केपटाउन में टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया। भारत ने दक्षिण अफ्रीका को दूसरे टेस्ट में सात विकेट से धूल चटाई। इसके साथ ही टीम इंडिया के नाम एक बड़ा रिकॉर्ड दर्ज हो गया है। दरअसल, केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका को टेस्ट मैच हराने वाला भारत एशिया का पहला देश बन गया है। वहीं टीम इंडिया ने 31 साल के इतिहास में पहली बार केपटाउन में जीत दर्ज की है।वहीं ओवर के लिहाज से यह मैच टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का सबसे छोटा टेस्ट मैच साबित हुआ. इस टेस्ट मैच में सिर्फ 107 ओवर का खेल हुआ।
केपटाउन में भारत के खिलाफ हमेशा जीतने वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम पहली पारी में सिर्फ 55 रनों पर ढेर हुई। इसके बाद दूसरी पारी में एडन मार्करम ने ताबड़तोड़ शतक जड़ा, लेकिन पूरी टीम 176 रन ही बना सकी। दक्षिण अफ्रीका में भारत ने पाचंवीं बार कोई टेस्ट मैच जीता है. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका में टीम इंडिया ने 2021, 2018, 2010 और 2006 में जीत दर्ज की थी. हालांकि, केपटाउन में इससे पहले भारत कभी नहीं जीता था।
केप टाउन टेस्ट के साथ ही भारत का दक्षिण अफ्रीका दौरा भी समाप्त हो गया है बारिश बाधित तीन T20 मातु की सीरीज सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में एक-एक से ड्रॉ रही जबकि रोहित शर्मा की कप्तानी में टेस्ट सीरीज भी एक-एक की बराबरी पर छुट्टी हालांकि दौरे पर भारत ने तीन मातु की वनडे सीरीज में दो एक से अपने बढ़त हासिल की और सीरीज को जीत उसे टीम के कप्तान की कमान राहुल ने संभाली थी।
कप्तान रोहित शर्मा ने कहीं केप टाउन के बारे में कुछ खास बातें:-
दक्षिण अफ्रीका में दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच खेली गई दो टेस्ट मैचों की सीरीज में यह सीरीज एक एक से बराबरी पर पहुंच गई है। इस नतीजे के साथ दो टेस्ट सीरीज की एक-एक की बराबरी पर समाप्त हो गई। बता दें कि धोनी के बाद रोहित शर्मा अफ्रीका में ड्रॉ टेस्ट सीरीज खेलने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय कप्तान बन गए हैं। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा पिच से नाखुश दिखे जीत के बाद उन्होंने केप टाउन की पिच के बारे में काफी सारे सवाल खड़े कर दिए हैं।
वहीं उन्होंने कहा कि केप टाउन की पिच टेस्ट मैच के लिए आदर्श नहीं है। जब तक भारतीय पिचों के बारे में कोई शिकायत नहीं करता तब तक मुझे इस तरह की पिक्चर पर खेलने में कोई आपत्ति नहीं है भारत में टर्निंग ट्रैक की आलोचना की जाती है यहां तक की वर्ल्ड कप फाइनल की पिच पर भी सवाल उठाए गए थे। आईसीसी को इस पर गौर करना चाहिए। न्यूलैंड्स क्रिकेट स्टेडियम की पिच पर दोनों ही टीम में अच्छा स्कोर करने में सफल नहीं रही मुश्किल पिच पर अफ्रीका ने दूसरे दिन 62 रन 3 इसके स्कोर से आगे खेलना शुरू किया था मार्क्रम को छोड़कर अन्य कोई बल्लेबाज संघर्ष नहीं कर पाया।
वहीं भारत ने भी मुश्किलों का सामना करते हुए 79 रनों का लक्ष्य प्राप्त किया। अगर खुद अफ्रीका टीम की बात करें तो वह अपने घरेलू मैदान में भी सही से नहीं खेल पाए पूरी अफ्रीकी दूसरे दिन सिर्फ 19.5 ओवर खेल पाई भारत को 79 रन का लक्ष्य दिया गया जिसे उसने 12 ओवर में हासिल कर लिया मैच में 7 विकेट लेने वाले मोहम्मद सिराज प्लेयर ऑफ द मैच बनी वहीं जबकि दिन अगला और जसप्रीत बुमराह प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे। और यह टेस्ट सीरीज केवल 2 दिन में ही समाप्त हो गई। भारत ने दक्षिण अफ्रीका को दूसरे दिन ही साथ विकेट से मात दे दी और यह टेस्ट सीरीज अपने नाम कर ली वही आप दोनों टीम एक-एक की जीत पर इस मैच को ड्रा करने में सफल रही।
भारतीय टीम के 2 दिन में खत्म होने वाले टेस्ट मैच:-
ऐसा बहुत कम होता है जब टेस्ट सीरीज की बात हो और टेस्ट सीरीज केवल दो दिनों में ही समाप्त हो जाए भारतीय टीम के दो दिन में खत्म होने वाले टेस्ट मातु की संख्या कम नहीं है जिसमें भारतीय टीम ही विजेता रही है। 2018 में अफगानिस्तान के साथ खेले गए टेस्ट में भी भारत ने जीत हासिल की जो की बेंगलुरु में खेला गया था वहीं इंग्लैंड के साथ खेला गया 2021 में जो की अहमदाबाद में खेला गया था उसमें भी भारतीय टीम को जीत हासिल हुई वही आप 2024 में दक्षिण अफ्रीका के साथ खेला गया टेस्ट जो कि कैप्टन में हुई उसमें भी भारत की जीत हुई।
इससे पहले क्रिकेट इतिहास का सबसे छोटा मैच (जिसमें परिणाम आया हो) दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच 1932 में खेला गया था। मेलबर्न में खेला गया यह मुकाबला महज 109.2 ओवर यानी 656 गेंद में खत्म हो गया था। मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने इस मुकाबले को पारी के अंतर से जीता था। वैसे क्रिकेट का सबसे छोटा टेस्ट मैच इंग्लैंड बनाम वेस्टइंडीज रहा है साल 1907 के इस मैच में सिर्फ 10 गेंदें फेंकी जा सकी थीं। बता दें कि दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज के दूसरे टेस्ट में पहले इनिंग में दक्षिण अफ्रीका केवल 55 रनों में ही ढेर हो गया था। जाहिर है इस मैच में नतीजा नहीं निकला था। भारतीय टीम की यह केपटाउन में पहली टेस्ट जीत भी है। भारत ने इस मैच से पहले केपटाउन में 6 टेस्ट मैच खेले थे. इनमें से 4 बार उसे हार का सामना करना पड़ा था. जबकि दो टेस्ट मैच ड्रॉ रहे थे.