सार :
देश के कई राज्य अभी से ही भीषण गर्मी की चपेट मे आने लगे हैं। जिनमें महाराष्ट्र ,राजस्थान, गुजरात , मध्य प्रदेश,कर्नाटक ,ओडिशा और आंध्र प्रदेश आदि शामिल हैं। जहां इन राज्यों में जोरदार गर्मी शुरू हो चुकी है वहीं देश के कुछ राज्य ऐसे हैं जो इससे अछूते हैं, यानि यहां गर्मी का कोई नामोनिशान नहीं है। जिसमे देश के पहाड़ी पट्टी वाले सभी राज्य शामिल है, आइए विस्तार में जानें मौसम की जानकारी!
विस्तार :
जहां देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी की शुरुआत हो चुकी है और लू लपट जैसी स्थितियां सामने आने लगी है। इतना ही नहीं मौसम विभाग ने कई राज्यों जिनमें महाराष्ट्र ,राजस्थान, गुजरात , मध्य प्रदेश,कर्नाटक ,ओडिशा और आंध्र प्रदेश आदि शामिल हैं में लू चलने की चेतावनी भी दे दी है। वहीं कुछ राज्य ऐसे भी हैं जिनमे गर्मी का नामोनिशान नहीं है। देश के पहाड़ी पट्टी उत्तर से लेकर पूर्व तक के राज्य गर्मी से अछूते हैं। इन राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि देखने को मिल रही है। इसीलिए यहां का तापमान लगातार नीचे जा रहा है। इतना ही नहीं बर्फबारी के चलते देशभर से पर्यटक इन राज्यों में छुट्टियां मनाने जा रहे हैं। इन पहाड़ी राज्यों में मौसम का यह सुहावना रूप नए सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभों और चक्रवाती परिसंचरण के कारण देखा जा रहा है।
मौसम विभाग में इन राज्यों में लू (हीटवेब) चलने की दी चेतावनी :
अप्रैल की शुरुआत से ही मौसम में बदलाव देखा जा रहा है। तापमान में वृद्धि होने लगी है। मौसम विभाग ने अप्रैल माह में कुछ राज्यों में तो लू की संभावना जताई है। जिनमें महाराष्ट्र ,राजस्थान, गुजरात , मध्य प्रदेश,कर्नाटक ,ओडिशा और आंध्र प्रदेश आदि शामिल हैं। इन राज्यों के लोगों को अप्रैल माह में ही भयंकर गर्मी का सामना करना पडे़गा। मौसम विभाग ने इन राज्यों में अप्रैल में लगभग 20 से 22 दिनों तक लू चलने की संभावना जताई है। मध्य भारत और दक्षिण भारत के राज्यों को अभी से ही गर्मी से निपटने के इंतजामात करने होंगे। वहीं अगर हम उत्तर भारत के राज्यों यूपी, बिहार की बात करें तो यहां पछुआ हवा तेजी से बह रही है। इससे लोगों को तेज धूप और हवा दोनों से परेशानी हो रही है। आने वाले दिनों में यहां भी वेस्टर्न डिस्टरबेंस के असर के कम होते ही भीषण गर्मी का सामना करना होगा।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण और दक्षिण पूर्वी राज्यों में अभी से ही प्रचंड गर्मी पड़ने लगी है कर्नाटक, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में लू चलने की आशंका है। इसके अलावा केरल और दक्षिणी तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना है। जहां इन राज्यों में जोरदार और तेज़ गर्मी शुरू हो चुकी है वहीं देश के कुछ राज्य ऐसे हैं जो इससे अछूते हैं। दक्षिणी तमिलनाडु से पूर्व मे विदर्भ तक आंतरिक कर्नाटक से विदर्भ तक ट्रफ हवा का विच्छेदन बना हुआ है। वहीं, उत्तरी बांग्लादेश और आसपास के निचले हिस्से पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
राजधानी दिल्ली के मौसम की जानकारी :
देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मौसम का मिजाज बदल सकता है। आज से मौसम में बदलाव नजर आएगा। मौसम विभाग की मानें तो राजधानी दिल्ली में 3 से 5 अप्रैल के बीच हल्की बारिश और बूंदाबांदी की गतिविधियां देखने को मिल सकती है। यहां सक्रिय हुए नए पश्चिमी विक्षोभ का असर साफ-साफ दिखाई देगा और आज से मौसम बदलाव नजर आने लगेंगे। चुकी पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश का दौर शुरू है। जिसका असर मैदानी राज्यों में साफ यहां दिन के तापमान यानी अधिकतम तापमान में तो धीरे-धीरे बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी लेकिन न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट जो सामान्य से कम है।
पहाड़ों पर बना है सुहावना मौसम :
जहां देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी की शुरुआत हो चुकी है और लू लपट जैसी स्थितियां सामने आने लगी है, तो देश के पहाड़ी पट्टी उत्तर से लेकर पूर्व तक के राज्य गर्मी से अछूते हैं। इन राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि देखने को मिल रही है। लगातार हो रही बर्फबारी और हल्की बारिश से यहां का मौसम सुहावना बना हुआ है। वहीं मौसम विभाग ने 5 अप्रैल से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना जताई है। जिसकी वजह से मौसमी गतिविधियों में बदलाव का दौर देखने को मिलेगा, हल्की बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है।अब बात करें पूर्वोत्तर राज्यों की तो मौसम विभाग ने मिजोरम में ओलावृष्टि होने की बात कही है। असम ,मेघालय ,नगालैंड ,मणिपुर और मिजोरम में आंधी और तूफान चलने की संभावना है।
इस तरह इन पहाड़ी राज्यों में सुहावना मौसम होने औरबर्फबारी होने से देश भर की से कई पर्यटक अपने परिवार के साथ इन पहाड़ी राज्यों में गर्मियां बिताने औरबर्फबारी का मजा लेने पहुंच रहे हैं इन दोनों पहाड़ी राज्यों मे पर्यटकों का अंबार लगा हुआ है जिससे यहां के स्थानीय लोगों को आर्थिक मजबूती प्रदान हो रही है। और व्यापार के नए अवसर मिल रहे हैं। जहां देश के मैदानी राज्यों मैं प्रचंड गर्मी पड़ने लगी है वही पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी लोगोंको राहत पहुंचा रही है।
90 दिन पड़ेगी प्रचंड गर्मी, अप्रैल से होगी शुरुआत :
मौसम विभाग ने इस बार की गर्मी सीजन का पूर्वानुमान लगाते हुए बताया है कि अगले तीन महीने भीषण गर्मी का अनुमान है। इस दौरान हाई हीट वेव के दौर लंबा चलेगा। होली के बाद मार्च महीने के आखिरी दिनों में मौसम विभाग द्वारा तापमान में इजाफा होने की संभावना जताई गई थी, जो देखा जाने लगा है। अप्रैल और मई के दौरान प्री-मानसून के दौर भी छोटे और कम ही रहेंगे। इस बार भीषण और प्रचंड गर्मी का अनुमान लगाया जा रहा है। वही मौसम विभाग द्वारा अनुमान लगाया गया है कि कम बारिश के लिए जिम्मेदार अल-नीनो का प्रभाव भी जून के महीने में ही खत्म हो जाएगा। भीषण गर्मी पड़ने के कारण अप्रैल से जून में ज्यादा दिनों तक लू चलने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार अच्छी खबर यह है कि मानसून के आखिरी दो महीने में अच्छी बारिश होने की संभावना है। इसके पीछे यह वजह बताई जा रही है कि अल नीनो के कारण गर्मी में ज्यादा इलाकों में अधिक दिनों तक हीट वेव चलने और कम बारिश की आशंका है।