सार :
देश में तेज गर्मी का आगमन हो चुका है लगभग हर मैदानी राज्य में तापमान तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है। कई राज्यों में तो हीट वेव भी चलने लगी है, जिससे लोगों का दोपहर में घर से बाहर निकलना दुश्वार हो गया है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भीषण गर्मी पड़ने और इस महीने ही तापमान 40 से 42 डिग्री तक जाने की आशंका जताई है। आईए जानते हैं देश के अलग-अलग हिस्सों में कैसा रहेगा मौसम का हाल?
विस्तार :
अप्रैल महीने की शुरुआत ही भीषण गर्मी से हुई। आने वाले दिनों में तापमान में और अधिक इजाफा होगा। साथ ही प्रचंड गर्मी की मार झेलनी पड़ेगी। कई राज्यों में तो हीट वेव भी चलने लगी है, जिससे लोगों का दोपहर में घर से बाहर निकलना दुश्वार हो गया है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भीषण गर्मी पड़ने और इस महीने ही तापमान 40 से 42 डिग्री तक जाने की आशंका जताई है। भारतीय मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार पूर्वी और प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में 5 से 6 अप्रैल से बढ़ते तामपान के कारण तेज लू लपट चलने की संभावना जताई गई है। वहीं उत्तर-पूर्व में तूफान और बारिश की स्थिति बनी रहेगी, जिससे इन राज्यों का मौसम सुहावना बना रह सकता है। घाटी में गिलगित-बाल्टिस्तान के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में मौसम विभाग द्वारा बर्फबारी होने की जानकारी दी है।
जल्द ही हीटवेब की चपेट में होंगे यह राज्य :
देश में प्रचंड गर्मी का आगमन हो चुका है लगभग हर मैदानी राज्य में तापमान तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है। अप्रैल महीने की शुरुआत ही भीषण गर्मी से हुई। आने वाले दिनों में तापमान में और अधिक इजाफा होगा। साथ ही प्रचंड गर्मी की मार झेलनी पड़ेगी।भारतीय मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार हीटवेव अप्रैल से बढ़ते तामपान के कारण तेज लू लपट चलने की संभावना जताई गई है। हिटवेब चलने के बाद लोगों को आने वाले दिनों में भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा। आज से लेकर अगले तीन दिन 4 अप्रैल तक पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, यूपी और चंडीगढ़ जैसे कई राज्यों में तापमान बढ़ने के कारण गर्मी बढ़ेगी। वहीं भारतीय मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार मध्य भारत के राज्यों मध्य प्रदेश, ओडिशा, कर्नाटक और महाराष्ट्र के आसपास के इलाकों में तापमान बढ़ने के कारण लू चलने की जानकारी जारी की है। मौसम विभाग ने इन राज्यों में अप्रैल में लगभग 20 से 22 दिनों तक लू चलने की संभावना जताई है।
कैसा रहेगा राजधानी दिल्ली का मौसम ?
अगर हम बात करें देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की तो यहां बारिश का अलर्ट जारी है। भारतीय मौसम की जानकारी के अनुसार राजधानी दिल्ली में आज यानी कि 5 अप्रैल को बादल छाए रहने और कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। बता दें कि 5 अप्रैल को पश्चिमी हिमालय पर आ रहे एक नए पश्चिमी विक्षोभ के कारण राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली का अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 36 डिग्री सेल्सियस और 19 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। 6 अप्रैल से मौसम साफ हो जाएगा और तापमान में 8 अप्रैल के बाद कुछ बढ़ोतरी दर्ज होने लगेगी। इसके अलावा आने वाले पांच दिनों में अरुणाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, पंजाब और अन्य राज्यों में बारिश होने की भी संभावना है।
पहाड़ों पर सुहावना रहेगा मौसम :
जहां देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी की शुरुआत हो चुकी है और लू लपट जैसी स्थितियां सामने आने लगी है, तो देश के पहाड़ी पट्टी उत्तर से लेकर पूर्व तक के राज्य गर्मी से अछूते हैं। इन राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि देखने को मिल रही है। लगातार हो रही बर्फबारी और हल्की बारिश से यहां का मौसम सुहावना बना हुआ है। वहीं मौसम विभाग ने 5 अप्रैल से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना जताई है। जिसकी वजह से मौसमी गतिविधियों में बदलाव का दौर देखने को मिलेगा, हल्की बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है।अब बात करें पूर्वोत्तर राज्यों की तो मौसम विभाग ने मिजोरम में ओलावृष्टि होने की बात कही है। असम ,मेघालय ,नगालैंड ,मणिपुर और मिजोरम में आंधी और तूफान चलने की संभावना है।
इस बार झेलनी होगी 3 महीने की प्रचंड गर्मी :
मौसम विभाग ने इस बार की गर्मी सीजन का पूर्वानुमान लगाते हुए बताया है कि अगले तीन महीने भीषण गर्मी का अनुमान है। इस दौरान हाई हीट वेव के दौर लंबा चलेगा। होली के बाद मार्च महीने के आखिरी दिनों में मौसम विभाग द्वारा तापमान में इजाफा होने की संभावना जताई गई थी, जो देखा जाने लगा है। इस बार भीषण और प्रचंड गर्मी का अनुमान लगाया जा रहा है। वही मौसम विभाग द्वारा अनुमान लगाया गया है कि कम बारिश के लिए जिम्मेदार अल-नीनो का प्रभाव भी जून के महीने में ही खत्म हो जाएगा। भीषण गर्मी पड़ने के कारण अप्रैल से जून में ज्यादा दिनों तक लू चलने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार अच्छी खबर यह है कि मानसून के आखिरी दो महीने में अच्छी बारिश होने की संभावना है। इसके पीछे यह वजह बताई जा रही है कि अल नीनो के कारण गर्मी में ज्यादा इलाकों में अधिक दिनों तक हीट वेव चलने और कम बारिश की आशंका है।
नए चक्रवाती परिसंचरण और पश्चिमी विक्षोभ हुए सक्रिय दिख रहे दो अलग मौसम :
नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का असर हर राज्य में देखने को मिल रहा है बात करें उत्तर भारत के राज्यों की तो राजधानी दिल्ली में अचानक मौसम का मिजाज बदला है। वहीं एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर राज्यों दक्षिणी असम और आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किमी ऊपर है। मध्य भारत के राज्यों दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। यहां आसमान में बादल छाए होने के साथ-साथ तेज हवाएं 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ज्यादा चल रही है साथ ही कुछ राज्यों में हल्की से मध्यम बरिश दर्ज की गई है तो कहीं ओलावृष्टि की खबरें सामने आई है। वही एक और ट्रफ रेखा उत्तरी तमिलनाडु से लेकर आंतरिक कर्नाटक और मराठवाड़ा तक दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश के चक्रवाती परिसंचरण तक फैली हुई है। अप्रैल और मई के दौरान प्री-मानसून के दौर भी छोटे और कम ही रहेंगे।
पहाड़ों पर बर्फबारी देखने पर्यटकों का सैलाब :
के पहाड़ी पट्टी उत्तर से लेकर पूर्व तक के राज्य गर्मी से अछूते हैं। इन राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि देखने को मिल रही है। इसीलिए यहां का तापमान लगातार नीचे जा रहा है। इतना ही नहीं बर्फबारी के चलते देशभर से पर्यटक इन राज्यों में छुट्टियां मनाने जा रहे हैं। अपने परिवार के साथ इन पहाड़ी राज्यों में गर्मियां बिताने औरबर्फबारी का मजा लेने पहुंच रहे हैं इन दोनों पहाड़ी राज्यों मे पर्यटकों का अंबार लगा हुआ है जिससे यहां के स्थानीय लोगों को आर्थिक मजबूती प्रदान हो रही है। और व्यापार के नए अवसर मिल रहे हैं। जहां देश के मैदानी राज्यों मैं प्रचंड गर्मी पड़ने लगी है वही पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी लोगोंको राहत पहुंचा रही है।