मध्यप्रदेश के जबलपुर में स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में इंदौर के बाद प्रदेश की दूसरी बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट आकार बनेगी। इसके लिए प्रशासकीय स्वीकृति मिल चुकी है प्रदेश की पहली बोन मेरो ट्रांसप्लांट यूनिट इंदौर के हॉस्पिटल में है।
अब यह प्रदेश के नए दूसरे ट्रांसप्लांट यूनिट होगी। यूनिट के शुरू होने पर सिकलसेल और थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों का इलाज हो सकेगा। कुछ मामलों में ब्लड कैंसर से जूझ रहे मरीजों का भी इलाज होगा।
बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट की स्थापना के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल स्थित स्टेट कैंसर अस्पताल की दूसरी मंजिल पर 10,000 वर्ग फीट जगह चिन्हित की गई है।
जबलपुर समेत मंडला, डिंडोरी ,सिवनी, छिंदवाड़ा ,शहडोल और आसपास के क्षेत्रों से सिकल सेल एनीमिया थैलेसीमिया के सबसे ज्यादा मामले आते हैं।