सार :
जुलाई शुरुआती दिनों में यह धीमा था लेकिन अब इसने प्रचंड रूप ले लिया है और प्रदेश के कई जिलों में भारी से भारी वर्षा हो रही है जिससे आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। प्रदेश में पिछले 24 घंटों में राजधानी समेत कई जिलों में अत्यधिक बारिश दर्ज की गई है। मध्य प्रदेश समेत देश के लगभग हर राज्य में बारिश का सिलसिला चालू है। लेकिन अगर हम मध्य प्रदेश की बात करें तो मध्य प्रदेश में हर जिले में माध्यम से भारी बारिश का दौर चालू हो चुका है और यह 24 से ज्यादा चलने की संभावना है। तो आईए जानते हैं की मौसम विभाग द्वारा मध्य प्रदेश के मौसम के बारे में क्या पूर्वानुमान जारी किया गया है।
विस्तार :
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों वैज्ञानिको ने बताया कि एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन उत्तर प्रदेश के ऊपर है, जिसकी वजह से आने वाले दिनों में भोपाल, रायसेन, सागर, शिवनी, मंडला, बालाघाट, मुरैना और भिंड में अधिक बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है। यहां भी बीते 24 घंटे से बारिश का सिलसिला चालू है और मौसम विभाग द्वारा मौसम का पूर्वानुमान जताते हए आगाह किया गया है कि प्रदेश में रुक रुक कर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। मध्य प्रदेश में पिछले कुछ घंटे से जोरदार बारिश हो रही है जिससे कई स्थानों पर जलभराव और बाढ़ जैसी स्थितियां पैदा हो गई है। भिंड और टीकमगढ़ में सबसे अधिक वर्षा हुई यहां कई स्थानों पर जलभराव हो गया है। मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कई जगहों पर तेज बारिश दर्ज की गई है और अगले 48 घंटो के भीतर जोरदार बारिश का अलर्ट जारी किया है। एक अन्य ट्रफ लाइन प्रदेश के मध्य से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है तो वहीं साउथ गुजरात के ऊपर चक्रवाती सिस्टम बना हुआ है। पिछले 24 घंटे में लगभग हर राज्य में अच्छी खासी बारिश हो चुकी है और अभीभी यह जारी है कुछ राजू में तो मौसम विभाग द्वारा बारिश कराड अलर्ट जारी कर दिया गया है। बीते 24 घंटे में तो बारिश का कर देखा गया है लेकिन आने वाले 24 घंटे में भी यह कर रुकने का नाम नहीं लेगा। यही हालत मध्य प्रदेश राज्य की है।
अगर हम एमपी की बात करें तो मध्य प्रदेश में महीने की शुरुआत से ही बारिश का सिलसिला शुरू हो चुका है। इस मौसम में लोगों को सावधानी बरतने की हिदायत भी दी गई है। बीते दिन प्रदेश की राजधानी भोपाल में बारिश का सिलसिला शुरू हो गया और लगभग आधे इंच बारिश दर्ज की गई। भिंड और टीकमगढ़ में सबसे अधिक वर्षा हुई यहां कई स्थानों पर जलभराव हो गया है। वहीं भारतीय मौसम विभाग ने मौसम पूर्वानुमान मे जारी की जानकारी में बताया कि दक्षिण गुजरात में एक चक्रवाती सिस्टम बना हुआ है, जो कि पाकिस्तान से होते हुए मध्य प्रदेश पहुंचने वाला है, जिससे मध्य प्रदेश में तेज बारिश का सिलसिला चलता रहने वाला है। मौसम विभाग द्वारा अभी 24 घंटे में और भी तेज बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है यानी यह बारिश अभी नहीं थमेगी। इसी के चलते प्रशासन द्वारा और मौसम विभाग द्वारा प्रदेश के लगभग 9 जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया गया है।
राजधानी भोपाल समेत आसपास के जिलों में नदी नाले उफान पर :
बता दें कि अभी बारिश का सिलसिला कुछ दिनों तक चलता रहेगा। इस मौसम में लोगों को सावधानी बरतने की हिदायत भी दी गई है। बीते दिन प्रदेश की राजधानी भोपाल में बारिश का सिलसिला शुरू हो गया और लगभग आधे इंच बारिश दर्ज की गई। बता दे की मध्य प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है जिससे भोपाल विदिशा रायसेन जैसे जिले ज्यादा प्रभावित नजर आ रहे हैं। झीलों का शहर वाला जिला भोपाल अब सभी झीलों से लबालब हो चुका है। भोपाल रायसेन, विदिशा समेत कई जिलों में रविवार को भी तेज बारिश का दौर जारी रहा। रायसेन के बरेली मैं 7 इंच बॉडी में 6 इंच बारिश दर्ज की गई। विदिशा में बेतवा नदी उफान पर आ गई है तो वहीं उज्जैन में शिप्रा नदी उफान पर है इधर कैचमेंट एरिया में लगातार बारिश से भोपाल में बड़ा तालाब झलकने की कगार पर आ गया है।
बता दें कि भोपाल के बड़े तालाब का जल स्तर 1664.70 फीट तक पहुंच गया है जिसका फुल टैंक लेवल 1666.80 है। इसीलिए भोपाल के बड़े तालाब का स्तर रविवार को 1665 फीट पर कर सकता है क्योंकि रविवार को भी लगातार बारिश का अलर्ट जारी है। अगर हम अन्य जिलों की बात करें तो रायसेन जिले में भी सभी नदी नाले उफान पर चल रहे हैं बरना डैम के 6 गेट खोलने पड़े हैं तो वहीं मंदसौर में 5 घंटे में 2 इंच से अधिक बारिश होने की वजह से कंठली नदी उफान पर आ गई है। भाई दिनभर हुई बारिश के कारण उज्जैन 18.4 एमएम बारिश हुई है जिससे क्षिप्रा नदी तूफान पर आ गई है। वहीं तेज बारिश के चलते कच्चे घरों की दीवारें गिरने लगी हैं। निचले स्थान पर जल भराव की समस्या पैदा हो गई है जिससे आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
नदी नाले एक, सड़के बंद, संपर्क टूटा, बाढ़ जैसी स्थिति :
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों वैज्ञानिको ने बताया कि एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन उत्तर प्रदेश के ऊपर है। बता दे की मध्य प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है, विदिशा में बेतवा नदी उफान पर आ गई है तो वहीं उज्जैन में शिप्रा नदी उफान पर है इधर कैचमेंट एरिया में लगातार बारिश से भोपाल में बड़ा तालाब झलकने की कगार पर आ गया है। भोपाल के बड़े तालाब का जल स्तर लगभग पूरा हो चुका है और यह किसी भी समय झलकने लग सकता है। अगर हम अन्य जिलों की बात करें तो रायसेन जिले में भी सभी नदी नाले उफान पर चल रहे हैं बरना डैम के 6 गेट खोलने पड़े हैं तो वहीं मंदसौर में 5 घंटे में 2 इंच से अधिक बारिश होने की वजह से कंठली नदी उफान पर आ गई है। भाई दिनभर हुई बारिश के कारण उज्जैन 18.4 एमएम बारिश हुई है जिससे क्षिप्रा नदी तूफान पर आ गई है। वहीं तेज बारिश के चलते कच्चे घरों की दीवारें गिरने लगी हैं। निचले स्थान पर जल भराव की समस्या पैदा हो गई है जिससे आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
आज भी मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल समेत 8 जिलों में भारी से भारी बारिश का हाई अलर्ट रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। छतरपुर, टीकमगढ़, मंदसौर, रतलाम समेत कई जिलों में निचली बस्तियों में पानी भर गया है। वहीं अन्य स्थानों पर नदी नाले उफान पर है और बांधों में भी पानी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगा है। बता दे के लगातार हो रही बारिश से नदियों का जल स्तर बढ़ चुका है। जिससे कि निचले इलाकों में जल भराव होने लगा है और आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। लगातार बारिश के चलते कई गांव का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है अर्थात कई रास्ते पानी भर जानें की वजह से बंद हो चुके हैं।
आज भी इन जिलों में बारिश का अलर्ट :
अलग-अलग स्थान पर तीन सक्रिय मौसम प्रणालियों के कारण और मानसून की बढ़ती हुई गति विधि के चलते हुए अगले 48 घंटे में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में अत्यधिक बारिश होने की संभावनाएं हैं। शनिवार से अधिकतम जिलों में बारिश की गतिविधियां कम होंगी। मौसम की जानकारी देते हुए मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि राजगढ़, शाजापुर, सीहोर, भोपाल, बैरागढ़, रायसेन, भीमबेटिका, सांची, श्योपुर कलां, दक्षिण ग्वालियर, उत्तरी शिवपुरी, कुनो, निवाड़ी, ओरछा, दक्षिण पन्ना, दक्षिण छतरपुर, उत्तरी टीकमगढ़ और कटनी में बिजली के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। जुलाई के तीसरे हफ्ते में भोपाल, नर्मदा पुरम ,जबलपुर ,इंदौर संभाग के जिलों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना बताई गई है शेष बाकी के क्षेत्र में हल्की बारिश हो सकती है।
यहां भी बीते 24 घंटे से बारिश का सिलसिला चालू है और मौसम विभाग द्वारा मौसम का पूर्वानुमान जताते हए आगाह किया गया है कि प्रदेश में रुक रुक कर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। पिछले 24 घंटे के दौरान गुना, पचमढ़ी, रायसेन, रतलाम, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, खजुराहो, मंडला, दमोह,आधार, बैतूल, भोपाल, इंदौर, खंडवा, राजगढ़, आगर मालवा, देवास, उज्जैन, भिंड, नरसिंहपुर, नौगांव, सागर, सिवनी, टीकमगढ़, सीधी, बालाघाट जिला में बारिश हुई है। आने वाले दिनों में भोपाल, रायसेन, सागर, शिवनी, मंडला, बालाघाट, मुरैना और भिंड में अधिक बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है।