सार :
पिछले कुछ दिनों से देश के मौसम में लगा लगातार बदलाव होते जा रहे हैं। ठंड की तो विदाई हो चुकी है लेकिन नए पश्चिमी विक्षोभों और चक्रवाती परिसंचरण की वजह से बार-बार मौसम मैं बदलाव हो रहा है और बारिश हो रही है, तो कहीं ओलावृष्टि की खबरें भी सामने आ रही है। पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी का दौर शुरू है इस कारण मैदानी राज्यों के हाल यह है कि दिन का तापमान स्थिर है और रात के तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की जा रही है। यानि रात के समय ठंडक का एहसास जारी है और दिन के समय गर्मी का एहसास होने लगा है।
देश में दो अलग अलग सिस्टम हैं एक्टिव :
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार भारत में अभी दो अलग-अलग वेदर सिस्टम एक्टिव चल रहे हैं, जिसकी वजह से मौसम में झोल बना हुआ है। मौसम वैज्ञानिकों की माने पूर्वी हवा उत्तरी हवा को आने से रोक रही है। इससे यह हो रहा है कि पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के बाद भी उत्तर से ठंडी हवा नहीं आ पा रही है। इसका कारण रात के तापमान में ज्यादा गिरावट दर्ज नहीं की जा रही। पूर्वी हवाएं , दक्षिण हवाओं के साथ मिलकर मध्य भारत के पूर्वी हिस्सों में बारिश कर रही है और कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी देखने को मिल रही है। इसके कारण दक्षिण से गर्म हवाएं नहीं आ पा रही है। जिससे दिन के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज नहीं की जा रही है, यानी हम कह सकते हैं कि उत्तर से ठंडी हवाओं के कारण ठंडक नहीं आ रही और दक्षिण हवाओं के कारण गर्माहट नहीं आ रही। जिसके कारण मौसम स्थिर बना हुआ है और तापमान में ज्यादा उतार- चढ़ाव नहीं देखे जा रहे हैं।
मध्य भारत में मौसम के हालात :
पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में दिन के तापमान में और रात के तापमान में कोई उतार-चढ़ाव नजर नहीं आ रहे हैं और तापमान वैसा ही बना हुआ है। दिन का तापमान कुछ दिनों से 33 डिग्री के इर्द-गिर्द ही घूम रहा है तो रात का तापमान 18 डिग्री के आसपास ही बना हुआ है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह सब पूर्वी हवाओं के कारण देखा जा रहा है पूर्वी हवाएं ,उत्तर से आने वाली हवाओं और दक्षिण से आने वाली हवाओं को रोक रही है। जिससे ना ही प्रदेश में तापमान में गिरावट दर्ज हो रही है और ना ही तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। टेंपरेचर में 4 दिनों से लगातार स्थिरता बनी हुई है। अगर मौसम विभाग के वैज्ञानिकों की माने तो उनके अनुसार अगले 24 घंटे में मौसम में और तापमान में कोई बदलाव होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। और आने वाले एक-दो दिनों में भी मौसम इसी तरह का रहने की संभावना जताई गई है।
राजधानी दिल्ली और उत्तर भारत में मौसम के मिजाज :
राजधानी दिल्ली और उत्तर भारत के इलाकों की बात करें तो यहां पिछले कुछ दिनों से मौसम साफ दिखाई दे रहा है। जहां मौसम विभाग ने यहां पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश का अलर्ट जारी किया था तो यहां कुछ जगह बारिश देखने को भी मिली। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में अगले कुछ दिनों के भीतर बादल छाए रहने की संभावना है। इसके साथ ही आज यानी सोमवार को आसमान में आंशिक बादल छाए रह सकते हैं, हालांकि बारिश के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। इस बजह से अधिकतम तापमान 31 डिग्री और न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जा सकता है।
वहीं, पहाड़ी राज्यों के मौसम की बात करें तो उत्तराखंड सुबह और शाम के सर्दी के अनुभव के साथ ही दिन के तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है जो मैदानी राज्यों में भी नजर आ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों के भीतर उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में तापमान में बढ़ोतरी देखी जा सकती है। इसके साथ ही अगले चार दिनों तक मौसम सामान्य और शुष्क बना रहेगा। मौसम विभाग ने मौसम पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया है कि उत्तर भारत में फरवरी के बाद से ही मौसम में गर्मी का अनुभव किया जा रहा है, हालांकि पिछले दिनों हुई बारिश के बाद मौसम में एक बार फिर नरमी देखी गई है लेकिन होली के बाद तापमान में तेजी के साथ वृद्धि की संभावना जताई जा रही है। यानी होली त्यौहार के बाद हर जगह भीषण गर्मी का एहसास होने लगेगा। मौसम में आ रहे लगातार बदलाव को लोग समझ नहीं पा रहे हैं। मार्च में पड़ रही गर्मी को देखकर लोगों का अनुमान है कि इस बार मई-जून में कम गर्मी पड़ने वाली है लेकिन वैदर रिर्पोट के अनुसार ऐसा नहीं है आने वाले दिनों में मौसम अपने तेवर दिखाने वाला है।
दक्षिण पूर्वी राज्यों में मौसम का मिजाज़ :
भारतीय मौसम पूर्वानुमान विभाग के अनुसार , 18 मार्च यानी आज से 20 मार्च के बीच गंगीय पश्चिम बंगाल में गरज, बिजली और तेज़ हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती है और 18 मार्च को ओलावृष्टि की भी संभावना है। वहीं 18 से 21 मार्च के बीच छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, विदर्भ और पूर्वी मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों जैसे जबलपुर, रीवा, सतना , मंडला आदि जिलों में गरज, बिजली और तेज हवाएं 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली है, साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 18 मार्च को विदर्भ में और 18 से 19 मार्च के बीच मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में ओलावृष्टि संभव है। इसके अलावा 19 मार्च को ओडिशा और छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की संभावना है। 18 से 21 मार्च के बीच दक्षिण भारत के राज्यों तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। केरल में 18 मार्च को हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
कब तक होगी भीषण गर्मी की दस्तक :
वैसे तो गर्मी की दस्तक अभी से होने लगी है उत्तर भारत के राज्यों और मध्य भारत में गर्मी पड़ने लगी है दिन में लोगों को तेज गर्मी का एहसास तक होने लगा है अब ठंड केवल सुबह और शाम की रह गई है। सुबह और शाम के समय तापमान में कमी दर्ज की जाती है और दिन के समय तापमान में बढ़ोतरी हो जाती है तेज धूप देखने को मिल रही है। मौसम विभाग नेबताया है कि पश्चिमी विक्षोभ का असर मैदानी राज्यों में बहुत काम दिखेगा इसीलिए कम होने की संभावना बहुत कम है। उत्तर भारत के कई राज्यों का तापमान 35 से 35 डिग्री तक डर दर्ज किया जा चुका है।
वही मध्य भारत के के राज्यों में भी तापमान 35 डिग्री तक पहुंच चुका है।भीषण गर्मी की दस्तक देर से होने की संभावना है। मौसम केंद्र के वैज्ञानिकों के अनुसार मार्च के पहले हफ्ते में दूसरे हफ्ते के अंत में और चौथे हफ्ते की शुरुआत में मौसम बदल सकता है। जिस तरह फरवरी में मौसम एक जैसा नहीं रहा यह ट्रेंड मार्च में भी बना रह सकता है। लेकिन कुछ राज्यों में अभी से ही तापमान में वृद्धि होने लगी है जिससे तेज गर्मी का एहसास भी होने लगा है। कि इस बार होली का त्योहार 24 से 25 मार्च तक मनाया जाएगा, इस प्रमुख त्योहार के पहले भी मौसम में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।