सार :
देश में मौसम हर दिन करवट बदल रहा है। कुछ दिनों पहले देश के कई राज्यों में गर्म हवाएं चलने लगी थी और गर्मी की शुरुआत हो चुकी थी। लेकिन एक दिन पहले ही मौसम ने करवट बदल ली और पश्चिमी विक्षोभ का जोरदार असर देखने को मिला। जिससे कई राज्यों में गर्मी बारिश में बदल गई और तेज हवाएं के साथ बारिश हुई। मौसम विभाग ने आज भी पहाड़ी राज्यों जम्मू कश्मीर, उत्तराखण्ड और हिमाचल प्रदेश में बारिश के साथ बर्फबारी के भी आसार जताए हैं। वहीं मैदानी राज्यों पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में बारिश और तूफान की संभावना है।
विस्तार :
देश में मौसम ने एक बार फिर करबट ले ली है। एक नया पश्चिमी विक्षोभ आने के चलते उत्तर भारत के कई राज्यों के मौसम में परिवर्तन देखने को मिल सकता है। यहां बीते 24 घंटे में बारिश और तूफ़ान जैसी गतिविधियां देखी गई है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार पहाड़ी राज्यों जम्मू कश्मीर, उत्तराखण्ड और हिमाचल प्रदेश में बारिश के साथ बर्फबारी हुई है और आज भी मौसम ऐसा ही रहने वाला है। कहीं कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है। वहीं पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में बारिश और तूफान की संभावना है। बीते 24 घंटों में जम्मू कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में हल्की बारिश और बर्फबारी हुई है।हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में आंधी तूफान के साथ बारिश की गतिविधियां देखी गई है। आज के मौसम के हाल की बात करें तो जम्मू-कश्मीर, गिलगित बाल्टिस्तान, लद्दाख और मुजफ्फराबाद में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी के साथ ऊंचे स्थानों पर भारी बर्फबारी भी हो सकती है। निम्न दबाव की रेखा मध्य और ऊपरी पश्चिमी हवाओं के साथ लगभग 62 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ 20 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में चल रही है।
देश के मैदानी राज्यों में बारिश और ओले के साथ आंधी तूफान का एलर्ट जारी :
उत्तर भारत के राज्यों समेत राजस्थान, एमपी, यूपी, बिहार, उत्तराखंड आदि में आज यानी 30 मार्च और कल, 31 मार्च को अलग-अलग इलाकों में आंधी-तूफान के साथ बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी। यही हाल उत्तर पूर्वी राज्यों का भी रहेगा। आने वाले 2 दिनों में मौसम की अलग अलग गतिविधियां देखने को मिलेगी। हरियाणा और MP में कई जगह जमकर ओले पड़े। मध्य भारत में अवस्थित प्रति चक्रवात के कारण अरब सागर से आने वाली नमी के कारण मौसम में ये बदलाव देखने को मिल रहा है। इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने बताया कि 30 से 31 मार्च के बीच मौसम करवट लेगा जिसमें मेघ गर्जन के साथ बिजली गिरने की स्थिति बन रही है। जो बीते शाम से साफ दिखाई देने लगा है। हल्की बारिश और साथ ही सतही तेज हवा चलने के भी आसार नजर आ रहे हैं। यहां बीते 24 घंटे में बारिश और तूफ़ान जैसी गतिविधियां देखी गई है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार पहाड़ी राज्यों जम्मू कश्मीर, उत्तराखण्ड और हिमाचल प्रदेश में बारिश के साथ बर्फबारी हुई है और आज भी मौसम ऐसा ही रहने वाला है। कहीं कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है। वहीं पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में बारिश और तूफान की संभावना है।
नए चक्रवाती परिसंचरण और पश्चिमी विक्षोभ हुए सक्रिय :
नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का असर हर राज्य में देखने को मिल रहा है बात करें उत्तर भारत के राज्यों की तो राजधानी दिल्ली में अचानक मौसम का मिजाज बदला है। वहीं एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर राज्यों दक्षिणी असम और आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किमी ऊपर है। मध्य भारत के राज्यों दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। जिससे कि मध्य प्रदेशमें मौसम का हाल पूरी तरह बदल चुका है। यहां आसमान में बादल छाए होने के साथ-साथ तेज हवाएं 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ज्यादा चल रही है साथ ही कुछ राज्यों में हल्की से मध्यम बरिश दर्ज की गई है तो कहीं ओलावृष्टि की खबरें सामने आई है। वही एक और ट्रफ रेखा उत्तरी तमिलनाडु से लेकर आंतरिक कर्नाटक और मराठवाड़ा तक दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश के चक्रवाती परिसंचरण तक फैली हुई है।
बता दें कि इन्हीं कारणों से देशभर के मौसम में बदलाव देखा जा रहा है। बता दें कि अब एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पश्चिमी विक्षोभ अब पश्चिमी अफगानिस्तान और आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 3.1 और 4.5 किलोमीटर ऊपर है। वहीं 5.8 किलोमीटर के स्तर पर निम्न दबाव की रेखा मध्य और ऊपरी पश्चिमी हवाओं के साथ लगभग 62 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ 20 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में चल रही है। इसकी वजह से देश के पहाड़ी राज्यों का मौसम बदल रहा है और बारिश और बर्फबारी की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं।
बारिश और बर्फबारी से किसानों की चिंता बढ़ी :
बेमौसम हो रही बरसात से किसानों की चिंता बढ़ चुकी है क्योंकि खेतों में फसल कटी हुई रखी है और कुछ जगह काटने वाली है। बारिश होने से कटी हुई रखी फसल को काफी नुकसान हो सकता है। मौसम विभाग ने बारिश ही नहीं कहीं-कहीं ओलावृष्टि की संभावना भी जताई है, ओलावृष्ठि से किसान मायूस हैं।देश के दक्षिणी राज्यों केरल और अंडमान निकोबार द्वीप समूह के दक्षिणी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां देखी जाएंगी। 30 मार्च यानी आज से देश के हृदय प्रदेश मध्य प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ में हल्की बारिश और कहीं कहीं तेज बारिश की गतिविधियां देखी जा सकती है। 24 घंटे की भीषण गर्मी के बाद मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के कुछ हिस्सों में मौसम अचानक बदल गया। गुरुवार को जहां 6 जिलों लू लपट चलने लगी थी। वहीं शुक्रवार को बारिश और तेज हवाओं ने मौसम को बदलकर रख दिया। कहीं-कहीं शाम के समय तेज आंधी के साथ बूंदाबांदी भी हुई। बिजली भी चमकी और तापमान नीचे गिर गया तापमान में लगभग 1.5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। वहीं उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति बनी हुई है।
गुरुवार को जहां 6 जिलों लू लपट चलने लगी थी। वहीं शुक्रवार को बारिश और तेज हवाओं ने मौसम को बदलकर रख दिया। कहीं-कहीं शाम के समय तेज आंधी के साथ बूंदाबांदी भी हुई। बिजली भी चमकी और तापमान नीचे गिर गया तापमान में लगभग 1.5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। इस तरह मौसम में बदलाव सेउनकी ज्यादातर गेंहू की फसल बर्बाद हो गई है। रेवाड़ी के कई गांवों में भी बारिश के साथ ओले गिरे हैं। लोगों के घरों के आस-पास चारों तरफ बर्फ ही बर्फ नजर आ रही है। वहीं मध्य प्रदेश में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है। मध्यप्रदेश के मुरैना में करीब 12 से ज्यादा गांवों तेज आंधी के साथ ओले पड़ने की ख़बर सामने आई है जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। सरसो, गेहूं और चने की फसल खराब होने से किसान परेशान हैं। छतरपुर में भी मौसम ने अचानक बदलाव के बाद तेज आंधी के साथ हुई बारिश के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।