशाओं से आ रहे हवाओं की वजह से मध्य प्रदेश के मौसम में उलट फेर देखने को मिल रहा है इनकी वजह से बदल जाने के बाद मौसम खराब हो जा रहा है मौसम विभाग के अनुसार आगामी 36 घंटे तक हल्की बारिश तो कहीं-कहीं हल्के बोल उनके गिरने का खास खतरा बना हुआ है यदि ओले गिरते हैं तो किसानों की चिंता बढ़ जाएगी। कुछ दिनों पहले ही तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी दर्ज की जाने लगी थी जिससे कि गर्मी का एहसास होने लगा था लेकिन नए सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ और अन्य मौसम के डिस्टरबेंस के कारण तापमान में बदलाव आ गया और ठंडक बढ़ गई।

हालत यह है की ठंडक के कारण सुबह 5:30 बजे से 8:30 बजे तक 3 घंटे में तापमान 1 डिग्री भी नहीं बढ़ सकता है। अगर दिन की तापमान की बात की जाए तो दिन की तापमान में 1.8 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई रात का तापमान 14.5 डिग्री दर्ज किया गया 24 घंटे में इसमें 2.5 डिग्री का इजाफा तो देखने को मिला है लेकिन अभी पूरी तरह ठंड से राहत नहीं मिल रही है तेज हवाओं ने रफ्तार और पकड़ ली है जिसकी वजह से मौसम उलट चुका है।

24 घंटे में ही हवा की रफ्तार में बदलाव देखने को मिला है जहां सुबह हवा की रफ्तार 14 किलोमीटर प्रति घंटा थी वहीं दोपहर तक आते-आते यह 22 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने लगी। मौसम विभाग के अनुसार जारी किए गए पूर्वानुमान के मुताबिक अगले दो दिनों तक मौसम ऐसा ही बना रहने की संभावना है उसके बाद मौसम में धीरे-धीरे सुधार आ सकता है और फिर तापमान में भी कुछ इजाफा देखने को मिलेगा।

बारिश और ओले से फसलों को हो सकता है भारी नुकसान :

मौसम विभाग ने अगले 36 घंटे तक हल्की से मध्यम बारिश और कहीं-कहीं हल्के ओले गिरने के खतरा जताया है यदि ओले गिरते हैं तो गेहूं चना और मसूर की फसलों को भारी नुकसान हो सकता है जो अभी खेतों में काटने के लिए खड़ी हुई है बारिश होने से गेहूं के दाने का रंग भी खराब हो सकता है जिसका असर सीधे उसके रेट पर पड़ेगा मौसम में अब ठंडक हो चुकी है पिछले दो दिनों से मौसम में बदलाव देखा जा रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि कुछ जगह हल्की-हल्की बारिश और कहीं तेज बारिश भी हो सकती है।

मौसम में हो रहे उलट फिर पर कृषि विभाग ने कहा है कि गेहूं की कटाई 15 से 20 फ़ीसदी हो चुकी है। अभी जो फसल खड़ी है वह पक कर तैयार है यदि इस समय बारिश होती है तो जो फसल कटी पड़ी है, उसे सबसे ज्यादा नुकसान होगा। इसी तरह यदि ओले गिरते हैं तो जो पकी खड़ी फसल है उसे भी भारी नुकसान हो सकता है। इस तरह दोनों ही स्थितियों में बारिश हो या ओले फसलों को नुकसान होने की भारी संभावना है।

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