कूनो नेशनल पार्क में सितंबर 2022 में अफ्रीका के नामीबिया से चीतों को भारत लाया गया था। ताकि चीतों की कम हुई संख्या को भारत में फिर से बसाया जाए और यह प्रजाति फिर से भारत में फले फूले, लेकिन जब से इन चीतों को यहां लाया गया है, तब से कुछ कुछ समय बाद चीतों की मौत की खबरें सामने आ रही हैं।
हाल ही में खबर आई है कि कुनो नेशनल पार्क के बड़े-बाड़े में बंद दक्षिण अफ्रीकी चीता तेजस कि मंगलवार दोपहर को मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मादा चीता नाभा के साथ हुए संघर्ष में उसे चोट लग गई थी जिसके चलते उसकी गर्दन पर चोट के गहरे निशान पाए गए और जिससे कि गांव के कारण उसकी मौत हो गई। तेजस को मादा चीता नाभा से मेटिंग कराने के उद्देश्य से पिछले दिनों इनके बाड़े के बीच का गेट खोल दिया गया था। तेजस की मौत के बाद अब तक दक्षिण अफ्रीका के 3 चीतो सहित कुल 4 चीतों की मौत हो चुकी है।
अब सिर्फ 16 जीते बचे हैं। इन चीतो की मौत का प्रमुख कारण टेरिटोरियल लड़ाई बताया जा रहा है बताया जाता है एक दूसरे के साथ भिड़ंत में चोट लगने से चोटिल हो जाने से इनकी मौत हो गई।