रूस की स्पेस एजेंसी रोस्कोसमौस ने रविवार को यह जानकारी दी कि रूस का “लूना 25” स्पेसक्राफ्ट चांद पर गलत लैंड होकर क्रश हो गया। बताया जा रहा है कि इसने अपनी गलत कक्षा पकड़ ली थी। जिसके चलते यह क्रेश हो गया, नहीं तो “लूना 25” , 21 अगस्त को चांद के साउथ पोल पर लैंड करने वाला था। वहां पर यह कई परीक्षण करने वाला था। स्पेस एजेंसी ने यह बताया कि शनिवार को 5:27 पर लूना 25 से संपर्क टूट गया था क्योंकि इसने गलत कक्षा पकड़ ली और फिर यह चांद पर क्रश हो गया।
बता दें कि भारत के चंद्रयान-3 मिशन की तरह ही रसिया ने भी अपना “लूना 25” यह चांद के साउथ पोल पर भेजने के लिए तैयार किया था। यह चंद्रयान-3 से पहले ही 21 अगस्त को चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंड करने वाला था। इसका सफर 10 दिन का बताया जा रहा था। रसिया ने लूना 25 ,11 अगस्त को प्रक्षेपित किया था, जो कि 21 अगस्त को चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला था। लेकिन इसकी गलत कक्षा पकड़ते ही स्पेस एजेंसी से संपर्क टूट गया और यह चांद पर क्रश हो गया।
बता दें कि लूना 25 के चलते भारत का मिशन चंद्रयान 3 इतिहास रचने में पीछे रह जाता। लेकिन अब चंद्रयान-3 , 23 अगस्त को लैंड करने वाला है। अब भारत के पास एक और मौका है इतिहास रचने का अगर 23 अगस्त को भारत का चंद्रयान तीन चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग कर लेता है तो यह विश्व का पहला देश बन जाएगा जो कि चांद के साउथ पोल पर पहुंचा है।
इससे पहले यह इतिहास रचने की उम्मीद लूना 25 के चलते टूट चुकी थी। क्योंकि चंद्रयान-3 की तरह रूस ने भी लूना 25 , 11 अगस्त को चांद पर भेजने के लिए लांज था। जो की 21 अगस्त को लैंड होता। चंद्रयान-3 से 2 दिन पहले लेकिन अब भारत के पास एक और मौका आ गया है। इतिहास रचने का।