सार :
उत्तर भारत में सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ का असर अब कमजोर हुआ नजर आ रहा है। उत्तर भारत के राज्यों में गर्मी की शुरुआत हो चुकी है। वही मध्य भारत के राज्यों में भी गर्मी ने दस्तक दे दी है लेकिन बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न हुए चक्रवाती परिसंचरण की वजह से कुछ राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। और इन राज्यों में इस चक्रवाती परिसंचरण की वजह से दक्षिण पूर्वी राज्यों के कुछ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। वही उत्तर भारत और मध्य भारत के राज्यों में आसमान में बादल छाए हुए हैं। ऐसा मौसम 21 मार्च तक रहने की संभावना है लेकिन मौसम विभाग का कहना है की मौसम शुष्क बना रहेगा। मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्से में कुछ जगह हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है।
उत्तर भारत के राज्यों में मौसम ने ली करवट :
राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में मौसम के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं. पिछले कई दिनों से मौसम में घुली ठंडक के बाद एक बार फिर तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है. दिल्ली, यूपी, पंजाब और हरियाणा समेत कई राज्यों में सुबह और शाम के समय ही ठंड का असर रह गया है.जबकि दोपहर में सूर्य देव की उपस्थिति लोगों को पसीना-पसीना कर रही है. इस बीच मौसम विभाग ने देश के कई राज्यों में बारिश की संभावना जताई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार पूर्वोत्तर के राज्यों समेत झारखंड, ओडिशा, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में 20 मार्च तक गरज के साथ बारिश की संभावना है.उत्तर भारत में फरवरी के बाद से ही मौसम में गर्मी का अनुभव किया जा रहा है. हालांकि पिछले दिनों हुई बारिश के बाद मौसम में एक बार फिर नरमी देखी गई लेकिन होली के बाद तापमान में तेजी के साथ वृद्धि की संभावना जताई जा रही है. मौसम में आ रहे लगातार बदलाव को लोग समझ नहीं पा रहे हैं. मार्च में पड़ रही गर्मी को देखकर लोगों का अनुमान है कि इस बार मई-जून में काम की गर्मी पड़ने वाली है.
मध्य भारत में मौसम के मिजाज :
मार्च बीतने मैं कुछ ही दिन बाकी है मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इन कुछ दिनों में प्रदेश में मौसम दो बार बदल सकता है। इस दौरान तापमान में इजाफा होने की संभावना है और तापमान बढ़कर 40 डिग्री तक पहुंच सकता है। यानी मार्च से ही भीषण गर्मी की शुरुआत देखने को मिल जाएगी यदि ऐसा होता है तो 10 साल में यह चौथी बार होगा जब मार्च में मौसम के तेवर बहुत ही सख्त हो जाएंगे। सोमवार को मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में रात में ठंडक और भी काम हो गई। तापमान में बढ़ोतरी हो गई और तापमान 20.02 डिग्री तक पहुंच गया। इस सीजन में यह रात का सबसे ज्यादा तापमान दर्ज किया गया है। 24 घंटे में रात के तापमान में 2 डिग्री का इजाफा हुआ है। यह सामान्य से भी 2 डिग्री ही ज्यादा रहा है। सोमवार को दिन का तापमान 32.9 डिग्री दर्ज किया गया रविवार के मुकाबले इसमें 0.4 डिग्री की गिरावट हुई है।
प्रदेश में सुबह से ही घने बादल छाए थे लेकिन दोपहर होने से पहले ही हल्की धूप निकल गई थी। दोपहर में धूप निकलने के कारण बादलों का तापमान पर ज्यादा असर देखने कोमिला दिन में 16 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है कि मंगलवार को यानी आज प्रदेश की राजधानी में अलग-अलग इलाकों में तापमान अलग-अलग देखने को मिलेगा। यानी हम कह सकते हैं कि मार्च के आखिरी दोनों में तेज़ गर्मी की शुरुआत हो जाएगी। अभी से ही धीरे-धीरे तापमान में वृद्धि होने लगी है दोपहर में तेज धूप देखने को मिल रही हैजिससे तेज गर्मी का एहसास भी होने लगा है।
देश में दो अलग अलग सिस्टम हैं एक्टिव :
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार भारत में अभी दो अलग-अलग वेदर सिस्टम एक्टिव चल रहे हैं, जिसकी वजह से मौसम में झोल बना हुआ है। मौसम वैज्ञानिकों की माने पूर्वी हवा उत्तरी हवा को आने से रोक रही है। इससे यह हो रहा है कि पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के बाद भी उत्तर से ठंडी हवा नहीं आ पा रही है। इसका कारण रात के तापमान में ज्यादा गिरावट दर्ज नहीं की जा रही। पूर्वी हवाएं , दक्षिण हवाओं के साथ मिलकर मध्य भारत के पूर्वी हिस्सों में बारिश कर रही है और कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी देखने को मिल रही है। इसके कारण दक्षिण से गर्म हवाएं नहीं आ पा रही है। जिससे दिन के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज नहीं की जा रही है, यानी हम कह सकते हैं कि उत्तर से ठंडी हवाओं के कारण ठंडक नहीं आ रही और दक्षिण हवाओं के कारण गर्माहट नहीं आ रही। जिसके कारण मौसम स्थिर बना हुआ है और तापमान में ज्यादा उतार- चढ़ाव नहीं देखे जा रहे हैं।
दक्षिण पूर्वी भारत के राज्यों में मौसम का मिजाज़ :
भारतीय मौसम पूर्वानुमान विभाग के अनुसार , 18 मार्च यानी आज से 20 मार्च के बीच गंगीय पश्चिम बंगाल में गरज, बिजली और तेज़ हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती है और 18 मार्च को ओलावृष्टि की भी संभावना है। वहीं 18 से 21 मार्च के बीच छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, विदर्भ और पूर्वी मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों जैसे जबलपुर, रीवा, सतना , मंडला आदि जिलों में गरज, बिजली और तेज हवाएं 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली है, साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 18 मार्च को विदर्भ में और 18 से 19 मार्च के बीच मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में ओलावृष्टि संभव है। इसके अलावा 19 मार्च यानी आज ओडिशा और छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की संभावना है। 18 से 21 मार्च के बीच दक्षिण भारत के राज्यों तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। केरल में 18 मार्च को हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
मार्च आखिरी तक हो जाएगी भीषण गर्मी की दस्तक :
वैसे तो गर्मी की दस्तक अभी से होने लगी है उत्तर भारत के राज्यों और मध्य भारत में गर्मी पड़ने लगी है दिन में लोगों को तेज गर्मी का एहसास तक होने लगा है अब ठंड केवल सुबह और शाम की रह गई है। सुबह और शाम के समय तापमान में कमी दर्ज की जाती है और दिन के समय तापमान में बढ़ोतरी हो जाती है तेज धूप देखने को मिल रही है। मौसम विभाग नेबताया है कि पश्चिमी विक्षोभ का असर मैदानी राज्यों में बहुत काम दिखेगा इसीलिए कम होने की संभावना बहुत कम है। उत्तर भारत के कई राज्यों का तापमान 35 से 40 डिग्री तक डर दर्ज किया जा चुका है।