मध्य प्रदेश में विधानसभा सभा चुनाव 17 नवंबर को आयोजित किए गए थे। इस चुनाव का परिणाम 3 दिसंबर को यानी दो दिन बाद आने वाला है दो दिन बाद यह पता चल जाएगा कि मध्य प्रदेश राज्य की कमान किसके हाथ में जाएगी और कौन होगा मध्य प्रदेश का नया मुख्यमंत्री? मध्य प्रदेश में हुए चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को आने वाले हैं ऐसे में रिजल्ट को लेकर लोगों की उत्सुकता बढ़ती जा रही है हर व्यक्ति रिजल्ट के दिन टीवी और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर टकटकी लगाए बैठा रहेगा। मध्य प्रदेश में यह विधानसभा चुनाव 230 सीटों पर कराए गए थे आप इन 230 सीटों का भविष्य 3 तारीख को सामने आएगा।
इस बार चुनाव में मध्य प्रदेश में रिकार्ड 77.15% मतदान हुआ मतगणना को लेकर प्रदेश के सभी जिलों में तैयारियां शुरू हो चुकी है और कर्मचारियों को इसकी ट्रेनिंग भी दी जाए रही हैं। 3 दिसंबर को होने वाली काउंटिंग की तैयारी पूरी तरह हो चुकी है और लोग नतीजे के लिए अब बेसब्री से इंतजार भी कर रहे हैं मध्य प्रदेश की जनता भी बेसब्री से इंतजार कर रही है कि इस बार उनकी कमान किसके हाथों में जाने वाली है। इस बार अभी तक के सबसे ज्यादा मतदान हुए हैं अब देखना यह होगा कि मध्य प्रदेश में किसकी सरकार बनती है।
2018 के चुनाव में हुआ था बड़ा उलटफेर:-
मध्य प्रदेश में 2018 के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस में करीबी मुकाबला रहा था भाजपा का मतदान प्रतिशत कांग्रेस से बेहतर था इसके बाद भी उन्हें 109 सीटों पर संतोष करना पड़ा था वहीं कांग्रेस 114 सिम जीतकर सत्ता के करीब पहुंची थी। 7 सीटें निर्दलीय और अन्य छोटी पार्टियों की झोली में गई थी बाद में निर्दलीयों और छोटे दलों की मदद से कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस ने सरकार भी बनाई थी हालांकि 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में कुछ विधायकों ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन पकड़ लिया था और शिवराज सिंह चौहान दोबारा मुख्यमंत्री बन गए थे इस बार भी मुकाबला कांग्रेस और भाजपा की बराबरी का ही दिख रहा है।
समर्थकों के मुताबिक और एग्जिट पोल यह बता रहे हैं कि इस बार भी मुकाबला टक्कर का ही होने वाला है। दोनों ही पार्टियों ने इस बार प्रचार प्रसार में कोई कसर नहीं छोड़ी थी और जनता को लुभाने के लिए सारे वादे किए। सत्ता में रही पार्टी ने भी शानदार तरीके से चुनाव से पहले कई योजनाएं चलाते हुए लोगों को लुभाने का काम किया। अब देखना यह होगा कि पार्टियों कि यह मेहनत लोगों तक पहुंची या नहीं और लोगों ने मध्य प्रदेश की जनता ने किसके हाथ में अपनी कमान सौंपी है। 3 दिसंबर को आने वाले रिजल्ट को लेकर प्रदेश सरकार के मंत्रियों ने भी अपना अपना अनुमान लगाया है उनका कहना है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बन रही है तो कहीं किसी का कहना है कि कांग्रेस की सरकार ही आएगी लेकिन सही नतीजा 3 दिसंबर को ही सामने आएगा।
भाजपा के सदस्यों ने किया यह दावा:-
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बात करें तो वह पहले ही प्रदेश में इस बार भाजपा की 135 से 140 सिम आने की बात कह चुके हैं। पत्रकारों से अनौपचारिक चर्चा में सीएम ने दावा किया था कि उन्होंने 165 जगह सभाएं की हैं और लोगों ने उन्हें जो फीडबैक दिया है उसके आधार पर वह बात कर रहे हैं साथ ही उन्होंने कहा था कि उन्हें विश्वास है कि प्रदेश की महिलाओं को हर माह आर्थिक सहायता वाली उनकी लाडली बहना योजना चुनाव में भाजपा की जीत में बड़ी भूमिका निभाएगी।
मंत्रियों के एग्जिट पोल के अनुसार एमपी में बीजेपी की 150 के आसपास सीटे आ रही है। 3 दिसंबर को आने वाले रिजल्ट को लेकर प्रदेश के मंत्रियों ने पहले ही अपना अनुमान लगाया है। सभी के अपने-अपने तर्क और अनुमान है जिनके अनुसार भाजपा ही सरकार में आएगी।
कांग्रेस के सदस्यों का दावा:-
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में आने वाले परिणामों पर अगर कांग्रेस के दावों की बात की जाए तो राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी मध्य प्रदेश में कांग्रेस की 150 सीटों पर जीत का दावा कर चुके हैं। जबकि प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ इसके ऊपर सीटों को लेकर कोई दवा नहीं करते नजर आए, उनका कहना है कि वह आंकड़ा नहीं देते जनता पर उन्हें पूरा विश्वास है। इससे पहले हुए मध्य प्रदेश की विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने बाजी मारी थी लेकिन बाद में कांग्रेस के ही सदस्य जब बीजेपी में चले गए तो कांग्रेस की सरकार गिर गई और उन्हें सत्ता से बाहर जाना पड़ा।
इस बार भी कांग्रेस यही उम्मीद लग रही है कि पहले से ज्यादा सीटें मिलेगी और इस बार शानदार तरीके से सरकार बनाएंगे। कांग्रेस भी मध्य प्रदेश में 150 प्लस सीटों का दावा करती नजर आ रही है अब देखना यह होगा कि मध्य प्रदेश की कमान किस पार्टी के हाथ में जाती है और जनता ने किसे अपना प्रतिनिधि चुना है जो 5 सालों तक मध्य प्रदेश की जनता को सेवाएं प्रदान करेंगे।
अगर मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल की बात करें तो 30 नवंबर को 6:00 बजे एग्जिट पोल के नतीजे आ जाएंगे। अगर 2013 और 2018 की बात करें तो एग्जिट पोल के नतीजे करीब करीब सटीक रहे थे। अबकी बार भी कांटे की टक्कर हो सकती है वह 30 नवंबर यानि आज आने वाले एग्जिट पोल में पता चल जाएगा। दरअसल एग्जिट पोल मतदान के तुरंत बाद किया जाता है एग्जिट पोल में केवल वोटर को ही शामिल किया जाता है यानी इसमें वही लोग शामिल होते हैं जो वोट डालकर बाहर निकलते हैं एग्जिट पोल निर्णायक तौर में होता है मतलब इससे पता चलता है कि लोगों ने किस पार्टी पर भरोसा जताया है और एग्जिट पोल का प्रसारण मतदान के पूरे तरह से खत्म हो जाने के बाद ही किया जाता है।