सार :
उत्तर भारत समेत देश के अन्य मैदानी राज्यों में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। बता दें कि देश के दक्षिणी राज्यों में मानसून ने दस्तक दे दी है। उत्तर भारत और मध्य भारत में यह लगभग 15 दिन बाद दस्तक देता है। तब तक लोगों को इसी भीषण गर्मी का सामना करना होगा। बता दें कि देश में दो तरह के मौसम देखने को मिल रहे हैं। कहीं भारी बारिश से बाढ़ आ रहीं हैं तो कहीं भीषण गर्मी से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है दोनों में स्थितियों में लोग हैरान परेशान हैं। आईए जानते हैं मौसम की जानकारी विस्तार में।
विस्तार :
कहीं लोग भीषण गर्मी से परेशान है और जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है तो वहीं कुछ राज्यों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और उससे भी जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बंगाल की खाड़ी में आए तूफान ने मानसून के पैटर्न को बदल कर रख दिया है। भारत में मानसून प्रवेश कर चुका है साथ ही अन्य राज्यों में भी इसने दस्तक दे दी है। देश में कहीं भीषण गर्मी से हाहाकार मचा हुआ है। इंसान ही नहीं जीव जंतु, पेड़ पौधों पर भी इसका बुरा असर देखने को मिल रहा है। आम जनजीवन अस्त व्यस्त होकर रह गया है। तो कहीं मानसून के प्रवेश करने से और बंगाल की खाड़ी में आए तूफान की वजह से कई राज्यों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। बता दे के आमतौर पर मानसून केरल में 1 जून को दस्तक देता है लेकिन इस बार मानसून ने 2 दिन पहले 30 मई को ही केरल में दस्तक दे दी है। बंगाल की खाड़ी में आए तूफान की वजह से ऐसा देखा जा रहा है। मानसून आगे बढ़ते हुए अन्य राज्यों में भी प्रवेश कर गया है। अब जल्द ही मानसून के अन्य मैदानी राज्यों में प्रवेश करने की उम्मीद की जा रही है। आमतौर पर मध्य प्रदेश समेत अन्य मैदानी राज्यों में मानसून 15 जून तक प्रवेश कर जाता है लेकिन इस बार इसके जल्दी आने के आसार नजर आ रहे हैं। अगर ऐसा हुआ तो लोगों को जल्द ही इस भीषण गर्मी से राहत मिल सकती है।
भारत के मैदानी राज्यों को लू ने अपनी चपेट में ले लिया है। कई राज्यों में राज्य सरकारों ने इसने निपटने के लिए गाइड लाइंस भी जारी कर दी है। वहीं अगर हम राजधानी दिल्ली से मौसम की बात करें तो बुधवार को यहां सबसे ज्यादा तापमान दर्ज किया गया जो 52.9 डिग्री रहा। यह देश का अब तक का सबसे ज्यादा तापमान है। इस बार गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस बार गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वही हम अन्य राज्यों की बात करें तो यहां भी अधिकतम तापमान 48 डिग्री से ऊपर ही बना हुआ है राजस्थान में कई जगह तापमान 48.9 और 50 डिग्री तक पहुंच गया, जिसके चलते राज्य सरकार द्वारा कई जिलों में आर्टिफिशियल रेन तक कराई गई। जिससे कि तापमान में थोड़ा बैलेंस बनाया जा सके। बता दें कि दिल्ली में मानसून 20 से 21 जून के आसपास आता है। इस बार भी इसके कुछ जल्दी आने के उम्मीद जताई जा रही है। जिससे कि इस भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।
नौतपा में देश में गर्मी ने तोड़ा रिकॉर्ड :
इस बार 25 में से नौतपा शुरू हो गए थे जो बहुत भारी पढ़ रहे हैं। नौतपा का सातवां दिन भी बीत गया है इन 7 दिनों में 5 दिन खूब तेज गर्मी पड़ी, इस दौरान तापमान 45 से 48 डिग्री के आसपास ही रहा और राजधानी दिल्ली में तो यह तापमान 52.9 डिग्री तक पहुंच गया जो अब तक का देश का सबसे ज्यादा तापमान है। ऐसा 6 साल बाद हुआ जब देश में नौतपा के 5 दिन खूब तेज गर्मी पड़ी है। इससे पहले 2018 में नौतपा में ऐसी गर्मी देखी गई थी। तब भी 4 से 5 दिन तक तापमान 45 डिग्री के आसपास बना हुआ था। पिछले कुछ सालों से नौतपे में बारिश देखी गई है जिससे रात और दिन के तापमान में कमी दर्ज होती थी। लेकिन इस बार नौतपा ने अपने रंग दिखाए हैं। देश में गर्मी से ज्यादा उमस के कारण लोग बेहाल दिखाई दिए हैं। गर्मी का प्रकोप इस कदर रहा है कि लोगों ने दिन के समय घर से बाहर निकलना बंद कर दिया है। दिन और रात के तापमान में लगभग 13 से 14 डिग्री का अंतर देखा जा रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार जब मई के महीने में तापमान सामान्य से ज्यादा रहता है तो नदियों और तालाबों का पानी के भाप बनने की रफ्तार बढ़ जाती है, इस कारण जिन स्थानों पर जलाशय होते हैं वहां उमस ज्यादा देखी जाती है और नमी बढ़ जाती है।
देश में मॉनसून का हुआ आगमन :
बता दें कि 31 मई से पहले ही मानसून ने केरल में दस्तक दे दी है। इस बार मानसून का रास्ता बदल चुका है। बंगाल की खाड़ी में आए तूफान ने मानसून के पैटर्न को बदल कर रख दिया है। देश में हर बार मानसून 1 जून को केरल के रास्ते देश में प्रवेश करता है, इस बार मानसून के जल्दी आने के आसार जताए गए थे जो कि देखा भी गया है। मानसून ने केरल के रास्ते देश में 30 मई को ही प्रवेश कर लिया है। लेकिन इस बार मानसून ने सिर्फ केरल के रास्ते ही प्रदेश में प्रवेश नहीं किया है। इसने पूर्वी राज्यों के जरिए भी देश में प्रवेश किया है। केरल के साथ-साथ मानसून ने पूर्वी राज्यों की तरफ भी रुख कर लिया है जिसके चलते 30 मई से केरल में तो बारिश की गतिविधियां देखी जा रही है साथ ही पूर्वी राज्यों में भी भीषण बारिश देखी जा रही है। हालात यह है कि तूफान रेमल के बाद नॉर्थ ईस्ट में शुरू हुआ बारिश का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार हो रही बारिश के कारण सबसे बुरी हालात मणिपुर की है। जहां 8 से ज्यादा जिलों में 50 हज़ार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। इंफाल में कई सरकारी दफ्तरों, बस स्टैंड, मुख्य बाजारों के अलावा खेल स्टेडियम में भी पानी भर गया है। हालात को काबू करने के लिए सेना को बुलाया गया है। असम राइफल के जवानों ने इंफाल शहर में बाढ़ में फंसे लगभग 1000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है। बता दें कि दिल्ली में मानसून 20 से 21 जून के आसपास आता है। इस बार भी इसके कुछ जल्दी आने के उम्मीद जताई जा रही है। जिससे कि इस भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।
उत्तर भारत में अभी भी भीषण गर्मी का सितम जारी :
भले ही केरल और नॉर्थ ईस्ट राज्यों में मानसून आ गया हो और यहां बारिश की गतिविधियां देखी जा रही है लेकिन उत्तर भारत और देश के अन्य मैदानी राज्यों की हालात काफी बुरे नजर आ रहे हैं यहां भयाबह गर्मी से लोगों का बुरा हाल है। उत्तर भारत समेत राजधानी दिल्ली में हालात यह है कि लोग घरों से बाहर ही नहीं रहे हैं। भीषण गर्मी ने इन राज्यों को अपनी चपेट में बुरी तरह से जकड़ लिया है। तापमान 50 डिग्री से पार पहुंच चुका है। वहीं अगर हम राजधानी दिल्ली के मौसम की बात करें तो बुधवार को यहां सबसे ज्यादा तापमान दर्ज किया गया जो 52.9 डिग्री रहा। लोग गर्मी से राहत के लिए मानसून की राह देख रहे हैं। मानसून ने केरल के रास्ते देश में प्रवेश भी कर लिया है और इस बार मानसून जल्द आ गया है, अन्य राज्यों में भी इसके जल्दी आने की उम्मीद जताई जा रही है।
केरल में मानसून के प्रवेश करने के लगभग 15 दिन बाद मानसून मध्य प्रदेश में प्रवेश करता है। इस बार भी इसी तरह के आसार नजर आ रहे हैं। लगभग 15 दिन बाद मानसून मध्य प्रदेश में प्रवेश कर जाएगा। 15 जून से पहले इसके मध्य प्रदेश में आने की संभावना है। जिससे कि लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है। 21 से 25 जून तक मानसून पूरे देश को कवर कर लेता है। जिससे इस भीषण गर्मी से राहत मिल जाएगी। वही लोगों को सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है। राज्य सरकार द्वारा गर्मी से निपटने के लिए गाइडलाइंस भी जारी कर दी गई है। अभी दिल्ली का अधिकतम तापमान 48 डिग्री से 50 डिग्री के बीच बना हुआ है, तो वहीं न्यूनतम तापमान 33 से 35 डिग्री के आसपास दर्ज किया जा रहा है। हालात यह है कि लोगों ने दिन के समय अपने कामों को टालना शुरू कर दिया है।