सार :
देश के हर राज्य में मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। गर्मी के शुरू होते ही राजधानी का मौसम भी बदल चुका है। गर्मी में तेज गर्मी का सामना करना पड़ेगा। जिसकी शुरुआत हो चुकी है, हालाँकि कुछ राज्यों में बारिश और बर्फ़बारी होने से मौसम सुहावना बना हुआ है। मौसम विभाग ने बताया है कि मई के महीने में लगभग 20 दिनों तक और इससे ज़्यादा देश के अलग अलग राज्यों में लू चलने की संभावना है। आईए जानते हैं पूरी खबर विस्तार में।
विस्तार :
अप्रैल महीने में हमने देखा कि तापमान कुछ राज्यों में 40 के पार जा चुका है आने वाले दिनों में इसमें और भी ज़्यादा बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है। यानी इस महीने मई में लोगों को प्रचंड गर्मी का सामना करना होगा और हीटवेव्स से बचाव करना होगा। जिसका अलर्ट मौसम विभाग द्वारा बार बार किया जा रहा है। मौसम विभाग ने देश के कुछ राज्यों जैसे बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड , मध्य प्रदेश के कुछ जिलों, दक्षिण भारत के राज्यों आदि में लू चलने की चेतावनी ज़ाहिर की है इन राज्यों में तापमान 40 डिग्री से ऊपर पहुँच चुका है और तेज गर्मी की मार देखी जा रही है। चुनाव पर भी गर्मी का असर साफ दिखाई दे रहा है। तेज़ गर्मी का माहौल तो चल ही रहा है साथ ही चुनावी माहौल भी गर्माया हुआ है इस समय देश के अलग अलग हिस्सों में अलग अलग तारीख़ों में बोटिंग चालू है। जिसमें कई राज्यों में कम बोटिंग देखने को मिल रही है। बीते दिनों मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में तापमान ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
भारत में तेज गर्मी ने अब अपने पैर पसार लिए हैं। पहाड़ी राज्यों और कुछ अन्य राज्यों को छोड़ लगभग सभी राज्यों में तेज गर्मी और लू चलने की चेतावनी दी गई है। उत्तर भारत में तेज गर्मी पड़ने लगी है तो पहाड़ों पर बर्फबारी के चलते मौसम सुहावना बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार देश के उत्तर और नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में आंधी ,तूफान, बारिश देखने को मिल सकती है। मध्य प्रदेश में उज्जैन, इंदौर, बैतूल, छिंदवाड़ा, पचमढ़ी और रायसेन को छोड़कर सभी जगह तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच चुका है।
मई में हीटवेव का होगा तांडव, सावधानी बरतें :
मौसम विभाग ने मई के महीने में मौसम का पूर्वानुमान जताते हुए बताया था कि मई का महीना बहुत गर्म रहने वाला है। जो साफ साफ दिखाई दे रहा है। मई शुरु होते ही गर्मी ने भारत के कई राज्यों को हीटवेव की चपेट मे ले लिया है। देश में कई शहरों में हीट वेव की स्थिति है इस बार हीट वेव के दिन भी अधिक होने वाले हैं। इस बीच एक शोध में सामने आया है कि लगातार हीटवेव की स्थिति बनी रहने से जान का खतरा बढ़ जाता है। इसीलिए मौसम विभाग द्वारा हीटवेव के चलते सावधानी बरतने की हिदायत दी जाती है। मौसम विभाग के अनुसार मई के महीने का न्यूनतम तापमान 33 डिग्री के आसपास और अधिकतम तापमान 44 डिग्री के पार जाने की संभावना है, यानी इस महीने मैं लोगों को प्रचंड गर्मी का सामना करना होगा और हीटवेव्स से बचाव करना होगा। मौसम विभाग के अनुसार मई में लगभग 20 दिनों तक हीटवेव चलने की आशंका जताई गई है।
भारत में बारिश पर एक लंबा ब्रेक लगने वाला है। ऐसे में मई की शुरुआत में गर्मी फुल स्पीड में बढ़ने लगी है। अब राजधानी दिल्ली समेत आसपास के कई शहरों के तापमान सीजन में पहली बार 40 डिग्री को पार कर जाएंगे। यानी मई के महीने में प्रचंड गर्मी का दौर तो शुरू हो चुका है और यह गर्मी का दौर लंबे समय तक यानी मई ही नहीं बल्कि जून तक देखने को मिलेगा। जिन राज्यों में अभी पश्चिमी विक्षोभ का असर देखा जा रहा है और मौसम सुहावना बना है। वहां भी आने वाले दिनों में बारिश की गतिविधियां बंद होने की संभावना है और तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी।
दक्षिण और मध्य भारत में प्रचंड गर्मी की दस्तक :
मौसम विभाग ने बताया है कि मई के महीने में लगभग 20 दिनों तक और इससे ज़्यादा देश के अलग अलग राज्यों में लू चलने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग की मानें तो आज 5 और 6 मई को महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, तेलंगाना और ओडिशा के ज्यादातर हिस्सों में हीटवेव चलने की आशंका है। तेज़ गर्मी का माहौल तो चल ही रहा है साथ ही चुनावी माहौल भी गर्माया हुआ है इस समय देश के अलग अलग हिस्सों में अलग अलग तारीख़ों में बोटिंग चालू है। जिसमें कई राज्यों में कम बोटिंग देखने को मिल रही है जिसका एक अहम कारण गर्मी को भी बताया जा रहा है। मौसम विभाग ने तो बिहार, मध्यप्रदेश, झारखंड, यूपी के कुछ जिलों में गरम लपटें चलने का अलर्ट भी जारी कर दिया है। बता दे कि अप्रैल महीने में मध्यप्रदेश का रीवा जिला सबसे ज्यादा गर्म रहा यहां तापमान 42.4 डिग्री दर्ज किया गया। मई में भी गर्मी का तांडव इसी तरह देखा जाएगा।
उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों और पूर्वोत्तर भारत में अभी गर्मी से राहत :
पहाड़ी राज्यों में बारिश के चलते दिल्ली में 3 मई तक तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया है। वहीं 3 मई और 7 मई को दिल्ली में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है। अगले 24 घंटों के दौरान गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की बारिश और छिटपुट बर्फबारी हो सकती है। वहीं अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी संभव है। भारतीय मौसम विभाग की मानें तो आज 2 मई को महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, तेलंगाना और ओडिशा के ज्यादातर हिस्सों में हीटवेव चलने की आशंका है।पहाड़ी राज्यों में स्थिति गंभीर नज़र आने लगी है यहां लगातार हो रही बारिश से नदी नाले उफान पर आ गए हैं। भारी बारिश के चलते जम्मू कश्मीर की कई नदियों का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है। उत्तर भारत में तेज गर्मी पड़ने लगी है तो पहाड़ों पर बर्फबारी के चलते मौसम सुहावना बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते देश के पहाड़ी राज्यों में इसका असर देखने को मिल रहा है तो कुछ मैदानी राज्यों में भी इसका असर तेज़ हवाओं और हल्की से मध्यम बारिश के रूप में देखने को मिल रहा है।
देश में कब होगी मॉनसून की दस्तक ?
देश में प्रचंड गर्मी के बाद मॉनसून की दस्तक कब होगी यह सवाल सभी के मन में होगा, मौसम विभाग ने इसकी जानकारी दे दी है कि मॉनसून कब आएगा। मौसम विभाग ने मॉनसून की फोरकास्ट के हिसाब से बताया है कि इस बार देश में मॉनसून जल्द आने की संभावना है। साथ ही भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। हालांकि, अब तक मौसम विज्ञान विभाग की तरफ से मॉनसून को लेकर पूर्वानुमान जारी नहीं किया गया है। लेकिन मौसम विभाग के वैज्ञानिकों द्वारा सामान्य मॉनसून की बात कही थी। पंजाब में 13 से लेकर 15 तक बारिश की संभवाना जताई है। मानसून का निम्न स्तर, या अवसाद, पश्चिम-उत्तर-पश्चिमी भारत और उत्तरी अरब सागर की ओर एक विस्तारित और स्थिर प्रक्षेप पथ का अनुसरण करने की उम्मीद है। इससे इन क्षेत्रों में वर्षा में वृद्धि का पता चलता है, जो मुख्य रूप से मानसून के मौसम की ऊंचाई के दौरान मानसून के कम होने के कारण होता है। मानसून की पृष्ठभूमि में इन घटनाओं का एक साथ अस्तित्व यह दर्शाता है कि ये कारक आमतौर पर जुलाई से सितंबर तक अनुभव की जाने वाली चरम मानसून स्थितियों को बढ़ा सकते हैं। मौसम विभाग को दक्षिण, पश्चिम और उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में पर्याप्त अच्छी बारिश की उम्मीद है।