मध्यप्रदेश में यह साल चुनाव के नजरिए से बहुत ही महत्वपूर्ण है।इसके चलते शिवराज सिंह चौहान दिन प्रतिदिन नई-नई घोषणाएं करते जा रहे हैं। जो कि सभी संविदा कर्मचारियों के पक्ष में हैं, कभी बेरोजगार युवा युवतियों के पक्ष में, कभी लाडली बहनों के पक्ष में हैं। इसी को देखते हुए शिवराज सिंह चौहान ने आज शाम को सबसे बड़ी घोषणा की है कि मध्य प्रदेश में सालाना कांटेक्ट कल्चर खत्म कर रहेंगे और स्थाई कर्मचारियों की तरह सुविधाएं भी देंगे मध्यप्रदेश में करीब डेढ़ लाख संविदा कर्मचारियों को सालाना कॉन्ट्रैक्ट कल्चर से मुक्ति मिल गई है।
अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मैं यह फैसला करता हूं कि संविदा कर्मचारियों की सालाना कॉन्ट्रैक्ट की प्रक्रिया समाप्त कर दूंगा। उन्होंने यह ऐलान भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में संविदा कर्मियों के प्रांतीय सम्मेलन में किया है। उन्होंने आगे कहा कि आपकी दृष्टि और कार्यकुशलता नियमित कर्मचारियों से बराबर से कम नहीं है बल्कि नियमित कर्मचारियों से अधिक कार्य क्षमता और कार्यकुशलता संविदा कर्मियों की है।
सीएम ने यह बड़ी-बड़ी घोषणाएं भी की है।
- 1.संविदा कर्मचारियों का वेतन नियमित कर्मचारियों के वेतन के लगभग बराबर रहेगा।
2.NPS कल आप सभी कर्मचारियों को देंगे।
3.अनुकंपा नियुक्ति भी दी जाएगी।
4. स्वास्थ्य बीमा का लाभ भी संविदा कर्मियों को मिलेगा।
5. रिटायरमेंट पर ग्रेजुएटी की व्यवस्था भी की जाएगी।।
6. नियमित पदों पर भर्ती में 50 परसेंट आरक्षण संविदा कर्मचारियों के लिए रहेगा।
7. नियमित कर्मचारियों के समान अवकाश की पूरी सुविधा मिलेगी।
8. नियमित कर्मचारियों की तरह महिला संविदा कर्मचारियों को भी मातृत्व अवकाश दिया जाएगा।
9. छुट्टियां सी एल एल एक्स का अवकाश भी नियमित कर्मचारियों की तरह दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने मुस्कुराकर संविदा कर्मचारियों से कहा कि बीच-बीच में थोड़ी लड़ाई हो गई थी अपनी वेतन काट लिया था पूछो किस-किस का वेतन काटा है हाथ उठाओ ।
घोषणा करते हुए बोले आंदोलन में और हड़ताल ओं के दौरान काटा गया वेतन वापस किया जाएगा जितना मेरा सम्मान है उतना आपका भी सम्मान करेंगे।
मध्यप्रदेश में 2015 में संविदा कर्मियों की हुई थी शुरुआत।
2015 में मध्यप्रदेश में संविदा भर्तियों की शुरुआत हुई थी इसके लिए सरकार ने राज्य पत्र जारी किया था इन्हें लाने की बड़ी वजह थी सरकारी खर्चों में कमी करना संविदा पर भर्ती कर्मचारियों की नियुक्ति कांटेक्ट के अनुसार करने का प्रावधान है इसमें कर्मचारियों का सरकार के साथ कांटेक्ट होता है हालांकि नियमित कर्मचारियों की कमी को देखते हुए विभाग ने अधिकृत कर दिया गया था कि वह विभागाध्यक्ष कार्यालयों में संविदा पर वेतन पर भर्ती करेंगे अभी तक इन कर्मचारियों को रिटायरमेंट पर ग्रेजुएटी और अन्य लाभ नहीं मिलते थे।