देश के पांच राज्यों में अगले आने वाले महीने में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं जिसके चलते इन राज्यों में तो चुनावी माहौल गरमाया हुआ ही है साथ ही पूरे देश में भी चुनाव की एक लहर फैली हुई है। अब पार्टियां इन चुनावी राज्यों में अपना लगातार प्रचार प्रसार करने में लगी हुई है और पार्टियों के बड़े नेता भी लगातार इन राज्यों में दौरा कर रहे हैं साथ ही अपना शक्ति प्रदर्शन करने लगे हुए हैं। देश के जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं उन राज्यों में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों अपना प्रचार प्रसार जोरों शोरों से कर रही हैं और इसमें कोई भी कमी नहीं रखना चाहती। पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है जिससे कि पार्टियों के अंदर ही कुछ मनमुटाव भी हो गए हैं लेकिन यह पार्टिय अपने सभी उम्मीदवारों को खुश करना जानती हैं। इसी के चलते अब सभी पार्टि इन चुनावी राज्यों में अगले महीने होने वाले चुनाव के लिए कभी रोड शो ,तो कभी सभाएं ,तो कभी दौरे करती नजर आ रही हैं।
2023 मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव:
मध्य प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल 6 जनवरी 2024 को समाप्त होने वाला है पिछला विधानसभा चुनाव 2018 में हुआ था। चुनाव के बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने राज्य सरकार बनाई जिसमें कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे। मार्च 2020 में 22 कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया और ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। जिसके परिणाम स्वरुप राज्य सरकार गिर गई और मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद भाजपा ने राज्य में सरकार बनाई और शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बन गए। अब साल 2023 में यह विधानसभा कार्यकाल पूरा हो रहा है जिसके चलते राज्य में विधानसभा चुनाव 17 नवंबर 2023 को रखे गए हैं। और वोटो की गिनती 3 दिसंबर 2023 को होगी। जिससे कि पता चल जाएगा राज्य में किसकी सरकार बनेगी। इसी के चलते अब सभी पार्टियां जोरों शोरों से प्रचार प्रसार और लोगों को लुभाने में लगी हुई है।
प्रदेश में होंगे रोड शो ,सभाएं और दौरे:-
भाजपा में ताबड़तोड़ प्रचार की पूरी तैयारी हो गई है शुरुआत शनिवार से हो रही है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4 नवंबर को रतलाम और पांच को शिवानी पहुंच रहे हैं चुनाव के शेष आखिरी के 13 दिन में मोदी हर संभाग का दौरा करेंगे, जनसभा लेंगे ,साथ ही आखिरी के दो दिनों में बड़े शहर में रोड शो भी करेंगे। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भी दौरे तय हो गए हैं। शाह मध्य प्रदेश में रथ पर चलेंगे तो नड्डा का 3 नवंबर को रीवा कार्यक्रम है।
बता दें कि यूपी के योगी आदित्यनाथ की भी डिमांड है वह 7,8 और 14 नवंबर को मध्य प्रदेश आ रहे हैं असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा 8 को खंडवा और 9 को रहेंगे। यानी हम यह कह सकते हैं कि भाजपा के सभी बड़े नेता अब मध्य प्रदेश का दौरा कर रहे हैं जब चुनाव सर पर हैं। एक बड़ा सवाल यहां यह आता है क्या अब भाजपा के बड़े नेताओं को शिवराज सिंह चौहान पर भरोसा नहीं रहा और शायद मध्य प्रदेश को खोने का डर बढ़ गया है जिससे कि अब बड़े नेताओं को मैदान में उतरना पड़ रहा है।
कांग्रेस का महाजन संपर्क अभियान:-
वहीं कांग्रेस ने भी मध्य प्रदेश में जीत के लिए महाजन संपर्क अभियान जारी कर दिया है। इसके तहत राहुल गांधी कई जिलों के रेलिया के साथ भोपाल के नरेला और जबलपुर में पदयात्राएं करेंगे। अभियान की शुरुआत 4 नवंबर यानि कल से होगी। इस दिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कटंगी और शाहपुरा में दौरा करेंगे। 5 नवंबर को प्रियंका कुक्षी और इंदौर में पांच विधानसभा में रैलियां करेंगी। राहुल गांधी का पहला दौरा 9 नवंबर को अशोकनगर में होगा इसी दिन राहुल जबलपुर पश्चिम में ही पदयात्रा भी करेंगे। उनकी दूसरी पदयात्रा भोपाल के नरेला विधानसभा क्षेत्र के तहत इकबाल नगर में होगी तीनों राष्ट्रीय नेताओं के 22 दौरे 15 नवंबर तक चलेंगे। दिवाली की वजह से 11 और 12 नवंबर को पार्टी नेताओं के कोई दौरे नहीं होंगे।
जहां भाजपा के नेता रोड शो करेंगे कोई रथ पर तो कोई कारों में रोड शो करता नजर आएगा। वही कांग्रेस के नेता राहुल गांधी पदयात्रा करके लोगों को लुभाने का कार्य करेंगे। ज्यादातर नेता मध्य प्रदेश में प्रचार के दौरान रोड से ज्यादा यात्रा करेंगे। हर दिन 100 से 150 किलोमीटर सड़क से चलना होगा कुछ नेता रात्रि विश्राम भी किसी न किसी विधानसभा सीट पर करेंगे। सीटों से आ रही डिमांड के कारण शिवराज हर दिन 7 से 9 सभाएं करेंगे। 15 नवंबर तक उनका 150 सीटों तक पहुंचाने का टारगेट है।
और अगर कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस का भी प्रचार प्रसार अभियान जारी है अभियान की जानकारी जारी देते हुए पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि पार्टी 150 प्लस सीटें जीतकर आ रही है। पार्टी कार्यकर्ता महाजन संपर्क अभियान चलाकर अगले 15 दिनों में 230 विधानसभा सीटों तक पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि कई महीनो में यह चुनाव प्रदेश के आमजन बनाम भाजपा की 18 साल की नाकामियों के बीच है। उसी के बीच बताया गया कि मध्य प्रदेश के नेताओं की 160 रेलिया होने वाली है जिसमें कमलनाथ 70 चुनावी रैलियां में हिस्सा ले रहे हैं, तो दिग्विजय सिंह 60, तो प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला प्रदेश भर में 30 रैलियां करेंगे।
बता दें कि इस बार टक्कर का मुकाबला होने जा रहा है क्योंकि सभी ने अपनी एड़ी चोटी का जोर लगाते हुए जनता को लुभाने की पूरी कोशिश की है भाजपा ने जहां आचार संहिता लगने से पहले कई योजनाओं चलाई है वहीं कांग्रेस ने भी पूरी जान से प्रचार कर दिया है अब देखना यह होगा कि 17 नवंबर को मध्य प्रदेश की जनता किसको अपनी कमान सौंपेगी।